बीएचयू में न्यू एजुकेशन प़ॉलिसी एनईपी को 2024 से लागू किया जा सकता है. यहां मल्टी डिसीप्लीनेरी और इंटर डिस्प्लीनेरी स्टडी को बढ़ावा दिया जाएगा. विदेशों से मेमोरेंडम ऑफ अंडर स्टैंडिंग करनी है. 15 से ज्यादा विदेशी संस्थाओं से बीएचयू एमओयू हो चुका है.

वाराणसी (ब्यूरो): बीएचयू में न्यू एजुकेशन प़ॉलिसी (एनईपी) को 2024 से लागू किया जा सकता है। यहां मल्टी डिसीप्लीनेरी और इंटर डिस्प्लीनेरी स्टडी को बढ़ावा दिया जाएगा। विदेशों से मेमोरेंडम ऑफ अंडर स्टैंडिंग करनी है। 15 से ज्यादा विदेशी संस्थाओं से बीएचयू एमओयू हो चुका है। आगे इसे बढ़ाया जाएगा। उक्त बातें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के 3 साल पूरा होने पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में उपस्थित शिक्षाविदों ने कही। आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रो। प्रमोद कुमार जैन, बीएचयू के रेक्टर प्रो। वीके शुक्ल, प्रो। मुकुल राज मेहता, आईआईटी बीएचयू के डीन (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) प्रो। विकास दुबे भी उपस्थित रहे। प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने कहा कि यहां के छात्र एक साथ दूसरी डिग्रियां भी ले सकें, इस पर काम किया जा रहा है। छात्र किसी कंपनी से जुडने के लिए किसी कोर्स प्रोग्राम को छोड़ते हैं तो उन्हें उसी शहर के संस्थान के किसी कोर्स में एडमिशन दिलवा दिया जाएगा।

आईआईटी में 10 मेजर प्रोजेक्ट

एनईपी के संदर्भ में आईआईटी बीएचयू ने इंडियन नॉलेज सिस्टम पर काफी काम किया है। इस पर 10 मेजर प्रोजेक्ट चल रहे हैं। आईआईटी-गुवाहाटी के साथ कुछ नए डुअल डिग्री का ज्वाइंट प्रोग्राम लागू करने जा रहे हैं। एक छात्र को एक साथ दो डिग्री करने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र को इलेक्ट्रॉनिक्स में अलग-अलग मेजर और माइनर डिग्री दी जाएगी। कोई स्टूडेंट 4 साल की डिग्री करता है और उसकी रूचि बनती है कि इलेक्ट्रॉनिक मटेरियल्स पर काम करना है तो 3 साल इलेक्ट्रिकल और 1 साल इलेक्ट्रॉनिक मटेरियल कर सकते हैं। इससे उन्हें दो डिग्रियां मिलेंगी।

अल्युमिनाई फैकल्टी प्रोग्राम लागू

जो लोग इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। उन लोगों को संस्थान में लेकर आ रहे हैं। इसके लिए अलुमुनाई फैकल्टी प्रोग्राम लागू किया है। इसमें वे अलुमुनाई आते हैं जो इंडस्टीज से जुड़े हैं। इस समय आईआईटी बीएचयू में कुल 14 एलुमुनाई पढ़ा रहे हैं। हमने उनसे कहा है कि आप अपना कोर्स खुद डिजाइन किजिए। जो भी बदलाव इंडस्ट्री में आ रहे हैं उसके अनुरूप बदलाव लाएं। छात्र को हम शुरू से ही इंडस्ट्री एक्सपोजर दे रहे हैं। स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर को अलुमुनाई ने सपॉन्सर किया है। प्रो। विकास दुबे ने कहा कि रिसर्च एंड इनोवेशन के क्षेत्र में हमने काफी तेज काम किया है। इस साल हम लोग रिसर्च वर्क के काम में 3 गुना ज्यादा प्रगति लाएंगे.


Posted By: Inextlive