उमेश पाल हत्याकांड व निकहत कांड के बाद नेपाल में लिया शरण ठेकेदारी मछली कारोबार मादक पदार्थ समेत कई अवैध में हैं शामिल

वाराणसी (ब्यूरो)उमेश पाल हत्याकांड के चलते माफिया अतीक अहमद के साथ मुख्तार अंसारी के गिरोह से जुड़े करीबियों की धर-पकड़ तेज हो गई है। दोनों के बीच पुराना कनेक्शन होने की वजह से पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम लगातार इनके करीबियों को दबोचने में जुटी है। टीम लगातार वाराणसी समेत आसपास के जिलों में संभावित जगहों पर दबिश भी दे रही है। इस बीच अतीक अहमद व मुख्तार अंसारी पर शासन का एक्शन मूड देखकर ठेकेदारी, मछली, कोयला, टॉवर, मादक पदार्थ समेत कई गलत कार्यों में लिप्त इनके करीबी लोगों ने नेपाल में शरण ले ली है। ये इंटरनेट कॉलिंग के साथ सोशल मीडिया के जरिए अपने कार्यों को संचालित कर रहे हैं.

मुख्तार की मुख्तारी

वाराणसी समेत चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, मऊ सहित अन्य जनपदों में रेलवे में ठेकेदारी, पार्किंग स्टैंड, मोबाइल टॉवर, मछली, मादक पदार्थ व हथियारों की तस्करी में मुख्तार अंसारी की जबर्दस्त दखल है। इस धंधे में करीब बीस लोग मुख्य भूमिका में हैं, जिनके इशारे पर कारोबार चलता है। मुख्तार अंसारी के जेल में बंद होने व प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद पिछले पांच साल से मुख्तारी कमजोर हो गई है.

270 करोड़ सालाना आय

सिर्फ मछली कारोबार से मुख्तार व उसके सहयोगियों को सालाना 70 करोड़ की आय होती थी, लेकिन मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों पर लगातार हो रही कार्रवाई से कारोबार प्रभावित हुआ है। इसी तरह रेलवे में ठेकेदारी, टॉवर में डीजल व कोयला से हर साल दो सौ करोड़ की कमाई होती थी, लेकिन अब इन कारोबार पर जबर्दस्त असर पड़ा है।

संपत्तियों पर बुलडोजर

साल 2017 से अब तक करीब तीन अरब की संपत्तियों पर बुलडोजर गरजा व दो अरब की संपत्तियों को जब्त भी किया गया है। हालांकि सबसे अधिक मऊ, गाजीपुर व आजमगढ़ में ध्वस्तीकरण व जब्तीकरण की कार्रवाई हुई। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के खिलाफ वाराणसी जोन की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। शूटर्स और गुंडों की फौज रखने वाले मुख्तार और करीबियों का बनारस, मऊ व गाजीपुर में 166 शस्त्र लाइसेंस निलंबित और 120 शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। 164 असलहे पुलिस की निगरानी में जमा है।

करीबियों की निगरानी

उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित अतीक अहमद के बहाने पुलिस ने मुख्तार अंसारी व उनके रिश्तेदारों के साथ करीबियों पर निगरानी बढ़ा दी है। मुखबिरों के जरिए करीबियों की डिटेल जुटाई जा रही है। इस अभियान में बनारस समेत आसपास के जनपदों की पुलिस से भी मदद ली जा रही है। यही नहीं, मुख्तार गिरोह पर मुकदमों की संख्या भी साल दर साल बढ़ती गई.

जमकर हुई कार्रवाई

बनारस, मऊ, गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, भदोही, बलिया में मुख्तार सहित गुर्गों पर 146 मुकदमे दर्ज हुए, जबकि 245 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। 66 गुंडों पर कार्रवाई की गई, इसमें 39 जिला बदर किए गए, जबकि मऊ में छह के खिलाफ एनएसए लगाया गया।

जेल में बंद माफिया मुख्तार और उसके करीबियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। एसटीएफ की टीम गिरोह को खत्म करने के लिए लंबे समय से लगी है। धरपकड़ के लिए इनके लोकेशन ट्रेस किए जा रहे हैं।

विनोद सिंह, एसटीएफ प्रभारी

Posted By: Inextlive