गाजीपुर में बेरहम मां ने रेत दिया दो मासूम बेटों का गला
वाराणसी (ब्यूरो)। दिल दहला देने वाली घटना में शुक्रवार रात गाजीपुर में एक महिला ने सो रहे दो बेटों पांच साल के आरव और दस माह के हार्दिक का सिर चाकू से काटकर अलग कर दिया। इसके बाद उनके सिर सिंगारदान और बेड के नीचे छिपा दिए। आरोपित नीतू यादव ने स्वजन और पुलिस के सामने अपने बेटों की हत्या की बात तो स्वीकार कर ली है। उसका पति अजीत यादव सेना में हवलदार हैं और उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हैं.
दादी ने देखी सिर विहीन लाशघटना मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर गांव की है। नीतू घर में अजीत के माता-पिता और भाई अमित के साथ रहती है। नीतू दोनों बेटों और आठ साल की बेटी आराध्या के साथ रात में अपने कमरे में सोई थी। सुबह दादी राजमती देवी बच्चों को जगाने कमरे में गईं तो दोनों बच्चों का खून से लथपथ सिर विहीन शव देखा। उनकी चीख सुनकर पति रामबचन यादव पहुंचे तो वह भी स्तब्ध रह गए। दोनों भाइयों का शव देख उसी कमरे में सोई आराध्या बेहोश हो गई।
पूरी तरह सामान्य थी नीतूघटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण भी पहुंच गए। उधर, बाथरूम से निकली नीतू यादव पूरी तरह सामान्य थी। बच्चों के बारे में पूछने पर स्वीकार किया कि उसने ही मारा है। हत्या करने का कारण तो नहीं बताया लेकिन कहा कि बेटी व स्वयं को भी मारना चाहती थी, लेकिन नहीं मार पाई।
चाकू किया गया बरामद पुलिस ने नीतू को हिरासत में लेकर हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया है। घटना की सूचना मिलते ही अजीत घर के लिए रवाना हो गए। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि नीतू के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि उसने अपने बच्चों को क्यों मारा। तीन दिन पहले खरीदा चाकू गांव में चर्चा है कि कई दिनों से फोन पर पति से कहासुनी चल रही थी और उसने बच्चों को मार डालने की धमकी भी दी थी। तीन दिन पहले उसने बाजार जाकर बड़ा चाकू खरीदा था और घर में छिपा दिया था। यह भी बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी देने पर अजीत यादव ने कहा कि जो चाहती थी, कर लिया। हत्या से पहले दोनों को एक साथ खिलायाशुक्रवार को नीतू यादव ने हत्या से पहले अपने दोनों बेटों व बेटी के साथ बड़े ही प्रेम से एक ही थाली में खाना खाया। इसके बाद बच्चों के सिर में तेल लगाया और उन्हें दुलार किया लेकिन परिवार व स्वजन को भी इस बात का तनिक भी आभास होने दिया कि जिन बच्चों को वह दुलार रही है उन्हीं का कत्ल करने वाली है। मध्यरात्रि में जब सभी स्वजन अपने-अपने कमरे में सो गए तब उसने गहरी नींद में सो रहे दोनों बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ मासूमों की हत्या के लिए नीतू को कोस रहे थे। महिलाएं तो उन्हें निर्दयी मां कह रही थीं.