Carry cash @ your own risk
दिनदहाड़े तड़तड़ायी गोली
सिगरा चौराहे पर सुबह 11 बजे गोली चलते ही पूरा एरिया थर्रा उठा। लोग जब तक समझ पाते तब तक क्रिमिनल्स घटना को अंजाम दे निकल भागे। बताया जाता है कि सिद्धगिरी बाग स्थित मूसाराम व्यापार कंपनी के कैशियर कैलाशनाथ शर्मा (60) व सिद्धार्थ बनर्जी (27) होंडा ब्रेवो कार से 9.60 लाख रुपये कैश लेकर सिगरा स्थित बैंक ऑफ इंडिया में जमा करने पहुंचे। अभी वो कार से उतरकर सीढ़ी की तरफ बढ़े ही थे तभी बाइक सवार दो क्रिमिनल्स उनके पास मौजूद रुपयों से भरा बैग छीनने लगे। इसका विरोध करते ही बदमाशों ने दोनों कर्मचारियों पर गोली चला दी। इसमें कैलाशनाथ को पसली में और सिद्धार्थ को सीने व हाथ में गोलियां लगीं। दोनों जमीन पर गिर पड़े और क्रिमिनल्स रुपयों से भरे बैग लेकर आराम से असलहा लहराते हुए निकल गए। आनन फानन में आसपास मौजूद लोग व पिकेट पर तैनात पुलिस दोनों घायल कर्मचारियों को ऑटो से लेकर सिंह मेडिकल एंड रिसर्च सेंटर पहुंचे। यहां उन्हें एडमिट कराया गया। गोली हुई पार
क्रिमिनल्स की गोली का शिकार बने लेढ़ूपुर निवासी कैलाशनाथ शर्मा को पसली में लगी गोली पार हो गयी जबकि गणेशपुरी कॉलोनी, करौंदी निवासी सिद्धार्थ बनर्जी को सीने में लगी फंस गयी। जिनको हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ऑपरेट कर बाहर निकालने में जुट हुए थे। काफी नजदीक से मारी गयी गोली के चलते कैलाशनाथ की हालत सीरियस बतायी जा रही है। जबकि सिद्धार्थ को खतरे से बाहर होना बताया गया। उधर फर्म के संचालक विश्वनाथ शाह ने बताया कि सिगरा स्थित कृषि एक्सपोर्ट प्लाजा में आईटीसी का ऑफिस है। दोनों कर्मचारी वहीं से पैसा लेकर बैंक के लिए चले थे। खंगाला CCTVभीड़भाड़ वाले एरिया में दिनदहाड़े लूट की वारदात होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एक दिन पहले पुलिसिंग को चैलेंज दे चुके क्रिमिनल्स के ठीक दूसरे दिन भी बैंक के सामने गोली मारकर 9.60 लाख रुपये लूटकर फरार हो जाने से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गयी हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर न केवल एसएसपी अजय कुमार पहुंच गए बल्कि एसपी सिटी राहुल राज, क्राइम ब्रांच की टीम व चेतगंज सीओ व आसपास के थानों की पुलिस भी कुछ ही देर में वहां आ पहुंची। एसएसपी ने घटनास्थल का जायजा लेने के साथ ही बैंक की सीढ़ी से सटे एक पैथोलॉजी सेंटर के सीसीटीवी फुटेज को भी देखा। लेकिन इससे पुलिस को कोई अहम क्लू हाथ नहीं लगा। घटना की सूचना पर फर्म के मालिक व अन्य कर्मचारी भी स्पॉट पर पहुंचे थे।
नौसिखिए नहीं थे criminalsलूट की घटना को अंजाम देने वाले कितने शातिर रहे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मात्र तीन गोली में उन्होंने अपना काम फिनिश कर लिया। जबकि नौसिखिए होते तो जिस तरह से घटना हुई उसमें कई और लोग भी गोलियों के शिकार हो सकते थे। लेकिन सधे हुए अंदाज में चलायी गयी गोली ने केवल टारगेट को ही अपने निशाने पर लिया। इतना ही नहीं बिजी रोड पर गोली तड़तड़ाने फिर बैग छीनने और बेखौफ निकल जाना उनके शातिर को पुख्ता करता है। पुलिस भी घटना में शामिल क्रिमिनल्स को शातिर मान उनकी तलाश मेंं जुट गयी है। पहले से मौजूद थे बदमाशप्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पल्सर बाइक पर सवार दो अंजान चेहरे बैंक के पास सुबह से ही चहलकदमी करते देखे गए थे। घटना को अंजाम देने के लिए सटीक मुखबिरी हुई थी। घटना को अंजाम देने आये बदमाशों को पहले से मालूम था कि फर्म के कर्मी नोटों से भरा बैग लेकर आने वाले हैं। लूट करने वालों में एक लंबे कद काठी का था। कॉल डिटेल की होगी जांच
सीसीटीवी फुटेज से कुछ खास हासिल न होने पर पुलिस ने अपने जांच की दिशा फर्म के कर्मियों की ओर मोड़ दी है। ऑफिसर्स के मुताबिक फर्म के कर्मचारियों के मोबाइल कॉल डिटेल की भी जांच की जाएगी क्योंकि हो सकता है कि किसी कर्मी ने ही घटना के बाबत मुखबिरी की हो। इकलौते पुत्र की फैमिली में कोहरामलंका के सुसुवाही स्थित गणेशपुरी कॉलोनी निवासी सोमनाथ बनर्जी बीएचयू में सेक्शन ऑफिसर हैं। इनका इकलौता पुत्र व लूट व गोली का शिकार हुआ सिद्धार्थ बनर्जी एमबीए करने के बाद इस फर्म में ढाई साल से कैशियर पद पर काम कर रहा है। घटना की खबर लगते ही इसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उधर लेढ़ूपुर (सारनाथ) निवासी घायल कैलाश नाथ शर्मा करीब 25 साल से इस फर्म से जुड़े हैं। उन्हें तीन पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। जानकारी मिलते ही दोनों के फैमिली मेंबर्स रोते बिलखते हॉस्पिटल पहुंचे।