Varanasi news: क्यूएस वल्र्ड रैंकिंग में आईआईटी-बीएचयू को मिला 571वां रैंक
वाराणसी (ब्यूरो)। क्वाक्वेरेली साइमंड्स रैंकिंग में दूसरे साल बीएचयू की रैंकिंग में कोई सुधार नहीं आया है। 1000-1200वें स्लॉट बैंड में ही पिछले 3 साल से मौजूद है। यानी कि दुनिया के टॉप 1 हजार से 1200 विश्वविद्यालयों में बीएचयू शामिल है। वहीं, आईआईटी-बीएचयू ने क्यूएस (क्वाक्वेरेली साइमंड्स) वल्र्ड रैंकिंग सस्टेनेबिलिटी में 571वीं और सस्टनेबल रैंकिंग 684वीं हासिल की है। एशिया में 59वीं रैंक मिली है। अब वह दुनिया के टॉप 600 संस्थानों में शुमार हो गया है। पिछले साल के मुकाबले 651-700 बैंड से रैंकिंग ऊपर आ गई है.
1500 टॉप यूनिवर्सिटी की रैंकिंग
दुनियाभर के 1500 टॉप यूनिवर्सिटी की क्यूएस रैंकिंग जारी की गई है। इस बार भी भारत की कोई यूनिवर्सिटी दुनिया के टॉप 100 में नहीं है। वहीं देशभर की आईआईटी में आईआईटी-बीएचयू को 7वां स्थान मिला है। साथ ही संस्थान को सबसे बेहतर अंक फैकल्टी साइटेशन पर 88.7 अंक मिले है। इसके बाद ओवरऑल पर 20, जबकि एंप्लॉयमेंट आउटकम पर 8.2 अंक दिए गए है। वहीं एकेडमिक रेपुटेशन में सिर्फ 4 नंबर ही मिले है.
गुड गवनेंस की श्रेणी में 336वां स्थान
गुड गवनेंस की श्रेणी में 336वां वैश्विक स्थान हासिल करते हुए संस्थान ने एक सुदृढ़ और पारदर्शी शासन संरचनाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया। इसके अलावा ज्ञान के आदान-प्रदान में 303वां स्थान प्राप्त करना विश्व स्तर पर ज्ञान साझा करने और प्रसारित करने के केंद्र के रूप में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका को बताता है। आईआईटी-बीएचयू की पर्यावरणीय प्रभाव के तहत प्रभावशाली 503 वैश्विक रैंक है। जिसमें पर्यावरण से संबंधित अनुसंधान, स्थिरता, रोजगार और परिणाम के साथ-साथ समानता भी शामिल है। इससे पहले संस्थान को जून 2023 में जारी समग्र मापदंडों पर क्यूएस विश्व रैंकिंग में भी उत्कृष्ट रैंक मिली थी। इस वर्ष की क्यूएस विवि रैंकिंग में इसके प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हुआ। पिछले वर्ष संस्थान को 651-700 बैंड के बीच रखा गया था।
सबसे ज्यादा नंबर फैकल्टी-स्टूडेंट रेशियो को
बीएचयू को सबसे ज्यादा फैकल्टी-स्टूडेंट रेशियो को 15.9 नंबर, इसके बाद इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क को 15.3 नंबर और इसके बाद एकेडमिक रेपुटेशन को 12.1 नंबर दिए गए हैं। एशिया में बीएचयू की ओवरऑल रैंकिंग 34वीं है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग मूल्यांकन नौ रैंकिंग संकेतकों पर आधारित है जिसमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति संकाय साइटेशन, संकाय-से-छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय संकाय सदस्य आदि शामिल हैं। संस्थान क्यूएस रैंकिंग के प्रमुख रैंकिंग मूल्यांकन मापदंडों, वाणिज्यिक और सामाजिक प्रभाव के सतत और अत्याधुनिक अनुसंधान और आविष्कारों में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.
संस्थान के संकाय सदस्यों और अनुसंधान कर्मचारियों ने सतत अनुसंधान के क्षेत्र में अहम योगदान दी है। इन्होंने संस्थान को विश्व स्तर पर यह मुकाम हासिल करने में सक्षम बनाया। संस्थान ने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संगठनों के साथ कई नई शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोगी गतिविधियां शुरू की हैं.
प्रो। प्रमोद कुमार जैन, निदेशक, आईआईटी-बीएचयू