कनाट प्लेस की तर्ज पर काशी में भी लेटेस्ट खादी
वाराणसी (ब्यूरो)। महात्मा गांधी की खादी अब और हाईटेक हो गई। खादी वस्त्रों की ब्रांडिंग के लिए अब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के डिजायनर खादी के परिधान तैयार कर रहे हैं। कंप्लीट होने के बाद तेलियाबाग कार्यालय में भव्य बने मिनी खादी प्लाजा में खादी के वस्त्र मिलेंगे। यानी शहर के जो यूथ खादी के लेटेस्ट परिधान खरीदने के लिए दिल्ली के कनाट प्लेस जाते हैैं, अब उनको वहां नहीं जाना पड़ेगा। यहीं से वह खादी के वस्त्रों की खरीदारी कर सकेंगे.
एक से एक मॉडल के वस्त्र खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन मनोज कुमार ने बताया कि खादी की ब्रांडिंग के लिए काफी कार्य किए जा रहे हैं। खादी के वस्त्र अधिक से अधिक बिक सकें, इसके लिए निफ्ट से करार किया गया है। निफ्ट के डिजायनर अब खादी के एक से एक वस्त्र तैयार कर रहे हैं. नाविकों के लिए तैयार हो रहे जैकेटनिफ्ट के डिजायनर काशी के नाविकों के लिए 15 सौ जैकेट तैयार कर रहे हैं। सभी जैकेट तैयार होने के बाद काशी के नाविकों को दिया जाएगा। नाविक जैकेट पहनकर खादी की ब्रांडिंग करेंगे। निफ्ट के डिजायनर खादी वस्त्रों सलवार, सूट, कुर्ता-पायजामा, मैक्सी, लेगिस, शर्ट-पैंट तैयार करेंगे। इसके अलावा खादी वस्त्रों के और भी लेटेस्ट फैशनेबल परिधान तैयार करेंगे, क्योंकि युवाओं की डिमांड थी कि खादी के लेटेस्ट मॉडल के वस्त्र तैयार किए जाएं। यूथ की डिमांड को देखते हुए निफ्ट की टीम इस काम में लग गई है.
मिनी प्लाजा में फैशनेबल खादी तेलियाबाग स्थित कार्यालय में तैयार हुई मिनी प्लाजा में निफ्ट द्वारा तैयार की गई फैशनेबल खादी जल्द युवाओं को मिलेगी। अक्टूबर माह में खादी के एक से एक वस्त्र मिनी प्लाजा में बिकने शुरू हो जाएंगे। इसके लिए खादी विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। तेलियाबाग में मिनी प्लाजा भी बनकर तैयार हो गया। दीपावली के पहले से मिनी प्लाजा में खादी के वस्त्र और परिधान नजर आएंगे. खादी वस्त्रों की डिमांड बढ़ी चेयरमैन मनोज कुमार ने बताया कि पांच सालों में खादी वस्त्रों की डिमांड 40 परसेंट तक बढ़ गई है। अब निफ्ट की टीम खादी के वस्त्रों को तैयार कर रही है तो डिमांड और बढ़ जाएगी। दिन पर दिन अब खादी के परिधान की मांग बढ़ेगी, घटेगी नहीं क्योंकि इस सेक्टर में काफी कार्य किया जा रहा है. चेयरमैन ने किया मंथनखादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन मनोज कुमार ने खादी के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सेवापुरी में अफसरों के साथ मंथन किया। 10 करोड़ के मेगा प्लान पर मुहर लगी। इस दस करोड़ रुपए से खादी के वस्त्रों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही इन वस्त्रों की ब्रांडिंग भी जाएगी.
खादी की 142 संस्थाओं को फायदा खादी के वस्त्र तैयार होने के बाद खादी के 142 संस्थाओं को भी फायदा होगा। खादी के वस्त्रों के कारोबार बढ़ेगा तो खादी के बुनकरों को लाभ होगा। उनको रोजगार मिलेगा। खादी के वस्त्र की मांग बढ़ जाएगी। खासकर युवा में खादी के वस्त्रों का काफी क्रेज है। दो सिल्क प्रोसिंग यूनिट खादी वस्त्रों को बढ़ावा देने के लिए मंडलीय कार्यालय में दो सिल्क प्रोसेसिंग यूनिटें लगाई जाएंगी। यार्न से धागा तैयार किया जाएगा। खादी के बुनकर धागा बाहर से मंगाते थे। यूनिट लग जाने के बाद उनको धागा बाहर से नहीं मंगाना पड़ेगा। खादी की ब्रांडिंग की जा रही है। देश में खादी प्रेमियों की संख्या कम नहीं है। दिल्ली के कनाट प्लेस में खादी वस्त्रों की जबरदस्त सेल है। दिल्ली की तर्ज पर बनारस में बने मिनी खादी प्लाजा में खादी के लेटेस्ट वस्त्र मिलेंगे। पहले की अपेक्षा खादी के वस्त्रों की डिमांड बढ़ गई है। मनोज कुमार, चेयरमैन, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग