Varanasi news: क्रिएटिविटी ने बदला जीने का अंदाज
वाराणसी (ब्यूरो)। एक समय था जब लोग 12वीं क्लास पास करने के बाद बीसीए, बीबीए या इंजीनियरिंग करने की तैयारी में जुट जाते थे, पर अब समय के साथ सब बदल गया है। लोग अपने पैशन को फॉलो करते हैं और अन्य सेक्टर में भी आगे बढ़ रहे हैं। इस समय यूथ में एनिमेशन और सिनेमैटिक ग्राफिक सीखने का क्रेज बढ़ा है, जिसके लिए वह शहर के तमाम इंस्टीट्यूट में एडमिशन भी ले रहे हैं.
करियर बनाने का ज्यादा हैै चांस
बचपन में फिल्म बुक या कार्टून को देखकर हम सभी को आश्चर्य होता है कि ये तस्वीरें कैसे बनाई जाती होंगी। ये दोनों आज मनोरंजन उद्योग का पार्ट बन चुका है। जैसा कि आपने फिल्म, कार्टून, वीडियो गेम, विज्ञापन, सोशल मीडिया आदि में देखा ही होगा। एनिमेशन और मल्टीमीडिया का कोर्स करके आप फशीन टेक्नोलॉजी, गेमिंग इंडस्ट्री जैसी जगहों पर करियर बना सकते हैं और लाखों रुपये कमा सकते हैं। वीडियो, कार्टून, ग्राफिक्स, टूडी, थ्रीडी, फोरडी एनिमेशन, फोटोग्राफी और विजुअल इफेक्ट्स का कॉम्बीनेशन एनिमेशन और मल्टीमीडिया है.
ये हैैं कोर्स
12वीं करने के बाद आप सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा कोर्स, बैचलर और मास्टर डिग्री कर सकते हैैं। डिप्लोमा कोर्स में एनिमेशन और ग्राफिक्स की 1 से 2 साल की पढ़ाई कराई जाती है। बैचलर में एनिमेशन और ग्राफिक्स के सिद्धांतों, सॉफ्टवेयर टूल्स, स्टोरीटेलिंग, करेक्टर डिजाइन, पोर्टफोलियो विकास सहित विभिन्न सब्जेक्ट में 3 से 4 साल की पढ़ाई कराई जाती है। आप विशेषज्ञता हासिल करने के लिए मास्टर डिग्री भी कर सकते हैैं.
ये होनी चाहिए स्किल्स
डिजी ग्लोबल सॉल्यूशंस के ओनर सौरभ गुप्ता ने बताया कि एनिमेशन और ग्राफिक्स में करियर बनाने के लिए स्किल्स होना बहुत जरूरी है। जैसे कि क्रिएटिव सोच, स्केचिंग, ड्राइंग टीम वर्क और कंप्यूटर में गहरी रूचि होना आवश्यक है। इस कोर्स को करने के लिए 12वीं कक्षा में 50 परसेंट माक्र्स होना चाहिए। प्राइवेट और सरकारी दोनों ही माक्र्स के इस क्राइटेरिया को प्राथमिकता देते हैैं.
यह है फीस
एनिमेशन और सिनेमैटिक ग्राफिक्स सीखने की फीस हर जगह अलग-अलग है। वाराणसी में ये कोर्स 50 हजार से शुरू होकर 5 लाख रुपये तक है। भविष्य में फिल्म इंडस्ट्री, प्रोडक्शन हाउस, मीडिया इन हाउस में इस फील्ड का स्कोप तेजी से बढ़ रहा है। अगर आपकी भी टेक्निकल जानकारी पर पकड़ मजबूत है तो इस फील्ड में आगे बढऩे की ढेरों चांसेज हैैं.
अब लोगों में क्रिएटिव कोर्स जैसे एनिमेशन, सिनेमैटिक ग्राफिक्स कोर्स करने की डिमांड बढ़ी है। लोग अब अपने स्किल्स पर काम कर रहे हैं.
सौरभ गुप्ता, डिजी ग्लोबल सॉल्यूशंस