तत्काल का क्या भरोसा, अब तो स्पेशल ही पार लगाएगी त्योहार
वाराणसी (ब्यूरो)। दिवाली और छठ पूजा पर पंजाब, दिल्ली और मुंबई से यूपी और बिहार आने वाली ट्रेनों में वेटिंग लंबी हो गई है। किसी भी ट्रेन में 100 से कम वेटिंग नहीं है। हालत ये है कि त्योहारों के लिए शुरू की गई स्पेशल ट्रेनों में भी सीट खुलते ही फुल हो जा रही है। अब लोगों के लिए त्योहार पर घर आने के लिए स्पेशल ट्रेन और तत्काल सेवा ही एक मात्र सहारा बचा है.
कई ट्रेनों में बुकिंग बंद
दशहरा, दिवाली और छठ पूजा पर घर आने और जाने वालों की इस बार भी काफी भीड़ है। इसका अंदाजा ट्रेनों में सीट बुक कराने से लग रहा है। चार माह पहले से शुरू हुई सीटों की बुकिंग ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अभी दिवाली और छठ पूजा के दो माह बचे हैं, लेकिन ट्रेनों में सीट फुल हो चुकी है। कई ट्रेनों में तो बुकिंग भी बंद कर दी गई है। ट्रेनों में बुकिंग शुरू होते ही पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार की ट्रेनों में कन्फर्म टिकट समाप्त हो गई.
ले रहे वेटिंग टिकट
इस बार 12 नवंबर का दिवाली और 19 नवबंर को छठ पूजा है। इस कारण लोग घर जाने की अपनी योजना के अनुसार टिकट बुकिंग करा रहे हैं। कन्फर्म सीट फुल होने के बावजूद लोग वेटिंग टिकट भी ले रहे हैं, ताकि यात्रा की तारीख तक वेटिंग टिकट कन्फर्म हो सकती है। इससे साफ है कि इस बार लोगों को रेल यात्रा करना आसान नहीं होगा। दिवाली के आसपास सभी ट्रेनों में 200 से ज्यादा वेटिंग चल रही है।
तभी मिल पाएगा टिकट
हर ट्रेन में 24 घंटे पहले तत्काल सेवा शुरू होती है। इसके लिए बोगी में पहले से ही सीट तय होती है। ऑन लाइन व्यवस्था होने के कारण रेलवे टिकट है। ऐसे में यदि रेलवे काउंटर पर मात्र एक से दूसरे नंबर पर ही सीट फुल हो जाती है। ऐसी में यदि रेलवे काउंटर पर एसी की लाइन में दूसरा या तीसरा और स्लीपर की लाइन में चौथा पांचवा नंबर है तो ही सीट मिलने की उम्मीद होगी।
ट्रेन थर्ड एसी स्लीपर
श्रमजीवी एक्सप्रेस 79 179
विक्रमशिला एक्सप्रेस 138 404
संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 173 227
पूर्वा एक्सप्रेस 119 203
ब्रह्मपुत्र मेल 117 271
अवध आसाम एक्सप्रेस 89 179
बिहार संपर्क क्रांति 142 385
सत्याग्रह एक्सप्रेस 144 278
वैशाली एक्सप्रेस 181 384
नोट: यह स्थिति दीपावली से पहले आठ नवंबर की है। सीटो की स्थिति लगातार बदल भी रही है.
दिवाली पर मुंबई से वाराणसी जाना है, लेकिन किसी भी ट्रेन में टिकट नहीं है। अब तत्काल या स्पेशल ट्रेन के भरोसे बैठे हैं। नहीं हुआ तो मनमाना किराया देकर फ्लाइट से वाराणसी जाएंगे।
उपमन्यु सिंह
दिवाली और छठ पर घर जाने का प्लान बनाया है, लेकिन किसी भी ट्रेन में किसी भी क्लास में टिकट नहीं मिल रहा है। टिकट नहीं मिला तो अपनी कार से वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे।
सुनील कुमार
परिवार के साथ वाराणसी जाने की अचानक योजना बनी है। लगभग सभी ट्रेनों में टिकट चेक किया, लेकिन लंबी वेटिंग है। टिकट नहीं मिला तो अंतिम समय में प्लाइट से ही घर निकल जाएंगे.
दिग्विजय सिंह
दिवाली पर हर बार घर जाते हैं। ट्रेन में टिकट मिलना मुश्किल है। आफिस से छुट्टी कंफर्म होने के बाद तत्काल टिकट कराएंगे। अगर नहीं मिला तो वोल्वो बस से वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे।
विवेक विश्वकर्मा