वीडीए ने बिल्डिंग की डिजाइन चेंज की नये स्वरूप का मॉडल तैयार 10-10 मंजिल के होंगे दो टॉवर मंडल स्तर 59 कार्यालय होंगे


वाराणसी (ब्यूरो)कमिश्नरी परिसर में प्रस्तावित मंडलीय कार्यालय की डिजाइन में एक बार फिर बदलाव किया गया है। अब डमरू नहीं, बल्कि मंदिर आकार में मंडलीय कार्यालय होगा। इस बिल्डिंग में एकीकृत मंडलीय कार्यालय होगा। 10-10 मंजिल के दो टावर में मंडल स्तर के सभी कार्यालय होंगे। इससे एक ही जगह पर सभी लोगों का काम आसानी से हो जाएगा। कॉरपोरेट आफिस की तर्ज पर यह अत्याधुनिक बिल्डिंग कमिश्नरी परिसर में प्रस्तावित है। सरकारी कार्यालयों के साथ ही भवन में कुछ आवश्यक व्यावसायिक गतिविधियों के लिए जगह होगी।

अंतरराष्ट्रीय मानक का होगा पालन

कार्यस्थल को मंदिर के रूप में स्थान दिया गया है। प्रदेश सरकार एकीकृत मंडलीय कार्यालय को मंदिर के स्वरूप में बनवाने जा रही है। करीब 6.5 एकड़ में ग्राउंड प्लस 10-10 मंजिल का टॉवर प्रस्तावित है। भवन में मंडलीय स्तर के लगभग 59 कार्यालय प्रस्तावित हैं। माना जा रहा है कि ये उत्तर प्रदेश की सबसे अत्याधुनिक और आइकॉनिक बिल्डिंग होगी। इस ग्रीन बिल्डिंग में पर्यावरण संरक्षण के सभी मानकों का पालन किया जाएगा। यह अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुसार बनाई जाएगी.

275 करोड़ से तैयार होगी बिल्डिंग

मंडलीय कार्यालय में कुछ आवश्यक व्यावसायिक गतिविधियां भी प्रस्तावित हैं। यहां बैंक, कैफेटेरिया, स्टेशनरी व उससे संबंधित दुकानें होंगी। साथ ही कर्मचारियों के लिए जिम भी होगा। अत्याधुनिक बहुमंजिला बिल्डिंग के निर्माण में लगभग 275 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

दो बार बदल चुकी है डिजाइन

पूर्व में डमरू आकार में मंडलीय कार्यालय 14 मंजिला प्रस्तावित था। इसमें दो बिल्डिंग शामिल थी। इस पर करीब 350 करोड़ की लागत आकी गई थी। इसमें एक 14 मंजिला भवन कमिश्नरी कार्यालय और दूसरी पूरी तरह से व्यवसायिक दृष्टिकोण से इस्तेमाल का प्रस्ताव था। यह दोनों ही भवन का ऊपरी छोर डमरू के आकार से जोड़ा गया था। 100 मीटर के इस डमरू वाले गैलरी का नाम स्काईवाक दिया गया था। इसके पहले पीपीपी मॉडल पर पहले चार सौ करोड़ की लागत से 19 मंजिला भवन निर्माण का निर्णय लिया गया था, लेकिन निविदा प्रक्रिया के दौरान चेन्नई, दिल्ली, नोएडा की चुनिंदा बिल्डिंग निर्माण से जुड़ी कंपनियों आई, लेकिन कुछ खास रुचि नहीं दिखाई। अंत में कंपनियों की सहमति के बाद इस भवन निर्माण के नक्शे आदि में बदलाव किए गए। लागत भी घटाई गई थी.

प्रदेश सरकार एकीकृत मंडलीय कार्यालय को मंदिर के स्वरूप में बनवाने जा रही है। करीब 6.5 एकड़ में ग्राउंड प्लस 10 -10 मंजिल का टॉवर प्रस्तावित है। भवन में मंडलीय स्तर के लगभग 59 कार्यालय प्रस्तावित हैं। अत्याधुनिक बहुमंजिला बिल्डिंग के निर्माण में लगभग 275 करोड़ रुपये की लागत आएगी.

अभिषेक गोयल, वीसी, वीडीए

Posted By: Inextlive