Varanasi news: स्टिंग ऑपरेशन की धौंस दिखाकर वसूली करने वाले नौ फर्जी पत्रकार अरेस्ट
वाराणसी (ब्यूरो)। हाईवे पर स्टिंग आपरेशन की धौंस देकर ओवरलोड वाहनों और पुलिसकर्मियों से वसूली करने वाले नौ फर्जी पत्रकारों को लंका पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों के पास से नकली पहचान पत्र, वाकी-टाकी, सिमकार्ड, रिपोर्टिंग माइक, कैमरा, इनोवा कार बरामद हुई है। पूछताछ में पकड़े गए बदमाशों ने संगठित गिरोह बनाकर वसूली करने की बात स्वीकार की है। पुलिस उपायुक्त काशी जोन प्रमोद कुमार और डीसीपी क्राइम चंद्रकांत मीणा ने शनिवार को बताया कि तीन-चार दिनों से लंका क्षेत्र में गश्त पर निकली टीम, पिकेटकर्मी शिकायत कर रहे थे कि इनोवा कार से आने वाले कुछ लोग धौंस जमाते हैं। खुद को पत्रकार बताते हुए ङ्क्षस्टग करने का डर दिखाकर रुपये मांगते हैं। जांच में यह भी पता चला कि गिरोह हाईवे पर गाडिय़ों को रोक ओवरलोड बताकर वसूली करता था। शनिवार को हरसेवानंद पब्लिक स्कूल के पास मलहिया पुल के नीचे वसूली करते नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया.
सभी बनारस के
सभी आरोपित बनारस के ही रहने वाले हैं। ककरमत्ता का मृदुल कुमार तिवारी खुद को प्रधान संपादक बताता है। अन्य आरोपितों के नाम कैमरामैन मंडुआडीह का अनिल कश्यप, सहायक कैमरामैन लहरतारा का लाल बाबू सोनकर, आकाश कुमार गौतम, प्रकाश शर्मा, दिलीप कुमार, सावन कुमार नायक, गौरव भारती, जितेंद्र सोनकर हैं। गौरव भारती के खिलाफ पहले से मुकदमा दर्ज है.
पुलिस पर आफत बन आई तो हुई कार्रवाई
कथित नौ पत्रकारों की गिरफ्तारी पुलिस कदम, कदम पर हस्तक्षेप करने और रुपये की मांग करने के कारण हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीन दिन पहले सभी आरोपित लंका थाना क्षेत्र के रमना चौकी पहुंचकर बाकी टाकी से बात करते लोकेशन बता रहे थे। रमना चौकी प्रभारी अश्विनी राय ने बताया कि सिपाहियों के नेमप्लेट, वर्दी और जूते पहनने पर सवाल उठाते हुए अरदब में लेने की कोशिश की गई। वाहनों को रोककर नंबर प्लेट और पेपर के बारे में पूछताछ भी की। पुलिसकर्मी लक्जरी गाड़ी और उनके हाव भाव से डर गए थे। यहां से चौकी प्रभारी और फैंटम का लोकेशन लेने के बाद निकल लिए। शुक्रवार की देर रात कार से हाइवे पर वाहनों को रोक रहे थे.
रोहनिया में बैठकी करते हैं फर्जी पत्रकार
रोहनिया थाना क्षेत्र में फर्जी पत्रकारों की बैठकी अक्सर होती है। हफ्ते भर पहले सफारी गाड़ी से पहुंचे कथित पत्रकारों ने अखरी पिकेट पर तैनात पुलिस कर्मियों को धमकाया और अधिकारियों से शिकायत की धमकी दी। पुलिस कर्मियों ने बताया कि अक्सर रात में कार से आकर चाय, पानी सिगरेट खर्चे के लिए वसूली करते हैं .
तस्करों और ओवरलोडिंग गैंग से भी संबंध
लंका पुलिस की जांच में पता चला कि गिरोह ओवरलोड वाहनों को पार कराता है। इसके लिए हाइवे की चौकियों पर फैंटम और पुलिस कर्मियों की लोकेशन लेते हैं। मोहनसराय से लेकर गंगा पुल तक वाकी-टाकी और फोन से सक्रिय रहते हैं.