अंधेरे में बनारस की गलियां
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी को स्मार्ट शहर बनाने में अरबों रुपए खर्च हो गए। इसके बाद भी कई मुहल्ले और गलियां अंधेरे में हैं। इन गलियों की लाइटें खराब हैं तो कहीं लाइट के लिए पोल ही नहीं लगा है। कहीं पोल लगाने के बाद लाइट लगाना भूल गए। यह सिनेरियो है स्मार्ट शहर का। आप यकीन नहीं मानेंगे सिटी के मुहल्ले और गलियों को जगमग करने के लिए 52937 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी। इनमें 10,835 स्ट्रीट लाइटें खराब है। बारिश जब से शुरू हुई तब से यह आंकड़ा और बढ़ गया है.
संभव जनसुनवाई में उठ चुका मुद्दा
शहर के मुहल्लों में लाइट लगाने के लिए वार्ड के पार्षद जनसुनवाई में भी मुद्ददा उठा चुके हैं। इसके बाद भी स्ट्रीट लाइट को ठीक नहीं किया गया है। अब इस समय बारिश में लाइट न रहने से लोगों को अंधेरे में ही आना-जाना पड़ रहा है। कई मुहल्लों में बारिश के चलते पोल में गड़बड़ी आ गयी है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.
सिटी में 52937 स्ट्रीट लाइटें
सिटी को जगमग करने के लिए 52937 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। इनमें से 3570 हेरिटेज पोल भी शामिल हैं। इन लाइटों के सहारे शहर को जगमग किया जा रहा था। शहर तो जगमग हुआ, लेकिन कुछ दिनों बाद ही अधिकतर लाइटें खराब होना शुरू हो गई थी। अब तक 10835 स्ट्रीट लाइटें खराब हो चुकी है। इसके चलते शहर की तमाम गलियां अंधेरे में है.
बारिश में बढ़ जाती समस्या
नगर निगम के आलोक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश के दिनों में लाइटिंग की समस्या बढ़ जाती है। क्योंकि कार्बन आ जाने से अधिकतर पोल की लाइट चली जाती है। करेंट उतरने के डर पोल पर कोई चढ़ता नहीं है। इसके चलते कई मुहल्ले के पोल में लाइट नहीं रहती है। आलोक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लाइटों की मरम्मत कराना शुरू किया गया है। इसके लिए एजेंसी के कर्मचारियों को जल्द से जल्द से ठीक करने के लिए निर्देश दिया गया है.
निजी एजेंसी को सौंपा गया
आलोक विभाग के अधिकारियों का कहना कि स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव निजी एजेंसी को सौंप दिया गया है। ऐसे में इसकी मरम्मत निजी एजेंसी के माध्यम से ही हो सकता है। सीपीडब्ल्यूडी, नैंसी, वाराणसी स्मार्ट सिटी, ईईएसएल के माध्यम से स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। कुछ स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव भी एजेंसी के लोग ही कर रहे है।
एक महीने के अंदर दुरुस्त
शहर की लाइटों को को एक महीने के अंदर दुरुस्त किया जाएगा। वार्ड के पार्षदों ने इस मामले को गंभीरता से नगर आयुक्त के समक्ष रखा था। पोल की लाइट खराब होने से तमाम गलियां अंधेरे में है। नगर आयुक्त के निर्देश पर शहर की सभी खराब स्ट्रीट को दुरुस्त कराने का लक्ष्य रखा गया है। अब स्ट्रीट लाइटों के रखरखाव की जिम्मेदारी जोनल स्तर पर तय करने पर भी विचार किया जा रहा है.
30 हजार स्ट्रीट लाइटें नवशहरी एरिया में
30 हजार स्ट्रीट लाइटें नवशहरी एरिया में लगाने के लिए लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम नवशहरी एरिया में मूलभूत सुविधाओं के विकसित करने के बाद सभी नए वार्डों में स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएगी। इसके अलाव8ा 84 गांवों व रामनगर तथा सूजाबाद में स्ट्रीट लाइटें लगाया जाएगा। पहले शहर की लाइट को ठीक करने के बाद नवशहरी एरिया में लाइट को लगाया जाएगा।
बारिश के दिनों में कार्बन आ जाने से ज्यादातर मुहल्लों की लाइटें खराब हो जाती हैं। एक महीने के अंदर शहर की लाइटों को ठीक कराया जाएगा.
अजय राम, एक्सईएन, आलोक विभाग