Chhath Pooja in Varanasi: छठ के लिए छेंकने लगे घाट
वाराणसी (ब्यूरो)। लोक आस्था का महापर्व डाला छठ का चार दिवसीय पूजन 17 नवंबर से शुरू हो रहा है। छठी मइयां और भगवान भास्कर को मनाने के लिए लोगों ने अभी से घाट को छेंकना शुरू कर दिया है। कहीं बेदी बनाकर घाट के पत्थरों को घेरा गया है तो कहीं नाम लिखकर कुंड किनारे सीढिय़ों को छेंका गया है। ताकि वहां गन्ना, दउरी, सूप और फल को रखकर पूजन कर सकें.
नहाय-खाय के साथ शुरू
17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ छाला छठ का महापर्व शुरू हो रहा है। एक दिन का समय शेष बचा है गंगा किनारे, कुंड सरोवरों के किनारे लोगों ने साफ-सफाई कर मिट्टी की बेदी बनाना शुरू कर दिया है। इस पर्व पर चार दिनों तक कठिन व्रत रखकर सूर्य का पूजन किया जाता है।
खुद कर ली सफाई
जिन घाटों पर सफाई नहीं हुई थी वहां लोगों ने खुद साफ कर घेरा बना लिया ताकि डाला छठ का पूजन कर सके। रविवर की शाम डूबते सूर्य को अघ्र्य दिया जाएगा। सोमवार को उगते सूर्य को अघ्र्य देकर व्रत का समापन किया जाएगा।
कुंडों की सफाई नहीं
अभी तक नगर निगम ने कई तालाबों की साफ सफाई नहीं की गई है। कुछ युवा समाज सेवियों ने अपने स्तर से साफ सफाई करना शुरू कर दिया है लेकिन
घाटों पर फैली गंदगी
अभी भी कई घाटों पर गंदगी फैली हुई है। सूरज कूंड पोखरा, ईश्वरगंगी पोखरा, मच्छोदरी, मैदागिन, रामकटोरा पोखरे पर गंदगी फैली हुई है। वहीं घाटों के किनार सक्का घाट, त्रिलोचन घाट, भैंसासुर घाट, पंचगंगा घाट के किनारे अभी कई जगह गंदगी फैली हुई है। गई जगह घाटों पत्थर उखड़कर फैला हुआ है। कई जगह मिट्टी की सिल्ट जमा हुआ है।
नगर निगम का दावा
नगर निगम ने 17 नवंबर की शाम से पहले ही अघ्र्य देने वाले स्थानों को तैयार कर लेने दावा किया है। बुधवार को निरीक्षण के बाद निगम ने कई घाटों पर सिल्ट जमा हुआ है इसको देखकर नगर आयुक्त ने तुरंत साफ कराने का आदेश दिया है। क्योंकि इन घाटों पर कल से लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो जाएगी। कई घाटों पर पम्प लगाकर युद्ध स्तर पर सफाई की जा रही है।
निरीक्षण में बदहाल मिले घाट
छठ पर्व के मद्देनजर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा। एनपी सिंह ने संत रविदास घाट से लेकर राजघाट तक गंगा घाटों का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकतर घाटों पर सिल्ट पाया गया। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मियों को सिल्ट साफ करने के लिए लगाया गया है।
अस्सी की सफाई चुनौती
नगर स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार छठ पर्व पर अघ्र्य देने के लिए अस्सी, केदार, दशाश्वमेध, आरपी, राजघाट, गायघाट पर ज्यादा भीड़ जुटती है। इसे देखते हुए इन घाटों पर सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया गया है। अस्सी घाट का दायरा बहुत बड़ा है, जहां भारी मात्रा में सिल्ट जमा हो गया है, जिसे साफ किया जा रहा है। फिलहाल 17 नवंबर की सुबह तक सभी घाटों को साफ कर लिया जाएगा। इसके अलावा सामने घाट के पास गंगा के किनारों को साफ किया जा रहा है। कुंड, तालाब और पोखरों की सफाई कराई जा रही है.
घाटों की सफाई युद्धस्तर पर की जा रही है। 17 की सुबह तक अधिकतर घाटों को साफ कर दिया जाएगा। अतिरिक्त सफाईकर्मियों को लगाकर काम कराया जा रहा है.
डॉ। एनपी सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी