फरवरी-मार्च महीने में होने लगा मई-जून वाली गर्मी का अहसास सतर्कता के साथ जीवनयापन करने के लिए प्रशासन ने दिया अलर्ट पाल्यूशन बोर्ड का दावा प्रदूषण पर किया जाएगा नियंत्रण

वाराणसी (ब्यूरो)इस साल ठंड के बीचोबीच फरवरी के महीने से ही कड़क गर्मी पडऩी शुरू हो गई है। इसको देखते हुए लोगों की जीवनशैली अभी से पूरी तरीके से बदल गई है। लोगों का कहना है कि इस बार अभी से गर्मी की आहट शुरू हो गई है तो मौसम वैज्ञानिकों ने कई प्रकार के संकेत देने शुरू कर दिए हैं और लोगों को अभी से सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैैं। भयंकर गर्मी को देखते हुए जहां सामान्य जीवन अस्तव्यस्त हो गया है वहीं किसानों को भी इसकी चिंता सताने लगी है.

फसलों को होगा नुकसान

मौसम की बेरूखी के कारण इस बार सबसे ज्यादा नुकसानदायक किसानों के लिए होने वाली है। किसानों की तरफ से गेहूं, सरसों, चना, अरहर इत्यादि फसलों को अपने खेतों में लगाया गया है, जबकि गेहूं जैसी फसलों को पकने और तैयार होने में कुल चार माह का समय लगता है और उसे तैयार होने के लिए ठंडे मौसम की आवश्यकता होती है। अभी से पड़ रही बेतहाशा गर्मी के कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखनी शुरू हो गई है और लोगों को डर सताने लगा है कि आखिर उनकी फसल कैसे तैयार होगी.

बारिश के देर होने पर बढ़ेगा प्रदूषण लेवल

एक तरफ गर्मी तो दूसरी तरफ मौसम में बारिश की अहमियत पर अभी से चर्चा शुरू हो गई है। इस बारे में वैज्ञानिकों का दावा है कि यदि इस साल बारिश में देर होती है तो प्रदूषण का ग्राफ काफी हाई हो जाएगा। इसके पीछे कारण दिया जा रहा है कि गर्मी के कारण वायु में शामिल धूल कण हवा में तैरते रहेंगे जोकि लोगों को कई प्रकार की बीमारियों की दावत देंगे। यदि समय से बारिश हो जाती है तो प्रदूषण का लेवल गिर जायेगा और हवा में घुले हुए सारे प्रकार के धूल कण मिट्टी में दब जायेंगे.

सेहत का रखना होगा खास ख्याल

बदलते मौसम को देखते हुए वैज्ञानिकों के साथ ही शहर के डाक्टरों ने लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की सलाह देनी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इस साल मार्च के ही महीने में भयंकर गर्मी होने के कारण 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास शहर का तापमान हो जायेगा, जिस कारण लोगों को मई-जून वाली गर्मी मार्च में अहसास होने लगेगी। इसको देखते हुए लोगों को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की सलाह अभी से दी जाने लगी है। वहीं लोगों को अभी से ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है.

एक नजर एक्यूआई इंडेक्स पर

अर्दली बाजार-56

भेलूपुर-81

बीएचयू-48

मलदहिया-7

फरवरी के ही महीने से जारी गर्मी काफी परेशान करने वाली है। आने वाले महीनों में और भयंकर गर्मी पडऩे की संभावना है, जिसके मद्देनजर लोगों को अपनी जीवनशैली का खास ख्याल रखना होगा.

बीडी त्रिपाठी, मौसम वैज्ञानिक, बीएचयू

अधिक गर्मी पडऩे के कारण शहर का वायु प्रदूषण प्रभावित होगा। साथ ही लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ेगा। इस दौरान छिड़काव कराते हुए एयर इंडेक्स को सामान्य करने का निरंतर प्रयास जारी रहेगा.

एससी शुक्ला, रीजनल आफिसर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

Posted By: Inextlive