उद्योगों को पांच साल से नहीं मिली सब्सिडी
वाराणसी (ब्यूरो)। प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को उद्योग प्रदेश बनाने के लिए तमाम सुविधाएं दे रहे हैं, लेकिन उद्योग विभाग के अफसर हैं कि योजनाओं को ही धरातल पर नहीं उतरने दे रहे हैं। उद्योगों को दी जाने वाली सब्सिडी की दयनीय स्थिति है। प्रदेश में वर्ष 2017 की बकाया सब्सिडी अभी तक उद्योगों को नहीं मिली, जबकि यूपी से सटे बिहार में सभी उद्योगों को सब्सिडी मिल चुका है। उद्यमियों ने यह सभी आईआईए के राष्ट्रीय महासचिव आलोक अग्रवाल को बताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने सभी उद्यमियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही सब्सिडी को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से आईआईए का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा.
कार्यकारिणी की बैठक
इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन की बैठक में रविवार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सभी उद्यमियों ने राष्ट्रीय महासचिव आलोक अग्रवाल से कहा कि पूर्वांचल में उद्योग लगाने के लिए काफी समस्याएं आ रही है। निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से यूपीसीडा के प्लाटों के नक्शे सबमिट करने, फायर तथा पॉल्यूशन के एनओसी लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अनुपम देवा ने एमएसई फैसिलिटेशन काउंसिल के बारे में जानकारी दी.
इन उद्यमियों ने रखी समस्याएं
राजेश भाटिया, प्रशांत अग्रवाल, उमाशंकर अग्रवाल, अनुज डीडवानिया, बीएन दुबे, भारत अग्रवाल, अंजनी सिंह, रतन सिंह, आलोक भंसाली, मनीष मानसिंहका, अभिषेक अग्रवाल, संजय झुनझुनवाला, पंकज अग्रवाल, ज्ञानेश्वर ने समस्याओं को रखा.