घाटों से सिल्ट हटाने को नगर निगम ने तैनात की 250 लोगों की टीम प्रमुख घाटों पर दस-दस की टीम को लगाया गया अन्य घाटों पर 4-4 सिल्ट सूखने से पहले ही हटाने का दिया गया है निर्देश


वाराणसी (ब्यूरो)गंगा का जलस्तर घटते ही नगर निगम घाटों की सफाई के लिए एक्टिव हो गया है। क्योंकि देव दीपावली और डाला छठ के पर्व को अब ज्यादा दिन नहीं रहा है। निगम को 84 घाटों की सफाई भी करना है। ऐसे में नगर निगम ने सभी घाट पर्व पर चकाचक दिखे और सिल्क मुक्त नजर आए इसके लिए 150 मैनपावर घाटों की सफाई में लगा दिया है। यह सभी कर्मचारी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक घाटों से सिल्ट हटाने का कार्य करेंगे.

प्रमुख घाटों पर दस की टीम

नगर निगम ने जिन घाटों पर प्रोग्राम होने है वहां की सफाई के लिए दस कर्मचारियों की टीम लगाया है। इनमें से 6 सफाईकर्मी घाटों से सिल्ट हटाएंगे इसके अलावा 4 पंप लगाकर घाटों की सीढिय़ां को धोने का काम करेंगे। जहां सिल्ट अधिक होगा वहां पर सभी मिलकर सिर्फ सिल्ट को हटाने का कार्य करेंगे.

सिल्ट सूखने पर होती दिक्कत

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एनपी सिंह का कहना है कि गंगा का जलस्तर घटना शुरू हुआ है। सिल्ट अभी गिला है इसलिए साफ करने में दिक्कत नहीं होगी। सूख जाने पर सिल्ट को हटाने के लिए अधिक मेहनत करना पड़ता हैै। वहां पर दस कर्मचारियों को लगाने के बाद भी मेनपावर कम ही पड़ता है। दशाश्वमेध घाट्र अस्सी, पंचगंगा, राजेन्द्र प्रसाद, नमो घाट, चेतसिंह, बूंदी पर कोटा घाट पर कार्यक्रम होते है वहां पर टीम को लगाकर सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है।

सभी को दिया गया पंप

अन्य घाटों पर चार-चार कर्मचारियों की टीम को लगाया गया है। सभी कर्मचारियों को पंप प्रोवाइड कराया गया है। सिल्ट को हटाने के बाद पंप से सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। भैंसासुर घाट, प्रहलादघाट, रानीघाट, गायघाट, रविदास घाट, सामने घाट, पंचगंगा घाट समेत अन्य घाटों टीम को भेज दिया गया है। सभी को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द घाटों की सफाई करें.

घाटों की मरम्मत भी

घाटों की सफाई के साथ कई घाटों की सीढिय़ां भी टूट चुकी है। उनके पत्थरों को भी बदलने को कहा गया है। खासकर दशाश्वमेध घाट के अलावा राजेन्द्र प्रसाद घाट पर जो भी पत्थर खराब है उन्हें बदलने को भी कहा गया है। इसके अलावा जिन घाटों पर मरम्मत की जरूरत है वहां पर भी अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाकार घाट की मरम्मत की जाएगी। मेयर के निरीक्षण में कई घाटों पर खामियां ही खामियां मिली थी।

सीवर की भी दूर होगी समस्या

इसके अलावा नगर निगम डाला छठ और देव दीपावली के पर्व को देखते हुए घाट पर जहां-जहां सीवर बह रहे है उन्हें भी दूर करने के लिए टीम को लगाया गया है। दशाश्वमेध घाट और मणिकर्णिका घाट पर सीवर बहने की शिकायत वहां की जनता ने की थी इसे संज्ञान में लेते हुए नगर निगम ने टीम को वहां लगा दिया है। नाव संचालकों को भी निर्देश दिया गया है कि घाटों पर गंदगी न करें। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि देव दीपावली के बाद सबसे अधिक भीड़ डाला छठ पर होती है। डाला छठ के पर्व पर सभी घाटों पर लोगों की भीड़ आती है। इसलिए डाला छठ तक सभी घाट की सफाई हो जाएगी.

घाटों की सफाई के लिए 250 लोगों की टीम को तैनात किया गया है। देव दीपावली तक सभी घाट को चकाचक चमका दिया जाएगा। अगर कर्मचारियों की संख्या कम पड़ेगी तो और कर्मचारियों को लगाया जाएगा.

डॉएनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

वाराणसी (ब्यूरो)गंगा का जलस्तर घटते ही नगर निगम घाटों की सफाई के लिए एक्टिव हो गया है। क्योंकि देव दीपावली और डाला छठ के पर्व को अब ज्यादा दिन नहीं रहा है। निगम को 84 घाटों की सफाई भी करना है। ऐसे में नगर निगम ने सभी घाट पर्व पर चकाचक दिखे और सिल्क मुक्त नजर आए इसके लिए 150 मैनपावर घाटों की सफाई में लगा दिया है। यह सभी कर्मचारी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक घाटों से सिल्ट हटाने का कार्य करेंगे.

प्रमुख घाटों पर दस की टीम

नगर निगम ने जिन घाटों पर प्रोग्राम होने है वहां की सफाई के लिए दस कर्मचारियों की टीम लगाया है। इनमें से 6 सफाईकर्मी घाटों से सिल्ट हटाएंगे इसके अलावा 4 पंप लगाकर घाटों की सीढिय़ां को धोने का काम करेंगे। जहां सिल्ट अधिक होगा वहां पर सभी मिलकर सिर्फ सिल्ट को हटाने का कार्य करेंगे.

सिल्ट सूखने पर होती दिक्कत

नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एनपी सिंह का कहना है कि गंगा का जलस्तर घटना शुरू हुआ है। सिल्ट अभी गिला है इसलिए साफ करने में दिक्कत नहीं होगी। सूख जाने पर सिल्ट को हटाने के लिए अधिक मेहनत करना पड़ता हैै। वहां पर दस कर्मचारियों को लगाने के बाद भी मेनपावर कम ही पड़ता है। दशाश्वमेध घाट्र अस्सी, पंचगंगा, राजेन्द्र प्रसाद, नमो घाट, चेतसिंह, बूंदी पर कोटा घाट पर कार्यक्रम होते है वहां पर टीम को लगाकर सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है।

सभी को दिया गया पंप

अन्य घाटों पर चार-चार कर्मचारियों की टीम को लगाया गया है। सभी कर्मचारियों को पंप प्रोवाइड कराया गया है। सिल्ट को हटाने के बाद पंप से सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। भैंसासुर घाट, प्रहलादघाट, रानीघाट, गायघाट, रविदास घाट, सामने घाट, पंचगंगा घाट समेत अन्य घाटों टीम को भेज दिया गया है। सभी को निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द घाटों की सफाई करें.

घाटों की मरम्मत भी

घाटों की सफाई के साथ कई घाटों की सीढिय़ां भी टूट चुकी है। उनके पत्थरों को भी बदलने को कहा गया है। खासकर दशाश्वमेध घाट के अलावा राजेन्द्र प्रसाद घाट पर जो भी पत्थर खराब है उन्हें बदलने को भी कहा गया है। इसके अलावा जिन घाटों पर मरम्मत की जरूरत है वहां पर भी अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाकार घाट की मरम्मत की जाएगी। मेयर के निरीक्षण में कई घाटों पर खामियां ही खामियां मिली थी।

सीवर की भी दूर होगी समस्या

इसके अलावा नगर निगम डाला छठ और देव दीपावली के पर्व को देखते हुए घाट पर जहां-जहां सीवर बह रहे है उन्हें भी दूर करने के लिए टीम को लगाया गया है। दशाश्वमेध घाट और मणिकर्णिका घाट पर सीवर बहने की शिकायत वहां की जनता ने की थी इसे संज्ञान में लेते हुए नगर निगम ने टीम को वहां लगा दिया है। नाव संचालकों को भी निर्देश दिया गया है कि घाटों पर गंदगी न करें। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि देव दीपावली के बाद सबसे अधिक भीड़ डाला छठ पर होती है। डाला छठ के पर्व पर सभी घाटों पर लोगों की भीड़ आती है। इसलिए डाला छठ तक सभी घाट की सफाई हो जाएगी.

घाटों की सफाई के लिए 250 लोगों की टीम को तैनात किया गया है। देव दीपावली तक सभी घाट को चकाचक चमका दिया जाएगा। अगर कर्मचारियों की संख्या कम पड़ेगी तो और कर्मचारियों को लगाया जाएगा.

डॉएनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी

Posted By: Inextlive