Varanasi news: 5000 में चुनावी नौटंकी, 10 का समोसा, 15 की पहनाइए माला
वाराणसी (ब्यूरो)। किसी की प्यास बुझानी हो या मुंह मीठा कराना हो या प्रचार के दौरान कलाकारों की नौटंकी की बात हो फूल-माला से किसी का स्वागत करना हो या मीटिंग के दौरान बिछानी हो दरी। लोकसभा इलेक्शन में हर चीज का हिसाब देना होगा। दरअसल, आचार संहिता प्रभावी होते ही इलेक्शन ऑफिसर्स ने हर खर्च को लेकर रेट डिसाइड कर दिए हैं। लोकसभा चुनाव कैंडिडेट्स की कैंपेनिंग से लेकर चुनाव में खर्च करने की सीमा 95 लाख रुपए तय की गई है। इतना ही नहीं पंडाल समेत ग्राउंड की बुकिंग के लिए भी खर्च का ब्योरा देना होगा। कैंडिडेट्स के हर खर्चे पर वाराणसी जिला निर्वाचन की टीम की नजर रहेगी। इसीलिए एक जून को होने वाले लोकसभा चुनाव में उतरने वाले कैंडिडेट्स भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैैं। खर्च को लेकर एक्सपर्ट से सलाह भी ले रहे हैैं.
वकील और सीए की ले रहे हेल्प
चुनाव आयोग द्वारा स्टेट वाइज चुनाव में कैंडिडेट द्वारा खर्च करने को लेकर रेट लिस्ट जारी कर दी गई है। यूपी में प्रति कैंडिडेट 95 लाख रुपए का खर्च निर्धारित है। वाराणसी, चंदौली समेत पूर्वांचल के कई जिलों में सातवें चरण में 1 जून को वोटिंग है। ऐसे में विभिन्न राजनैतिक दलों के कैंडिडेट्स अपने खर्चे को लेकर अभी से वकील और सीए की मदद ले रहे हैैं।
199 सामग्री के रेट जारी
शहरी एरिया के चुनाव कार्यालय का किराया 22 रुपए तो ग्रामीण का 11 रुपए प्रति वर्गफुट जुड़ेगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी बिपिन कुमार बताते हैैं कि चुनाव सामग्री के रेट को लेकर गाइडलाइन जारी है। वे बताते हैैं कि होटल, गेस्ट हाउस समेत 199 सामग्री के रेट जारी किए गए हैं। चुनाव प्रचार में उसका उपयोग किया जाएगा तो खर्च में जोड़ लिया जाएगा.
यह जानना है जरूरी
- लोकसभा कैडिडेंट्स की खर्च की सीमा 95 लाख रुपए तय है.
- कैंडिडेट जिस दिन अपना नामांकन फॉर्म जमा कर देगा, उस दिन व्यय का ब्योरा देना पड़ेगा.
- प्रचार में जिस सामग्री का उपयोग किया जाएगा, उसके रेट जोड़े जाएंगे.
- समाचार पत्रों में डीएवीपी की दर पर विज्ञापन जारी किया जाएगा.
- होटल में कमरे के किराये पर जीएसटी अतिरिक्त रूप में देनी पड़ेगी.
- पोलिंग स्टेशन के बाहर स्थापित कैंडिडेट बूथ के लिए 1000 रुपए जुड़ेगा.
सामग्री के रेट
मिनी व्हीकल- 15 रुपए प्रति किमी.
लग्जरी व्हीकल- 22.50 रुपए प्रति किमी.
पंडाल जर्मन हैैंगर- 90 रुपए प्रति वर्ग फीट
दरी (आठ गुणा दस)- 60 रुपए प्रतिदिन
कपड़े का झंडा- 20 रुपए प्रति पीस
बिरहा, आल्हा, कव्वाली- 7500 रुपए प्रति कार्यक्रम
नाटक, नौटंकी- 5000 रुपए प्रति कार्यक्रम
छोटा फूल माला (गेंदा) - 15 रुपए प्रति पीस
बड़ा फूल माला (गेंदा)- 30 रुपए प्रति पीस
बुके- 300 रुपए प्रति पीस
लाउडस्पीकर- 200 रुपए प्रति नग
साधारण होटल का साधारण कमरा (डबल)- 1500-4500 रुपए प्रतिदिन
फाइव स्टार (डीलक्स रूम)- 17,800 प्लस जीएसटी
खाद्य सामग्री के रेट
- कैंडिडेट्स ने प्रचार के दौरान कार्यकर्ताओं को समोसा खिलाया तो पर पीस 10 रुपए खर्च में जुड़ेंगे.
-मुंह मीठा कराने के लिए लौंगलता के लिए 20 तो रसमलाई 30 रुपए प्रति पीस जोड़ा जाएगा.
- कार्यकर्ताओं व खुद की प्यास बुझाने के लिए एक लीटर पानी की बोतल के लिए 20 रुपए जोड़े जाएंगे.
- यही नहीं अगर साधारण चाय पीनी है तो 10 और स्पेशल के लिए 20 रुपये प्रति कप जुड़ेगा.
- जहां 100 ग्राम पकौड़ी के 20 रुपए वहीं जलेबी के 25 रुपए जुड़ेंगे.
लोकसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। कैंडिडेट के खर्च का बजट भी निर्धारित है। खर्च का ब्योरा प्रत्येक कैंडिडेट को देना होगा। जो गाइडलाइन चुनाव आयोग की तरफ से जारी की गई है, उसका पालन करना होगा.
एस। राजलिंगम, जिला निर्वाचन अधिकारी वाराणसी