बीएचयू के 103वें दीक्षांत समारोह के दूसरे दिन वीकेएम की ओर से पदक वितरण कार्यक्रम वीकेएम की यूजी व पीजी की 900 छात्राओं को दी गई उपाधि 6 छात्राओं को मेडल व उपाधि से नवाजा गया


वाराणसी (ब्यूरो)काशी हिंदू विश्वविद्यालय के 103वें दीक्षांत समारोह के तहत दूसरे दिन रविवार को वसंत कन्या महाविद्यालय कमच्छा की ओर से आयोजित समारोह में यूजी और पीजी की छात्राओं को उपाधि से नवाजा गया। बीएचयू के महामना सभागार में आयोजित इस समारोह में महाविद्यालय के गौरव में वृद्धि करते हुए तीन छात्राओं को बीएचयू गोल्ड मेडल से नवाजा गया। स्नातक अंग्रेजी की छात्रा द्युति विश्वास को मिस सौमिता दत्ता मेमोरियल गोल्ड मेडल, बीएचयू गोल्ड मेडल एवं श्री दुर्गा दत्त-ईश्वरी दत्त पुरस्कार, अंग्रेजी विषय में स्नातक स्तर पर सर्वोच्च अंक (ष्टत्रक्क्र-8.95) प्राप्त करने के लिए, अनामिका मिश्रा को संगीत गायन में फस्र्ट रैंक (ष्टत्रक्क्र-8.86) प्राप्त करने के लिए बीएचयू मेडल और बुशरा नाज को चित्रकला में फस्र्ट रैंक (ष्टत्रक्क्र-8.23) प्राप्त करने के लिए संत रामपुर कुमार पुरस्कार प्रदान किया गया.

पीजी की तीन छात्राओं को पदक व प्रशस्ति पत्र

महाविद्यालय में परास्नातक विषय में समग्र रूप से शीर्ष 3 छात्राएं- संस्कृत विषय में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए रंजना यादव (ष्टत्रक्क्र-9.19) द्वितीय स्थान पर संस्कृत विषय की पल्लवी (ष्टत्रक्क्र-9.13) और मनोविज्ञान की ईशा तिवारी (ष्टत्रक्क्र-9.13) को सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए पदक व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में लगभग 900 छात्राओं को स्नातक एवं परास्नातक उपाधियों का वितरण किया गया। प्रात: कालीन सत्र में मुख्य अतिथि प्रोफेसर कल्पलता पांडेय (पूर्व कुलपति, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया) एवं विशिष्ट अतिथि शांति स्वरूप भट्नागर पुरस्कार से सम्मानित प्रो। एससी लखोटिया (एसईआरबी के प्रतिष्ठित फेलो साइटोजेनेटिक्स प्रयोगशाला, प्राणीशास्त्र विभाग, बीएचयू) रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन से छात्राओं के उत्साह का संवर्धन किया तथा उन्हें अपने जीवन में प्रगति करने के लिए आशीर्वाद दिया.

सभी विभागाध्यक्षों की रही मौजूदगी

द्वितीय सत्र-अपराह्न 12:30 बजे से आरंभ हुआ। इसमें कला संकाय और सामाजिक विज्ञान संकाय की छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। इस सत्र में मुख्य अतिथि भारतीय शास्त्रीय गायक, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय गोरखपुर के संगीत विभाग के पूर्व अध्यक्ष, पद्मश्री प्रो। राजेश्वर आचार्य, कला संकाय अध्यक्ष प्रो। किशोर मिश्र, कुलसचिव- प्रो। अरुण कुमार सिंह तथा सामाजिक विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो। बिंदा परांजपे ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में विभिन्न विषयों के विभागाध्यक्ष भी मौजूद रहे। इसमें स्नातक स्तर पर प्रत्येक विषय में महाविद्यालय ने सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली प्रथम तीन छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और पदक प्रदान किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ कुलगीत, दीप प्रज्ज्वलन एवं वीकेएम की प्राचार्या प्रो। रचना श्रीवास्तव के स्वागत भाषण से हुआ। जिन्होंने जीवन में शिक्षा के मूल्य को रेखांकित किया और छात्राओं को एक अच्छा व्यक्ति बनने और उत्तम चरित्र को गढऩे के लिए प्रेरित किया। संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन प्रो। सीमा वर्मा, प्रो। पूनम पाण्डेय और डॉ। सुप्रिया सिंह ने किया। इस दौरान महाविद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे.

वीकेएम में मास्टर्स बैच 2023 के 11 विषयों में दूसरा स्थान हासिल करना वास्तव में मेरे लिए बहुत सम्मान का क्षण था। मुझे यह उपलब्धि मिलना मेरे शिक्षकों के निरंतर प्रयासों और मेरी क्षमताओं में उनके अटूट विश्वास के बिना संभव नहीं था। मेरा मानना है कि निरंतरता और कड़ी मेहनत ही मेरी सफलता की कुंजी है। मैं आगे भी इसी तरह से कड़ी मेहनत से अपने पैरेंट्स और सभी टीचर्स का मान बढ़ाने का प्रयास करती रहूंगी।

ईशा तिवारी, सेकेंड रैंक (मनोविज्ञान)

वसंत कन्या महाविद्यालय में मेरी यात्रा ने मुझे एक छात्रा के रूप में बहुत कुछ सिखाया है। शिक्षाशास्त्र में मुझे समृद्ध करने के अलावा संस्थान ने मुझे अनुशासन और गरिमा का मूल्य सिखाया है। मेरी टीचर निहारिका, सुप्रिया, पूर्णिमा और सौमिली के मार्गदर्शन ने मुझे मुझे इस मुकाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। जिसका नतीजा है कि आज मुझे गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। मुझे खुशी है कि मैं अपने शिक्षकों को गौरवान्वित करने में अपना योगदान दे सकी हूं।

धुति विश्वास, डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश

फाइनली आज मैंने रजत पदक के साथ अपनी स्नातक की पढ़ाई वसंत कन्या महाविद्यालय-बीएचयू से पूरी कर ली है। मुझे इस बात का गर्व है कि मैं अपनी आदर्श व महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो। रचना श्रीवास्तव की शिष्य हूं। इन्हीं के आर्शिवाद और कदम-कदम पर सपोर्ट करने का नतीजा है कि मुझे गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। मैं फैकल्टी के अपने उन सभी टीचर्स का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं जिन्होंने मेरी हर समस्याओं को सुलझाने की प्रकृति और शिक्षण के साथ मेरे शिक्षा की इस यात्रा में मदद की है.

कशिश फरहीन-बीए थर्ड ईयर- डिपार्टमेंट ऑफ होम साइंस ऑनर्स,

मुझे यह मेडल मिला सौभाग्य की बात है, मैने यह सोचकर कभी भी पढ़ाई नहंी कि कि मुझे गोल्ड मेडल मिले। मैं अपने उन सभी फैकल्टी मेंबर्स व टीचर्स की शुक्रगुजार हूं, जिनके ज्ञान वर्धन से आज मुझे मेडल पाने का सौभाग्य मिला है। इसका श्रेय मैं अपने पैरेंट्स और अपने टीसर्च को देना चाहूंगी। जिन्होंने मुझे मेरे शिक्षा से सफर में साथ दिया। वसंत कन्या महाविद्यालय का अनुशासन एवं शैक्षणिक वातावरण अत्यंत उत्तम है। यहां की सभी शिक्षिकाओं के कुशल निर्देशन में मुझे प्रथम स्थान प्राप्त हुआ जो मेरे लिए अमूल्य निधि है।

रंजना यादव, डिपार्टमेंट ऑफ संस्कृत

किसी भी व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके स्वयं की क्षमताओं के साथ उसे शिक्षा प्रदान करने वाले गुरुजनों और अभिभावकों तथा आसपास के लोगों का सहयोग निश्चित ही अपेक्षित होता है। उसी प्रकार मेरी इस सफलता के पीछे महाविद्यालय की शिक्षिकाओं का योगदान है। सभी के पथप्रदर्शन के माध्यम से ही मैंने इस मुकाम को हासिल किया है, मैं आगे भी अपनी अपने शिक्षकों और अभिभावकों का गौरव बनने का प्रयास करूंगी और इस रजत को स्वर्ण में परिवर्तित करने का प्रयास करूंगी।

पल्लवी, सेकेंड रैंक- एमए-डिपार्टमेंट ऑफ संस्कृत

पदक प्राप्त करने के बाद मैं खुद को काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। इस खुशी को बयां कर पाना काफी मुश्किल है। महामना की बगिया में आकर सम्मानित अतिथियों के हाथों पदक पाना मेरी लिए बहुत ही सम्मान की बात है। यह एक ऐसा पल और सुखद अनुभव है, जो ताउम्र याद रहेगा। मैं महाविद्यालय की प्राचार्य रचना श्रीवास्तव और शिक्षिका दीक्षा और वर्षा की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने पूरी यात्रा में मेरा हर संभव साथ दिया.

बु्रशरा नाज, वीकेएम

कृषि शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने की आवश्यकता

वहीं दीक्षांत समारोह के अंतर्गत कृषि विज्ञान संस्थान-बीएचयू का उपाधि वितरण समारोह के मुख्य अतिथि यूपी सरकार के कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह थे। समारोह के विशिष्ट अतिथि डॉ। प्रवीण कुमार सिंह, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय थे। मुख्य अतिथि ने दीक्षांत भाषण देते हुए विभिन्न पदक और डिग्री प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाले सभी स्नातकों को बधाई दी। उन्होंने कृषि शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ। प्रवीण कुमार सिंह ने कृषि उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने में हमारे देश की सफलता के बारे में बताया। उन्होंने स्नातकों से देश की निरंतर समृद्धि के लिए अपने कृषि कौशल के साथ समाज की सेवा करने पर जोर दिया। स्वागत भाषण प्रोफेसर एसवीएस राजू, निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान ने दिया। कृषि संकाय प्रमुख प्रो। ब्रजेश सिन्हा ने किसानों के साथ मिलकर किसानों के लिए कार्य करने के लिए विद्यार्थियों का आह्वाहन किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो। शाहिद प्रवेज व संचालन डॉ। मो। अफजल अहमद और डॉ। अंकिता हुडा ने किया.

Posted By: Inextlive