आईआईटी बीएचयू कन्वोकेशन: श्लोका व इशिता रहीं श्रेष्ठ
वाराणसी (ब्यूरो)। आईआईटी बीएचयू के 11वें दीक्षा समारोह में मेधावियों पर जमकर सोने की वर्षा हुई। राष्ट्रपति स्वर्ण पदक समेत कुल 13 मेडल और पुरस्कार प्राप्त कर फार्मास्युटिकल अभियांत्रिकी एवं तकनीकी की बीटेक छात्रा मूलत: उत्तराखंड के हरिद्वार निवासी, दिल्ली की श्लोका नेगी शीर्ष पर रहीं। इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियङ्क्षरग की बीटेक छात्रा मूलत: लखनऊ निवासी, अमेठी के जगदीशपुर की इशिता अस्थाना ने उत्कृष्ट सर्वांगीण प्रदर्शन और नेतृत्व गुणों के लिए निदेशक स्वर्ण पदक प्राप्त कर मान बढ़ाया। सोमवार को स्वतंत्रता भवन में आयोजित समारोह में 1497 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं।
चुनौती का करें समाधानमुख्य अतिथि नीति आयोग के सदस्य जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, डीआरडीओ के पूर्व चेयरमैन, केंद्र सरकार के पूर्व रक्षा सलाहकार, देश के शीर्ष मिसाइल विज्ञानी पद्मभूषण डॉ। विजय कुमार सारस्वत ने युवा अभियंताओं से देश को एक प्रौद्योगिकी केंद्र के रूप में परिवर्तित करने की चुनौती का समाधान करने का आह्वान किया.
दी गई डॉक्टरेट डिग्री
मुख्य अतिथि संग संस्थान के निदेशक प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने मेधावियों को पदक व पुरस्कार प्रदान किए। 791 बीटेक, 271 आइडीडी, 299 एमटेक/एमफार्मा और 42 एमएससी छात्रों को विभिन्न उपाधियों एवं 94 शोधार्थियों को डाक्टरेट डिग्री से सम्मानित किया गया। पुरस्कारों की घोषणा अधिष्ठाता (संसाधन एवं पूर्व छात्र) प्रो। राजीव श्रीवास्तव व संचालन शैक्षणिक कार्य के अधिष्ठाता प्रो। श्याम बिहारी द्विवेदी ने किया।
महामना को सम्मान शुभारंभ विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पं। मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्ज्वलन, वैदिक मंत्रोच्चार व कुलगीत के साथ हुआ। शुभारंभ की घोषणा संचालक मंडल के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ। कोटा हरिनारायन ने की। संस्थान के निदेशक प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने संस्थान की उपलब्धियों की आख्या पढ़ी। ये रहे उपस्थित कुलसचिव (प्रभार) राजन श्रीवास्तव, अनुसंधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रो। विकास कुमार दुबे, अधिष्ठाता छात्र कार्य प्रो। एलपी ङ्क्षसह, शैक्षणिक कार्य के एसोसिएट डीन डॉ। आरके ङ्क्षसह, सभी विभागों के अध्यक्ष, समन्वयक, शिक्षक, अधिकारी, छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित थे.