दो माह में चार तालाब कब्जामुक्त निगम के टारगेट पर 20 तालाब और कुंड सौंदर्यीकरण के लिए 5 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा


वाराणसी (ब्यूरो)शहर के तालाब, कुंड और पोखरों पर कब्जा करने वाले सावधान हो जाएं। नगर निगम ने 20 ऐसे तालाब, कुंड और पोखरों की सूची तैयार की है, जिन पर कई सालों से लोगों ने कब्जा कर रखा है। ऐसे तालाबों को नगर निगम ने अभियान चलाकर फोर्स के साथ कब्जेदारों से मुक्त कराना शुरू कर दिया है। अभियान के तहत नगर निगम ने दो महीने में चार तालाबों को कब्जे से मुक्त कराया है। इन पर प्रॉपर तरीके से मानीटरिंग भी की जा रही है कि कोई और तो कब्जा नहीं कर रहा है। इसलिए जिन लोगों ने पोखरा और तालाबों पर कब्जा किया, वह स्वेच्छा से छोड़ दें.

निगम के टारगेट पर कब्जेदार

नगर निगम ने प्रारंभ में 20 कब्जेदारों को टारगेट पर लिया है, जिन्होंने कई सालों से पोखरे पर कब्जा कर रखा है। इनको बार-बार हिदायत देने के बाद भी नहीं मान रहे हैैं। ऐसे लोगों के खिलाफ अब निगम ने कार्रवाई करने का मूड बना लिया है। फोर्स के साथ पहले नगर निगम के अधिकारी कार्रवाई करेंगे। बीच में आने पर एक्शन भी लिया जाएगा.

सीमा में 136 तालाब

नगर निगम की सीमा में कुल 136 तालाब हैं, जिनमें से 68 तालाब, कुंड और पोखरों पर इन्क्रोचमेंट है। इनकी भी लिस्ट तैयार कर ली गई है। प्रारंभ में अभी नगर निगम 20 तालाबों को कब्जे से मुक्त कराएगा। इसके बाद अन्य तालाबों और कुंडों पर जिन लोगों ने कब्जा किया, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पंचक्रोशी एरिया में कब्जे में तालाब

पंचक्रोशी एरिया में भी कई ऐसे तालाब हैं जिन पर लोगों ने किनारे-किनारे दुकानें लगा रखी है और कब्जा कर लिया है। इनको खाली कराने के लिए नगर निगम ने अभियान शुरू कर दिया है। कपिलधारा, खालिसपुर क्षेत्र में कई ऐसे तालाब और कुंड हैैं, जिन पर कब्जा है। नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद अब यह सब क्षेत्र नगर निगम में आ गया है। उस पर भी निगम की नजर पड़ गई है.

कई तालाब अस्तित्व में ही नहीं

शहर के कई तालाब पर कब्जा करके पाट दिया गया है, जिनका अब अस्तित्व ही नहीं देखने को मिलता है। अब जो बचे हुए पोखरे व तालाब हैं, उनको अस्तित्व में लाने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। नए नगरीय सीमा के तालाबों की अभी तक काउंटिंग नहीं हो पाई है। पानी के लेवल को मजबूत करने वाले पोखरियों को भी अतिक्रमणकारियों के द्वारा मंदिर, घर, दुकान, वेयर हाउस के नाम पर कब्जा कर लिया गया है। ऐसे में इन तालाबों और पोखरियों को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए नगर निगम प्रशासन ने अभियान शुरू कर दिया है.

चार तालाबों को कराया मुक्त

नगर निगम ने दो महीने के अंदर चार तालाबों और पोखरों को कब्जे से मुक्त कराया है। इनमें सोनिया, धनेसरा, देवपोखरी और परेड कोठी का तालाब शामिल है। इन पर नगर निगम ने अपना बोर्ड लगा दिया है। निगम के चार कर्मियों को इन पर प्रॉपर तरीके से नजर रखने के लिए निर्देश दिया है। सोनिया तालाब के पास लोगों ने कूड़ा फेंककर कब्जा करना चाहा, लेकिन ने वहां पर बड़े-बड़े पत्थर गाड़कर कब्जे में ले लिया है.

पांच करोड़ से सौंदर्यीकरण

कब्जे से मुक्त हुए तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। इसके लिए नगर निगम 5 करोड़ का बजट बनाकर शासन को भेजा है। बजट आने के बाद सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा। अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि शहर के पोखरे और तालाब जान हैं। इनका जीर्णोद्धार होना जरूरी है। जितने भी कब्जे में तालाब व कुंड उनको जल्द से जल्द मुक्त कराया जाएगा.

चार तालाब अतिक्रमणयुक्त हो गए हैं। उनको मुक्त कराने के लिए प्रॉपर एक्शन टीम बनाकर कार्रवाई की गई। इसके साथ ही समस्त तालाबों को योजनाबद्ध तरीके से सौंदर्यीकरण किया जाएगा.

सुमित कुमार, अपर नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive