जीवन जीने की कला को नहीं भूलना चाहिए-प्रो. रचना
वाराणसी (ब्यूरो)। वसंत कन्या महाविद्यालय के हिंदी विभाग में चल रहे हिंदी सप्ताहोत्सव के दूसरे दिन संगीतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ हिंदी विभाग की एसोसिएट प्रो। डॉक्टर सपना भूषण ने छात्राओं को प्रतियोगिता के नियम बताते हुए किया। छात्राओं के उत्साहवर्धन के लिए प्राचार्या प्रो। रचना श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न विकट परिस्थितियों में हमें जीवन जीने की कला को नहीं भूलना चाहिए। स्वयं को खुश रखना अपनी जिम्मेदारी होती है। अत: इस तरह की प्रतियोगिताएं जो हमारे भीतर नव उत्साह व नव ऊर्जा का संचार करती हैं।
निर्णायक मंडल में इनकी रही भूमिका
प्रतियोगिता में बतौर निर्णायक मंडल के रूप में संगीत गायन विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर सीमा वर्मा,डॉक्टर अनुराधा बापुली, डॉ नैरंजना श्रीवास्तव एवं डॉ प्रियंका पाठक ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। कार्यक्रम में लगभग 17 छात्राओं ने प्रतिभागिता किया। जिसमें संगीत विभाग से तबला वादक अमित ईश्वर जी ने तबले का मधुर वादन कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। हारमोनियम पर संगीत विभाग की छात्राओं ने संगत किया। कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से एसोसिएट प्रोफेसर सपना भूषण व स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा जहान्वी द्विवेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर हिंदी विभाग से डॉक्टर शशिकला डॉक्टर प्रीति विश्वकर्मा एवं महाविद्यालय के अन्य शिक्षक गण भी उपस्थित रहें.