बनारस से कनेक्ट हुआ रेल और रोड का बड़ा नेटवर्क
वाराणसी (ब्यूरो)। पीएम नरेंद्र मोदी का 7 जुलाई को वाराणसी दौरा और 12110 करोड़ की सौगात अपनी काशी को समर्पित करना एक बार फिर बनारस के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। पीएम मोदी ने रेल और सड़क से जुड़ी करीब 10500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को शुभारम्भ किया है, जिससे बनारस से बिहार और पश्चिम बंगाल तक बड़ा नेटवर्क कनेक्ट हो गया है। साथ ही सारनाथ और वाराणसी से ट्रेन पकडऩे वाले यात्रियों को आरामदायक और तेज रेल यातायात का एहसास होगा। इसके अलावा कैंट रेलवे स्टेशन, डीडीयू जंक्शन का लोड भी कम होगा। दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से सोन नगर तक डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की नई रेलवे लाइन शुरू होने से इज डूइंग बिजनेस और बेहतर होगा.
वाराणसी के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगीवाराणसी रीजन में लगातार नई रेल आगे बढ़ रही है। नये तकनीकों से हर दिन नये कीर्तिमान भी स्थापित हो रहे हैं। पीएम मोदी के आधुनिक सोच और विजन से करीब 5700 करोड़ से अधिक लागत की कई रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें 387 करोड़ की लागत से औडि़हार-गाजीपुर सेक्शन रेलवे लाइन का दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण किया गया है। इससे सारनाथ और वाराणसी के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। साथ ही डीडीयू जंक्शन से प्रयागराज मार्ग पर लोड कम होगा.
इंजन बदलने की प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी
औडि़हार-भटनी सेक्शन रेलवे लाइन पर 238 करोड़ की लागत से करीब 125 किमी तक विद्युतीकरण किया गया है। इस कार्य से इस रूट पर ट्रेन का परिचालन बेहतर होगा। इससे वाराणसी से गोरखपुर, बिहार और बंगाल तक जाने वाली ट्रेनों के परिचालन में सुधार होगा। साथ ही इंजन बदलने की प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी। यात्रा सुगम और समय पर टे्रन भी पहुंचेगी। इस तरह 366 करोड़ से औडि़हार-जौनपुर सेक्शन रेलवे लाइन का दोहरीकरण किया गया है। इससे बनारस में टे्रनों का दबाव कम होगा। पूर्वी उत्तर भारत के बिहार और पश्चिम बंगाल तक ट्रेनों से पहुंचने में कम समय लगेगा. व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगापीएम मोदी ने 6762 करोड़ की लागत से नवनिर्मित डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जनता को समर्पित कर दिया। वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल के कारोबारियों को काफी सहूलियतें होंगी। इज डूइंग बिजनेस और बेहतर होगा। लाजिस्टिक कास्ट कम होगा। दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से सोन नगर तक नई रेलवे लाइन का निर्माण होने से बनारस और आसपास के जिलों में कोयल, आयरन और स्टील समेत अनेक वस्तुओं की तेज आवाजाही संभव हो पाएगी। दिल्ली-हावड़ा रूट पर टे्रनें समय पर पहुंचेंगी। व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा 525 करोड़ की लागत से व्यास नगर-दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पर रेल फ्लाईओवर का निर्माण होगा, जिससे भविष्य और लाभ मिलेगा.
वाराणसी से हुई थी वंदेभारत की शुरुआत वाजिदपुर में आयोजित जनसभा में परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वंदेभारत जैसी आधुनिक टे्रन की शुरुआत वाराणसी से हुई थी, जो इतना शुभ और लाभकारी साबित हुआ कि आज हर मेट्रो सिटी और से इस ट्रेन की डिमांड आ रही है। आज ही गोरखपुर से दो वंदेभारत टे्रन की शुरुआत की है। अब तक 30 रूटों पर वंदेभारत टे्रन देश को समर्पित किया जा चुका है। 2014 के पहले की सरकार ने राजधानी व शताब्दी टे्रन दी थी, जो मात्र 16 रूटों पर ही दौड़ पाई. लखनऊ तक सफर होगा बेहतर राष्ट्रीय राजमार्ग-56 के वाराणसी-जौनपुर पर 2751.48 करोड़ से चौड़ीकरण किया गया है। इसके चलते वाराणसी से लखनऊ तक सफर बेहतर होगा। 6 घंटे की यात्रा मात्र चार घंटे में पूरी होगी। पहले दो लेन होने के कारण अक्सर जाम की स्थिति पैदा होती थी। कभी-कभी लखनऊ पहुंचने में आठ घंटे से अधिक का समय लगता था.