Varanasi news: बनारस में बुखार ने हड्डियां ही नहीं तोड़ीं पेट भी मरोड़ दिया
वाराणसी (ब्यूरो)। वायरल फीवर और डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया ने न सिर्फ मरीजों की हड्डी को कमजोर किया है, बल्कि उनके पेट को भी मरोड़ दिया है। ऐसा हम नहीं अस्पतालों में आने वाले मरीजों की रिपोर्ट देखने वाले डॉक्टर्स कह रहे हैं। अगर आपके घर में भी कोई डेंगू या वायरल फीवर से परेशान था, खासकर कोई बच्चा स्वस्थ होने के बाद पेट दर्द की शिकायत कर रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें और तत्काल डॉक्टर की सलाह लें। क्योंकि इसे लाइटली लेना स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है। दरअसल डेंगू और वायरल फीवर से ग्रस्त ज्यादातर मरीजों में इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि जिस तरह से ज्वाइंट पेन को लेकर मरीजों में शिकायतें बढ़ी हैं, उसी तरह अब पेट से संबंधित समस्याएं भी सामने आ रही हैं.
25 प्रतिशत मरीज परेशान
बता दें कि बनारस में पिछले एक माह में प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को मिलाकर करीब 10 लाख से ज्यादा लोग वायरल फीवर, डेंगू-मलेरिया व चिकनगुनिया की चपेट में आ चुके हैं। इसमें 75 परसेंट लोग ज्वाइंट पेन तो 25 परसेंट पेट दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं। मंडलीय और जिला अस्पताल में आने वाले हर चौथे पेशेंट में पेट दर्द और इंफेक्शन की शिकायत मिल रही है। इसमें भी बच्चों की संख्या ज्यादा है। सिटी के स्वामी विवेकानंद होम्योपैथिक अस्पताल और राजकीय आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में भी लगातार पेट दर्द की शिकायत वाले मरीज पहुंच रहे हैं।
डेली 400 से ज्यादा मरीज
मंडलीय हॉस्पिटल और जिला अस्पताल की जनरल ओपीडी में डेली पहुंचने वाले एक हजार मरीजों में 100 से 150 में पेट की शिकायत देखने को मिल रही है। वहीं चाइल्ड ओपीडी में भी यह संख्या 100 से ऊपर है। इसके अलावा आयुर्वेद और होम्योपैथिक अस्पताल में भी 70 से 80 मरीज पेट की शिकायत कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना हैं कि मरीजों में पेट संबंधी आने वाली शिकायतों में लीवर में सूजन, दर्द, मरोड़, संक्रमण, गैस होना, सांस फूलना, उल्टी दस्त जैसे लक्षण दिख रहे हैं। ज्यादातर में भूख होने के बाद भी खाना न खा पाने की शिकायत मिल रही है।
7 साल में पहली बार
शहर में डेंगू के मामलों में भी कोई कमी नहीं आ रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जिले में अब तक 310 डेंगू के केस आ चुके है, जबकि 10 हजार से ज्यादा डेंगू के संदिग्ध मामले भी आए हैं। शुक्रवार को भी अलग-अलग एरिया से 6 नए केस सामने आए हैं। हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार डेंगू के केस अब भी कम हैं। लोगों में वायरल फीवर का खतरा सबसे ज्यादा है। यही नहीं इस बार चिकनगनिया ने भी विकराल रूप दिखाया है। पिछले सात साल में पहली बार बनारस में एक माह में 70 से ज्यादा चिकनगुनिया के केस आइडेंटीफाई हुए हैं।
डेंगू के संदिग्ध और वायरल फीवर के जो भी मरीज आ रहे है उनमें 75 फीसदी में पेट की समस्याएं आ रही हैं। अभी तक इनमें जोड़ों के दर्द की ही समस्या थी अब पेट में इंफेक्शन और गैस की प्रॉब्लम बढ़ रही है।
डॉ। पीके गुप्ता, फिजिशियन-मंडलीय अस्पताल
हमारी ओपीडी में इन दिनों 500 से ज्यादा मरीज आ रहे हैं। ये वायरल फीवर और संदिग्ध डेंगू, चिकनगुनिया के मरीज हैं। इन सब में अब ज्वाइंट पेन के साथ पेट की समस्या भी बढ़ रही है।
डॉ। अनिल गुप्ता, चिकित्साधिकारी, विवेकानंद होम्योपैथिक अस्पताल