भले प्राचीन काल में रियासतें अलग रही हों लेकिन समाज था एकजुट यात्रा पूरी कर 18 विद्यार्थियों का दल वाराणसी के लिए किया प्रस्थान

वाराणसी (ब्यूरो)तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के आमंत्रण पर तमिलनाडु दर्शन के लिए गए काशी ङ्क्षहदू विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का दल अपनी यात्रा पूर्ण कर वाराणसी के लिए प्रस्थान कर चुका है। प्रस्थान से पूर्व तमिलनाडु के राज्यपाल ने राजभवन चेन्नई में विद्यार्थियों के साथ संवाद भी किया। उन्होंने सांस्कृतिक व आध्यात्मिक रूप से समृद्ध तमिलनाडु की विशिष्टताओं का उल्लेख किया। राज्यपाल ने भारत के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा सभ्यतागत उद्भव व इसे सशक्त करने में देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों के संघर्ष व योगदान को रेखांकित किया। कहा, भले ही प्राचीन काल में अलग-अलग रियासतें रही हों, लेकिन समाज एकजुट था.

आप भी तमिल सीखें

राज्यपाल ने तमिल भाषा के प्रसार तथा तमिल साहित्य को देश के विभिन्न भागों तक ले जाने पर जोर दिया। उन्होंने गैर तमिल विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे तमिल सीखें और वृहद व समृद्ध तमिल साहित्य से खुद को भी समृद्ध करें। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए.

कई जगहों का किया दौरा

यात्रा के दौरान विद्यार्थियों के दल ने राज्य में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, कला व धार्मिक महत्व के स्थलों व संस्थानों का दौरा किया। राज्य की समृद्ध विरासत से परिचित हुए। पिछले वर्ष दिसंबर में यहां आयोजित काशी तमिल संगमम के समापन समारोह में शामिल होने राज्यपाल बीएचयू आए थे। उन्होंने विश्वविद्यालय में तमिल सीख रहे गैर-तमिल विद्यार्थियों को तमिलानाडु दर्शन के लिए आमंत्रित किया था। इस दल में 18 विद्यार्थी व विश्वविद्यालय कला संकाय के भारतीय भाषा विभाग के शिक्षक डा। जगदीशन व डा। विगनेश अनंत भी शामिल थे.

Posted By: Inextlive