गर्मी की छुट्टी होते हिल स्टेशन पहली पसंद
वाराणसी (ब्यूरो)। स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां होते ही फैमिली में टूर प्लानिंग होने लगी है। ऐसे में लोग परिवार के साथ छुट्टी बिताने और वेडिंग सेरेमनी में शामिल होने के लिए विमान व ट्रेनों में सीटों की बुकिंग जोरशोर से करा रहे हैं। स्थिति ये हो गई है कि ट्रेनों में सिर्फ वेटिंग टिकट मिल रहे हैं। प्राइवेट ट्रैवल एजेंट और रेलवे टिकट काउंटर व ऑनलाइन साइट्स के आंकड़े बता रहे हैं कि बनारस के लोगों की घूमने के लिए सबसे पहली पसंद कश्मीर, दार्जिलिंग, गंगटोक, मसूरी, नैनीताल व चार धाम हैं। साथ ही लोगों के लिए दिल्ली, मुंबई, गोवा, जयपुर, उदयपुर, ज्यादा पसंद आ रहा है। टूर पर जाने वालों लोगों की भीड़ के चलते ट्रेनों में मई ही नहीं जून तक जबर्दस्त वेटिंग चल रही है। हालांकि दिल्ली जाने वालों के लिए वंदे भारत और गरीब रथ जैसे ट्रेनों में सीटें उपलब्ध हैं.
दिल्ली, नार्थ-ईस्ट की ट्रेनों में वेटिंग
वाराणसी से नॉर्थ-ईस्ट जानेवाली ट्रेनों में वेटिंग की स्थिति बनी हुई है। पं। दीनदयाल जंक्शन से न्यूजलपाईगुडी जाने वाली ट्रेनों में 22 मई से 30 जून तक एसी से स्लीपर तक कहीं भी सीट खाली नहीं है। वहीं, वाराणसी से जयपुर जानेवाली ट्रेन में भी लंबी वेटिंग चल रही है। वाराणसी से जम्मू जाने वाली ट्रेनों में भी जगह नहीं है। वाराणसी जंक्शन व अन्य स्टेशनों से मुंबई जाने वाली ट्रेनों में भी बहुत लंबी वेटिंग चल रही है। यहां 20 जून तक टिकट मिलने का कोई चांस नहीं है। ऐसे में टूर करने वालों के पास अब सिर्फ तत्काल टिकट या फिर एयरलाइंस की सहारा है। लेकिन यहां भी महंगे टिकट होने से लोगों के पसीने छूट रहे है.
बनारस आने वालों की भी है भीड़ एक तरफ जहां बनारस के लोग दूसरे प्रदेश और हिल स्टेशनों पर टूर करने जा रहे है, वहीं भारत ही नहीं दुनियाभर से धर्म नगरी काशी में आने वालों की संख्या कम नहीं है। भीषण गर्मी होने के बाद भी यहां डेली करीब एक लाख से ज्यादा लोग बनारस घूमने के लिए आ रहे है। दिल्ली, मुंबई, आंध्र प्रदेश, केरला, तमिलनाडू समेत दक्षिण भारत के अन्य प्रदेशों के साथ महाराष्ट्र, बिहार से सबसे ज्यादा टूरिस्ट बनारस आ रहे है। वहां से आने वाली ट्रेनों में भी लंबी वेटिंग चल रही है। इसके अलावा टूरिस्ट बस और निजी वाहनों से भी आ रहे है।एयरलाइंस कंपनियों के टिकटों के प्राइस की बात की जाए तो यह 5 से 25 हजार तक हो गई है। वाराणसी से दिल्ली का किराया पहले जहां 4000 से 4500 रुपए था, वहीं अब 500 से 20000 रुपए हो गया है। यानी दोगुने से भी ज्यादा वाराणसी से दिल्ली का सफर महंगा हुआ है। इसी तरह वाराणसी से मुंबई जाने वाले विमानों का न्यूनतम किराया 9500 रुपये है तो वहीं अधिकतम किराया 20 हजार रुपये से ऊपर पहुंच गया। वहीं गोवा रूट पर किराया 35 हजार तक पहुंच गया है। हालांकि वाराणसी से कुछ अन्य एयरलाइंस का किराया सामान्य है। जिसमें इंडिगो सबसे किफायती है।
विदेश में सैर करने का भी प्लान गर्मी की छुट्टियों में बनारस से विदेश जाने वालों की सूची लंबी है। अभी तक 100 से ज्यादा लोगों ने यूरोप, आस्ट्रेलिया और बैंकाक घूमने का प्लान बनाया है। कुछ लोगों ने वियतनाम और बाली का प्लानिंग की है। इन लोगों ने लोग जून-जुलाई में यूरोप के लिए टिकट बुक कराए हैं। वहीं, आस्ट्रेलिया में अभी ज्यादा ठंड पड़ रही है, इसलिए अक्टूबर के बाद वहां के लिए टिकट बुक कराई गई है। ट्रैवेल एजेंट की माने तो कोरोनकाल से पहले गर्मी छुट्टियों में 300 से 400 लोग फॉरेन टूर के लिए टिकट बुक कराते थे, लेकिन पहले वाली स्थिति नहीं है।वाराणसी से अभी तक करीब 100 लोगों ने यूरोप, आस्ट्रेलिया आदि घूमने का प्लान बना चुके हैं। इसके साथ जम्मू, कश्मीर, उत्तराखंड, दाजर्लिंग, मंसूरी, नैनीताल के लिए टिकट बुकिंग ज्यादा डिमांड है। गोवा के लिए लोग ज्यादा इट्रेस्टेड है।
भाईलाल यादव, टूर एंड ट्रैवेल एजेंट वाराणसी आने वाले पर्यटकों के साथ यहां से ठंड जगहों पर जाने वालों की संख्या बढ़ी है। मई में कश्मीर, मंसूरी, नैनीताल, दार्जिलिंग, गंगटोक घूमने वालों की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा जयपुर, उदयपुर और दिल्ली, मुंबई जाने वालों की भीड़ बढ़ी है। सुधांशु श्रीवास्तव, टूर एंड ट्रैवेल एजेंट समर वोकेशन के समय हर साल इस तरह की स्थिति बनती है। हालांकि जिन्होंने पहले से प्लान कर टिकट बुकिंग कर रखी है, उन्हें प्रॉबलम नहीं है। जिन लोगों को टिकट नहीं मिल रहा उनके लिए तत्काल टिकट की व्यवस्था है। गौरव दीक्षित, स्टेशन डायरेक्टर-वाराणसी कैंट