Varanasi : शहर में रहने वाले ऐसे बेघर जो अपने घर का सपना तो देखते हैं लेकिन उनकी माली हालत ऐसी नहीं कि वो मकान बनवा सकें उनके दिन अच्छे आने वाले हैं. बहुप्रतिक्षित प्रधानमंत्री आवास योजना की बाधाएं दूर हो चुकी हैं. इसके लिए धन भी आवंटित हो गया है. साथ ही भवन निर्माण के लिए जमीनों की जियो टैगिंग भी शुरू हो चुकी है. सब ठीक-ठाक रहा तो जल्द ही शहर के बेघरों के पास अपना घर होगा और उन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा.

शुरू हुई जांच

प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लिए 8,262 लाभार्थियों का चयन किया गया है। इस योजना के तहत पहले 7,702 को आवास का लाभ मिलना था। हालांकि सरकार ने दरियादिली दिखाते हुए 560 लाभार्थियों का इजाफा कर दिया। इसके लिए सूडा की ओर से 1,424.87 लाख रुपये की धनराशि जारी कर दी गयी है। साथ ही लाभार्थी की ओर से भवन निर्माण के लिए तय जमीन की जियो टैंगिग भी शुरू हो चुकी है। अभी तक 500 जगहों की जियो टैगिंग हो चुकी है। जमीन की डिटेल खासतौर पर तैयार एप पर अपलोड होगी। साथ ही निर्माण कार्य की लगातार निगरानी होती रहेगी।

 

इनको मिलेगी मदद

-आवास योजना में चयनित लाभार्थियों को तीन किस्तों में सब्सिडी के रुपये मिलेंगे

-लाभ के लिए जरूरी है कि लाभार्थी के पास अपनी जमीन होनी चाहिए

-नीव व लेंथ तत निर्माण होने पर एक लाख रुपये मिलेंगे।

-छत ढाले जाने पर एक लाख फिर मिलेंगे। मकान निर्माण हो जाने के बाद 50 हजार रुपये की सहयोग राशि दी जाएगी।

-हालांकि इस प्रक्रिया से सब खुश नहीं हैं। चयनित लाभार्थियों का कहना है कि रुपये न होने की वजह से लोग मकान बनाने की शुरुआत ही नहीं कर पाएंगे।

 

तथ्य एक नजर में

 

- 57,458 पीएम आवास के लिए आए कुल आवेदन

- 8,262 को मिलेगा लाभ

- 51,337 आवदेन हैं शहरी क्षेत्र के

 

- 6,385 घर बनेंगे पहले चरण में

 

- 447 आवास होंगे गंगापुर

 

- 1,430 घर बनेंगे रामनगर पालिका परिषद में

 

- 2 लाख 50 हजार रुपये की मिलेगी सब्सिडी

 

 

पीएम आवास शहरी बीएलसी स्कीम तेज गति पकड़ेगी। इसके लिए धन का आवंटन हुआ है। कार्यदायी संस्था को काम में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

- कंचन सिंह परिहार, परियोजना अधिकारी डूडा

 

Posted By: Inextlive