Varanasi: दादा क्या कोई परदादा भी आ जाए तब भी वह टीम की खराब हालत को नहीं सुधार सकता है. टीम का प्रदर्शन तभी सुधरेगा जब बेसिक पर ध्यान दिया जाएगा. ये बातें मंगलवार को फार्मर इंडियन क्रिकेटर मनोज प्रभाकर ने कैंटोन्मेंट स्थित होटल में मीडिया से बात करते हुए कहीं. उन्होंने ये भी कहा कि धौनी क्रिकेट के तीनों फार्मेट में कप्तानी कर अपना और टीम का बेड़ा गर्क कर रहे हैं.


खिलाड़ी खुद ही जिम्मेदार एक प्रोग्र्राम में शामिल होने आये प्रभाकर ने सौरव गांगुली के टीम के कोच बनने की आशंका पर कहा कि टीम के प्रदर्शन के लिए विदेशी कोच नहीं खुद खिलाड़ी जिम्मेदार हैं। लगातार फ्लॉप रहने के बावजूद वे खुद में सुधार नहीं ला पा रहे हैं। विरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर जैसे कई प्लेयर्स की हालत एक जैसी। टीम का बेसिक ही गड़बड़ है। जब तक उसे सुधारा नहीं जाएगा तब तक टीम जीत के लिए तरसती रहेगी।सचिन को दुनिया नहीं कर सकी सलाम
सचिन के अचानक संन्यास लेने पर प्रभाकर ने कहा कि सचिन जैसे खिलाड़ी के बारे कुछ नहीं कहा जा सकता है। उनमें काफी क्रिकेट बचा है। यदि वो फील्ड से संन्यास नहीं लेते तो दुनिया को उनके लम्बे और शानदार कॅरियर को सलाम करने का मौका मिलता। धौनी के कप्तानी के बारे में प्रभाकर बोलो कि धौनी तीनों फार्मेट्स में कप्तानी करके खुद और टीम का बेड़ा गर्क कर रहे हैं। धौनी अच्छे फारमेट के अच्छे कैप्टन हैं। उन्हें उस पर ही फोकस करना चाहिए। अगले कप्तान के सवाल पर वह मौन ही रहे।

Posted By: Inextlive