Varanasi news: जमीन के मामले में वीडीए से ज्यादा नगर निगम मालामाल
वाराणसी (ब्यूरो)। शहर को चारचांद लगाने में वीडीए और नगर निगम दोनों की भूमिका अहम है। नगर निगम का दायरा शहर तक ही सीमित है, जबकि वीडीए का क्षेत्र शहर से लेकर गांवों तक है। ऐसी स्थिति में वीडीए के पास अच्छा खासा लैंड बैंक होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। सिर्फ शहर तक सीमित नगर निगम के पास 189.728 वर्ग किलोमीटर और वीडीए के पास मात्र 50 हेक्टयर ही लैंड बैंक है। नगर निगम की संपत्तियों के सर्वे में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। निगम की 15 हजार बीघा जमीन पर अवैध कब्जा है, जिसकी कीमत दो हजार करोड़ रुपये से अधिक है.
15 हजार बीघा जमीन पर अवैध कब्जा
नगर निगम का दायरा बढऩे के बाद उसके पास इतनी जमीन हो गई है कि इन्हें सुरक्षित कर इनका व्यावसायिक इस्तेमाल किया जाए तो अच्छी-खासी आय हो सकती है। नए और पुराने क्षेत्र को मिलाकर निगम का कुल क्षेत्रफल इस समय 189.728 वर्ग किलोमीटर है। इसमें 82.10 वर्ग किलोमीटर पुराना और 107.62 वर्ग किलोमीटर नया क्षेत्र शामिल है। कुल क्षेत्रफल में से लगभग 15 हजार बीघा जमीन पर अवैध कब्जा है। इन जमीन को कब्जा मुक्त कराने की कार्रवाई चल रही है.
कई पद हैैं रिक्त
नगर निगम की 15 हजार बीघा जमीन पर अवैध कब्जा है। इसकी कीमत दो हजार करोड़ रुपये से अधिक है। नगर निगम में तहसीलदार, लेखपाल व अमीन के पद रिक्त होने की वजह से ऐसी स्थिति है। बावजूद इसके प्रवर्तन दल के साथ मिलकर नगर निगम की टीम ने अवैध कब्जेदारों से जमीन को मुक्त कराने की कार्रवाई चल रही है। अभी हाल ही में विजया नगरम में निगम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 20 होटलों को सील कर दिया। इसके अलावा कई चार तालाबों को भी मुक्त कराया गया। नगर निगम के अनुसार संपत्तियों का सर्वे जारी है। जमीन और भवनों को चिह्नित कर उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए योजना बनाई गई है। नए क्षेत्रों में भी सर्वे की प्रक्रिया चल रही है.
शहर को हाईटेक में खर्च होगा पैसा
शहर में नए और पुराने को मिलाकर निगम के पास कुल 189.728 वर्ग किलोमीटर जमीन है। कई जमीन पर अवैध कब्जा है, जिसे चिन्हित कर कब्जा मुक्त कराया जा रहा है। कब्जा मुक्त होने के बाद इन जमीन पर व्यवसायिक गतिविधियां शुरू होंगी। इसके चलते शहर की तस्वीर और खूबसूरत होगी। साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा निगम की आय में वृद्धि होगी। इन पैसों का इस्तेमाल शहर को हाईटेक बनाने में किया जाएगा.
नगर निगम की संपत्तियों का सर्वे जारी है। जमीन और भवनों को चिह्नित कर उपयोग में लाया जाएगा। इसके लिए योजना बनाई गई है। नए क्षेत्रों में भी सर्वे कराया जा रहा है। नगर निगम के पास पहले 86 वर्ग किलोमीटर जमीन थी, जो सर्वे के बाद 182 वर्ग किमी हो गया है.
अमित शुक्ला, अपर नगर आयुक्त
वीडीए के पास 50 हेक्टयर जमीन है। इसमें 48 हेक्टयर पर ट्रांसपोर्ट नगर योजना और दो हेक्टयर पर कमिश्नर कम्पाउंड का कार्य चल रहा है। लैंड बैंक में वृद्धि होने पर टाउनशिप योजना पर काम किया जाएगा.
सुनील वर्मा, सचिव, वीडीए