Varanasi news: ब्लड बैंक में रिफिलिंग नहीं, वैक्सीनेशन रूम में सिलेंडर तक नहीं
वाराणसी (ब्यूरो)। जद्दूमंडी स्थित होटल नोमाड में गैस सिलेंडर में रिसाव से आग को फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ों से काबू पाया गया। एक दिन बाद दोपहर में रथयात्रा स्थित कुबेर कांप्लेक्स की छत पर रखे कबाड़ में अचानक आग लग गई। पानी से बुझाया गया। सोमवार सुबह इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में किताबों के गोदाम में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। फायर ब्रिगेड ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इन तीनों जगहों पर आग बुझाने के इंतजाम नहीं थे, इसलिए फायर ब्रिगेड को पहुंचना पड़ा। इसी को ध्यान में रखते हुए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने आईएमए ब्लड बैंक, टीकाकरण कक्ष, पीएनबी और दशाश्वमेध प्लाजा में फायर फाइटिंग सिस्टम की पड़ताल की तो बैंक और प्लाजा आग बुझाने के इंतजाम पर्याप्त थे, लेकिन आईएमए ब्लड बैंक, टीकाकरण कक्ष की तस्वीर चौंकाने वाली थी। ब्लड बैंक के नीचे एक सिलेंडर लगा था, जिस पर रिफिलिंग की लेटेस्ट डेट नहीं दिखी। इस तरह टीकाकरण कक्ष के अंदर एक भी सिलेंडर नहीं दिखे.
सीन-1 : आईएमए ब्लड बैंक
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम दोपहर करीब ढाई बजे सबसे पहले लहुराबीर स्थित आईएमए बिल्डिंग पहुंची, जहां पर ब्लड बैंक के नीचे एक सिलेंडर हैंग किया पाया गया, लेकिन ऊपर ब्लक बैंक सेंटर और टीकाकरण कक्ष के अंदर फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं दिखा। पूछताछ करने पर वहां के कर्मचारी ने बताया कि कल आएगा तो दिखा दिया जाएगा.
सीन-2 : दशाश्वमेध प्लाजा
लहुराबीर के बाद टीम सीधे आरपी घाट के पास दशाश्वमेध प्लाजा पहुंची। जहां पड़ताल में राहत देने वाली तस्वीर सामने आई। पूरी बिल्डिंग में फायर फाइटिंग सिस्टम मौजूद था। अंडर ग्राउंड से लेकर ऊपरी छोर तक आग बुझाने के पूरे इंतजाम दिखे। यह बिल्ंिडग वीडीए की है.
सीन-3 : पंजाब नेशनल बैंक
दशाश्वमेध के बाद टीम चेतगंज थाना के बगल में आईएमए बिल्डिंग स्थित पंजाब नेशनल बैंक पहुंची। पड़ताल के दौरान बैंक के अंदर फायर फाइटिंग सिस्टम इंस्ट्राल दिखा। कुछ छह सिलेंडर लगाये गए हैं, जिसे 26 फरवरी को रिफिलिंग की गई है। इस पर एक्सपॉयरी डेट पर अंकित किया गया है, जो फरवरी 2027 तक है। पड़ताल के दौरान बैंक के मुख्य प्रबंधक मृत्युंजय सिंह ने बताया कि समय-समय पर फायर फाइटिंग सिस्टम की समीक्षा की जाती है। इस संबंध में मुख्यालय से भी फीडबैक लिया जाता है.
पिछले साल 655 आगजनी
चेतगंज स्थित फायर विभाग के मुख्यालय में डायल 101 या 112 पर पिछले साल 2023 में वाराणसी के विभिन्न जगहों से 664 कॉल आई थीं। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। इसमें दालमंडी, नई सड़क, औरंगाबाजद, शिवपुर, जैतपुरा, ठठेरी बाजार समेत 19 जगह ऐसी थीं, जहां टीम पहुंची तो आगजनी की घटना ही नहीं हुई थी.
आगजनी की घटनाओं को कंट्रोल करने और फायर सिस्टम की जांच के लिए टीम लगातार भ्रमण करती है। जहां भी कोई कमी है, उसे तत्काल पूरा कराया जाएगा। इसके अलावा कई बिल्डिंग, होटल, शॉपिंग कॉप्लेक्स समेत कुल 123 भवन स्वामियों को नोटिस दी गई है। तय समय में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं लगाने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
आनंद सिंह राजपूत, सीएफओ
किताबों के गोदाम में लगी आग, 30 लाख का नुकसान
-इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में घटी घटना, एक घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू
-वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही, घनी आबादी में गोदाम में आग से मची अफरा-तफरी
किताबों के गोदाम में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में सोमवार की सुबह हुई घटना की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है। आग से 30 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है।
इंग्लिशिया लाइन में कृष्णा बुक एजेंसी
छित्तूपुर के रहने वाले विनोद ङ्क्षसह यादव की इंग्लिशिया लाइन में कृष्णा बुक एजेंसी के नाम से किताबों की दुकान है। यहां विश्वविद्यालय और प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तकें, फार्म आदि की बिक्री होती है। पास में ही उन्होंने गोदाम बनाया है जहां किताबों को रखने के साथ उनकी पैङ्क्षकग भी की जाती है। सुबह लगभग छह बजे गोदाम से आग की लपटे उठने लगी। किताबों तक पहुंची आग की लपटों ने कुछ ही मिनटों में विकराल रूप ले लिया। घनी आबादी में स्थित गोदाम में लगी आग की जानकारी होने पर आसपास से लोग भयवश घर छोड़कर बाहर निकल आए। आग की सूचना विनोद के साथ फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग बुझाई। गोदाम में आग से लडऩे का कोई इंतजाम नहीं था। आशंका है कि बिजली के तारों में हुई शार्ट सर्किट से उठी ङ्क्षचगारी किताबों तक पहुंच गई होगी और देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया होगा। फायर ब्रिगेड गोदाम की जांच करेगी.