-रामकथा के चौथे दिन मोरारी बापू ने मानस संग मसान के महत्व को बताया बोले बस परमात्मा का नाम ही सबसे बड़ा

लागति अवध भयावनि भारी। मानहुॅं कालराति अंधियारी। घर मसान परिजन जनु भूता। सुत हित मीत मनहुॅं जमदूत। मानस मसान समान है रामकथा, राम की तरह कोमल भी है और कराल भी है। रामचरित मानस का आदि दैविक रूप सुहाना है। सभी कामना सिद्ध हो जायें या कामना निकल जायें यही मानस मसान है। ये बातें डोमरी स्थित सतुआ बाबा आश्रम कैंपस में चल रही रामकथा मानस मसान के चौथे दिन मंगलवार को कथा मर्मज्ञ संत मोरारी बापू ने व्यास पीठ से कहीं।

 

अभिनेता इस्सर करेंगे नाटक का मंचन

रामकथा के तहत आयोजित सांस्कृतिक संध्या में बुधवार शाम को महाभारत में कृष्ण बने नीतिश भारद्वाज और दुर्योधन बने अभिनेता पुनित इस्सर अपने कार्यक्रम 'चक्रव्यूह' का मंचन करेंगे। इसके लिए मंगलवार दोपहर दोनों बनारस पहुंच भी गए। देर शाम दोनों ने कथा स्थल पर पहुंचकर बापू का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। वहीं देश के अलग अलग कोनों से आये कवियों की ओर से मंगलवार शाम को कथा स्थल पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।

Posted By: Inextlive