एक हजार एकड़ में बनेगी नई सिटी
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी शहर का लगातार विस्तार किया जा रहा है। शहर की आबादी बढ़ रही है। इसके साथ ही मुख्य शहर से लोगों की कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसमें मुख्य रूप से रिंग रोड-टू से सटे बनारस के आउटर एरिया को विकसित किया जाएगा, जिसमें सारनाथ से लेकर मुगलसराय के अलीनगर तक शामिल किया गया है। लैंड पुलिंग स्कीम के तहत एक हजार एकड़ भूमि खरीदकर नई सिटी बनाई जाएगी। इसके अलावा इस स्कीम के तहत आवासीय एरिया विकसित किया जाएगा। विश्वसुंदरी, शास्त्री ब्रिज, राजघाट के बाद रिंग रोड-टू से कनेक्ट गंगा पर चौथा पुल शुरू होने के बाद तेजी से विकास होगा। छह लेन सड़क का भी निर्माण किया जाएगा। इसको लेकर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने काम शुरू कर दिया है.
छह लेन सड़क बनेगीबाबा विश्वनाथ के नव्य एवं दिव्य धाम के लोकार्पण बाद शहर तक पहुंचने की राह आसान बनाने के लिए गंगा पार छह लेन सड़क बनेगी। इस सड़क के किनारे नई सिटी बसाने की योजना है। इसके लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने सर्वे शुरू कर दिया है। छह लेन सड़क के समानांतर सात किलोमीटर तक के इलाके में पर्यटकों की सहूलियत के लिए सुविधाएं विकसित होंगी। सड़क से सटे इलाकों में होटल और पार्किंग बनाई जाएगी। इसके अतिरिक्त गंगा व्यू की तरह आवासीय निर्माण के लिए वीडीए द्वारा निजी बिल्डरों से संपर्क कर क्षेत्र को विकसित किया जाना है.
तीन जगहों पर बनेगी जेटी रामनगर से पड़ाव तक छह लेन सड़क बाढ़ के उच्चतम बिंदु के ऊपर बनाई जाएगी। ऐसे में गंगा पार क्षेत्र में निर्माण पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया जाएगा। वीडीए द्वारा सड़क किनारे तीन और नए मल्टीलेवल पार्किंग बनाए जाने की योजना है। छह लेन सड़क के माध्यम से तीन जगहों पर जेटी बनाई जाएगी। हथेली की तरह तीन जगहों पर जेटी के माध्यम से शहर पहुंचने के लिए जल परिवहन को विकासित किया जाएगा. बिना शहर में प्रवेश किए सैलानी घूम सकेंगे पूरा काशी गंगा पार का सात किलोमीटर एरिया तीन हिस्सों में विकसित होगा। इसमें प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) के माध्यम से हर क्षेत्र को स्थानीय और पर्यटक सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा। फिलहाल गंगा पार क्षेत्र में काफी कम होटल हैं। ऐसी परिकल्पना है कि बाहर से आने वाले लोग शहर में प्रवेश किए बिना ही पूरा काशी घूम सकेंगे। इसके लिए इस क्षेत्र में होटल की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि पर्यटक यहां ठहर सकें.हर दिन बाहर से आने वाले एक लाख से अधिक लोग रहते हैं शहर में
वीडीए के सर्वे के मुताबिक शहर में हर दिन बाहर से आने वाले एक लाख से अधिक लोग ठहरते हैं। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट एवं अन्य साधनों के जरिए आने वाले लोगों की संख्या अलग है। इस लिहाज से छह लेन के पार आवासी एरिया विकसित होने से आबादी का बड़ा हिस्सा गंगा के पार भी बसेगा। ऐसे में शहर और उसकी सीमा से सटे इलाकों में बढ़ रही भीड़ को स्थानांतरित किया जाएगा। होटल एवं अन्य साधन बनने के बाद शहर की बजाए छह लेन से लोग गंगा पार में ठहरेंगे. शहर की भीड़ को कम करने के लिए बनारस के आउटर एरिया को विकसित करने की योजना है। खासकर लैंड पुलिंग स्कीम के तहत रिंग रोड टू से जुड़े सारनाथ से लेकर मुगलसराय तक काम चल रहा है। एक हजार एकड़ भूमि खरीदकर नई सिटी बनाई जाएगी। इसके लिए वीडीए की टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है. कौशलराज शर्मा, कमिश्नर