समाज की कल्पना कन्याओं के बिना नहीं-प्रो. रीता सिंह
वाराणसी (ब्यूरो)। महिला महाविद्यालय-बीएचयू में बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुहिम संस्था की स्वाति सिंह, नीदरलैंड की पेट्रा ने सम्बोधित करते हुए कन्याओं के जन्म को भी उत्सव में बदलने की वकालत की। महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो। रीता सिंह ने कन्याओं की मया पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज की कल्पना कन्याओं के बिना नहीं की जा सकती, बेटियों है तो संसार उर्वर है। वहीं शैलेंद्र कुमार मिश्रा के सोहर गीत बिटिया आई मोरे अंगना का लोकार्पण किया गया। इसका लेखन कुमुद सिंह ने किया है। महिला महाविद्यालय की गायन की प्रोफेसर ऋचा कुमार ने स्वरचित पालना सोहर का सस्वर गायन किया।
छात्राओं ने गाया सोहर
महिला महाविद्यालय की छात्राओं ने सोहर की सुमधुर गायन किया। लोक कलाकार रंजना पाण्डेय ने भी राधा के जन्मोत्सव पर गाये गए सोहर का गायन किया। कौशिकी चौधरी ने भी सुमधुर सोहर का गायन प्रस्तुत किया। तबले पर पं.ललित कुमार ने शहनाई पर उस्ताद फतेह अली तथा हारमोनियम पर हर्षित कुमार ने संगत दी। संचालन किया डॉ। अंजलि ने और धन्यवाद ज्ञापन मुहिम संस्था की स्निग्धा ने किया।