Varanasi news: दुनिया में बूम पर काशी का क्रेज
वाराणसी (ब्यूरो)। स्वर्वेद धाम, नमो घाट, फुलवरिया फोरलेन, क्रूज, विश्वनाथ धाम, गंगा आरती, एयरपोर्ट, सारनाथ तमाम बेहतरीन तस्वीरों के साथ काशी पूरी दुनिया को आकर्षित कर रही है। काशी दर्शन के लिए अब रोजाना इंडियन ही नहीं, बल्कि विदेशी मेहमान बड़ी तादाद में वाराणसी घूमने आ रहे हैं। 18 दिसंबर को काशी दर्शन पास का शुभारंभ होने के बाद मात्र 20 दिन में सात हजार से अधिक लोगों ने काशी को निहारने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें जर्मनी, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया आदि देशों के सैनाली भी शामिल हैं। यही नहीं, वेबसाइट पर 15000 से अधिक टूरिस्ट्स ने विजिट किया है।
भविष्य में और सुविधाएं
सैलानियों के लिए काशी दर्शन पास एप काफी उपयोगी साबित हो रहा है। घरेलू और विदेशी टूरिस्ट काशी दर्शन पास पर रजिस्ट्रेशन करा सुविधा उठा रहे हैं। दुनिया को संदेश देने के साथ अध्यात्म व विकास पथ पर हर दिन बदलती काशी को देखने के लिए पिछले महीने 18 दिसंबर में पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी दौरे में काशी दर्शन पास की शुरुआत की थी। इस एकीकृत पास के जरिए काशी विश्वनाथ मंदिर का सुगम दर्शन और ऐतिहासिक धरोहरों को देख सकते हैं। साथ ही सड़क और क्रूज पर यात्रा कर सकेंगे। प्रारंभिक रूप से प्रत्येक पास से सुविधा में 10-20 फीसदी छूट मिल रही है। भविष्य में इसके जरिए और भी सुविधाएं जोडऩे की योजना है।
काशी दर्शन के फायदे
मोबाइल एप एवं वेबसाइट के माध्यम से काशी दर्शन पास प्राप्त किया जा सकता है। काशी विश्वनाथ धाम का सुगम दर्शन, सारनाथ का लाइट एंड साउंड शो, क्रूज से जल विहार, पार्किंग, (बेनियाबाग, गोदौलिया, मैदागिन) ई -बस, एग्जीक्यूटिव रेलवे लॉउंज आदि की सुविधा और आने वाले समय में काशी के अन्य धार्मिक स्थल और धरोहरों को भी इस पास से जोड़ा जा सकता है। इस पास के इस्तेमाल से किसी भी जगह पर लाइन में लगने से भी बच सकेंगे। प्रारंभिक रूप से प्रत्येक सुविधा में 10-20 प्रतिशत छूट, एक ही क्यूआर कोड से विभिन्न सेवाओं का लाभ, अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं द्वारा भुगतान की सुविधा, भविष्य में निजी सेवाओं को जोडऩे की भी योजना है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2023 को एप लांच किया था। इसके बाद से काशी दर्शन पास की लोकप्रियता विदेशों तक बढ़ रही है। इतने कम दिनों में सात हजार से अधिक लोगों ने रेजिस्ट्रेशन कराया है।
डॉ। डी वासुदेवन, सीजीएम, वाराणसी स्मार्ट सिटी
बस का टाइम चेंज
इलेक्ट्रिक बस सेवा 'काशी दर्शनÓ की समय सारिणी में परिवर्तन किया गया है। साथ ही स्वर्वेद मंदिर धाम को रूट प्लान से बाहर कर दिया गया है। नई इलेक्ट्रिक बस सेवा का ट्रायल शुरू हो गया है। सिटी बस ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड के चेयरमैन की स्वीकृति मिलने के बाद आधिकारिक तौर पर इस सेवा का शुभारंभ कर दिया जाएगा। संशोधित समय सारिणी के अनुसार इलेक्ट्रिक बस सुबह नौ बजे कैंट स्टेशन से यात्रियों को लेकर चलेगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में बस को ठहराव दिया जाएगा। नमो घाट के बाद यात्रियों को लेकर सारनाथ पहुंचेगी। यहां डेढ़ घंटे तक रुकेगी। इस बीच यात्री बुद्ध स्टेच्यू, म्यूजियम, धमेख स्तूप और सारनाथ बुद्धिस्ट टैंपल का भ्रमण कर सकेंगे। तुलसी मानस मंदिर, दुर्गाकुंड के बाद संकट मोचन मंदिर में सैलानियों को दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इसके बाद बस कैंट स्टेशन लौट आएगी.
बस के लिए 420 रुपये
इलेक्क्ट्रिक बस से पूरे दिन भ्रमण कार्यक्रम का किराया 525 रुपये प्रति यात्री निर्धारित किया गया है। शुरुआती चरण में दर्शनार्थियों को किराए में 20 प्रतिशत छूट देने की योजना है जिसके बाद उन्हें करीब 425 रुपये किराया देना होगा.