हाईवे पर बाबतपुर के पास खड़े ट्रक में पीछे से ट्रेलर टकराया दोनों के चालक मरे दुर्घटना के बाद हाईवे पर लगा भीषण जाम क्रेन से ट्रक व ट्रेलर से शव निकाले गए बाबतपुर एयरपोर्ट से नौ उड़ानें हुई निरस्त कई फ्लाइट्स घंटों की देरी से पहुंची


वाराणसी (ब्यूरो)सीजन का पहला घना कोहरा बनारस के लिए काल साबित हुआ। धुंध और ²ष्यता शून्य होने के कारण कई फ्लाइट्स डाइवर्ट करनी पड़ी तो कई कैंसल हुई। कुल नौ उड़ानों को निरस्त किया गया तो कई फ्लाइट्स घंटों लेट बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंची। ट्रेनों का भी यही हाल रहा। कई ट्रेनें घंटों लेट स्टेशनों पर पहुंचीं। उधर, बाबतपुर के पास हाईवे पर खड़े गिट्टी लदे ट्रक में पीछे से ट्रेलर जा भिड़ा। मौके पर ही दोनों वाहनों के चालकों की मौत हो गई। हादसे के चलते हाईवे पर भीषण जाम लग गया। टक्कर की वजह से दोनों वाहन आपस में चिपक गए थे। शनिवार को दिन में क्रेन की मदद से वाहनों में फंसे शवों को निकाला गया। इसके बाद हाईवे पर लगा जाम खत्म हुआ.

बदल रहा था टायर

डाला (सोनभद्र) से गिट्टी लादकर एक ट्रक वाराणसी से जौनपुर की तरफ जा रहा था। बाबतपुर में एयरपोर्ट तिराहे के पास गिट्टी ओवरलोड लदे होने के कारण ट्रक का बायां टायर ब्लास्ट कर फट गया। मीरजापुर जनपद के अहरौरा थाना अंतर्गत बीबी पोखर गांव का ट्रक चालक 45 वर्षीय दिलीप कुमार साहनी ट्रक के नीचे बैठकर टायर बदल रहा था। उसी दौरान वाराणसी से आ रहे गिट्टी लदे ट्रेलर ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जबरदस्त हादसे में आजमगढ़ के पंचखोरा निवासी ट्रेलर चालक 40 वर्षीय संतोष यादव और ट्रक चालक दिलीप साहनी की मौके पर मौत हो गई। बड़ागांव पुलिस पहुंची तो आधार कार्ड और लाइसेंस से पहचान कर दुर्घटनाग्रस्त दोनों वाहनों के मृत चालकों के स्वजन को सूचना दी। थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय ने बताया कि हादसे में दोनों वाहनों के चालकों की मौत हुई है.

हेल्पर की हुई मौत!

अंबेडकर नगर निवासी ट्रेलर मालिक रमाशंकर मिश्र ने पुलिस के दावे को खारिज किया है। उन्होंने बताया कि संतोष यादव उनके ट्रेलर का हेल्पर था। चालक साधु यादव जीवित है, जो मृत संतोष का बहनोई है। संतोष यादव को दो पुत्रों में एक 13 वर्ष व दूसरा आठ वर्ष का है। रामाशंकर ने बताया कि साधु यादव ने ही रात में 12 बजे हादसे की जानकारी दी। करीब छह घंटे बाद ट्रेलर के केबिन में फंसे चालक का शव निकाला जा सका।

नौ उड़ानें निरस्त, सात विलंबित

मौसम की खराबी के चलते ²श्यता कम होने से शनिवार को तीसरे दिन भी लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर नौ उड़ानें निरस्त रहीं। वही सात विमान विलंब से पहुंचे। इससे यात्रियों व उनके परिवारजनों को काफी दिक्कत हुई। इंतजार व सटीक सूचना न मिलने से आजिज यात्रियों व उनके परिवारीजनों ने हवाई अड्डा पर जमकर हंगामा किया। एयरलाइंस कर्मियों से नोकझोंक भी हुई। इंडिगो एयरलाइंस की कोलकाता-वाराणसी-कोलकाता, मुंबई-वाराणसी-मुंबई, पुणे-वाराणसी-पुणे, लखनऊ-वाराणसी-लखनऊ, बेंगलुरु- वाराणसी-बेंगलुरु, दिल्ली-वाराणसी-दिल्ली, भुवनेश्वर-वाराणसी-भुवनेश्वर, हैदराबाद-वाराणसी-हैदराबाद और एयर इंडिया एक्सप्रेस की बेंगलुरु-वाराणसी-बेंगलुरु उड़ान निरस्त रही। शारजाह-वाराणसी एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान साढ़े तीन घंटे, बेंगलुरू-वाराणसी अकासा एयर का विमान और दिल्ली-वाराणसी इंडिगो का विमान तीन घंटा, कोलकाता-वाराणसी इंडिगो का विमान और मुंबई-वाराणसी विस्तारा एयर का विमान दो घंटे, इंडिगो एयर लाइंस का दिल्ली-वाराणसी और मुंबई-वाराणसी विमान एक घंटे विलंबित रहा।

कोहरे से ट्रेनें लेट, पैसेंजर्स परेशान

कोहरे में ²श्यता की कमी से शनिवार सुबह ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा। कैंट स्टेशन से गुजरने वाली गाडिय़ां निर्धारित समय के बजाय घंटों लेट से पहुंची। इसका असर यात्री हाल और प्लेटफार्मों पर भी पड़ा। जहां यात्री खचाखच भरे हुए थे। कोहरे के कारण उपासना एक्सप्रेस सर्वाधिक 16.30 घंटे देर से पहुंची। अंत्योदय एक्सप्रेस का लगभग 11 घंटे विलंब से आगमन हुआ। दानापुर-आनंद विहार लगभग पांच घंटे, ताप्ती गंगा एक्सप्रेस लगभग ढाई घंटे, कुंभ एक्सप्रेस लगभग छह घंटे, दुर्ग-नौतनवां एक्सप्रेस लगभग साढ़े पांच घंटे, लोकमान्य तिलक-गोरखपुर लगभग चार घंटे, गोदिया-बरौनी लगभग ढाई घंटे, गंगा सतलुज एक्सप्रेस लगभग साढ़े तीन घंटे विलंब से पहुंची। इसके अलावा महानगरी एक्सप्रेस लगभग साढ़े चार घंटे लेट आई और लगभग साढ़े तीन घंटे लेट रवाना हुई। ट्रेनों के लेट होने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.

मिचौंग तूफान के कारण तीन गाडिय़ां निरस्त

आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में मिचौंग तूफान के कहर का असर वाराणसी से गुजरने वाली ट्रेनों पर भी पड़ेगा। एहतियातन पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने प्रभावित तिथियों में तीन जोड़ी गाडिय़ों को निरस्त करने का निर्णय लिया है। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि गाड़ी संख्या-12670 छपरा-चेन्नई एक्सप्रेस और गाड़ी संख्या-22536 बनारस - रामेश्वरम एक्सप्रेस छह दिसंबर को निरस्त रहेंगी। गाड़ी संख्या-22535 रामेश्वरम-बनारस एक्सप्रेस व गाड़ी संख्या -22669 एर्नाकुलम-पटना एक्सप्रेस दो दिसंबर को प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रही। इसी प्रकार गाड़ी संख्या-22670 पटना-एर्नाकुलम एक्सप्रेस पांच दिसंबर को निरस्त कर दिया गया है.

हर सप्ताह हादसों में पांच मौत

यातायात माह में ट्रैफिक नियमों के पालन, उनके प्रति जागरूकता, उल्लंघन पर कार्रवाई के प्रति विशेष अभियान चलाने का निर्देश है। इसके उलट आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में यातायात माह के दौरान ही हर हफ्ते पांच लोगों ने हादसों में जान गंवाई। शहर से लेकर देहात, एनएच व रिंग रोड पर 21 लोगों की मौत हुई, जबकि 56 गंभीर रूप से घायल हुए। यह जरूर कि बीते वर्षों की अपेक्षा हादसों की संख्या कम है, लेकिन बहुत अधिक अंतर नहीं है। अभी दिसंबर बाकी है। अगर यातायात विभाग और ट्रैफिक पुलिस सजगता नहीं दिखाती तो जिस रफ्तार से हादसे हो रहे हैं यह संख्या बढ़ सकती है.

Posted By: Inextlive