सावन बाद 130 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में लगातार आसपास के जनपदों से बढ़ती भीड़ को देखते हुए परिवहन निगम ने नया प्लान तैयार किया है। सावन बाद नये रूट पर भी इलेक्ट्रिक बसें दौडऩे लगेंगी। नये वार्डों की पब्लिक ने इलेक्ट्रिक बसें चलाने की डिमांड की हैं। इसी के मद्देनजर परिवहन निगम ने शहर की जरूरत के हिसाब से 130 इलेक्ट्रिक बसों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है। इन बसों के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों को शहर से जोड़ा जाएगा। आवागमन की सुविधा आसान बनाई जाएगी.
बस अड्डे के लिए मांगी गई जमीनवाराणसी में अभी 50 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। ज्यादातर बसें फुल रहती हैं। इसे देखते हुए ही परिवहन निगम ने 130 नई बसों को मंगवाने का फैसला किया है। इसका प्रस्ताव भी बनाकर शासन को भेजा है। क्षेत्रीय प्रबंधक के अनुसार हर इलेक्ट्रिक बस में 28 सीटें रहेंगी। इसका मतलब है कि हर रूट पर एक साथ 3640 लोग यात्रा कर सकेंगे। शहर में जल्द ही नई व पुरानी बसों की संख्या 180 हो जाएगी। इसीलिए नए इलेक्ट्रिक बस अड्डे की जरूरत महसूस की जा रही है। नगर निगम से जमीन भी मांगी गई है.
ग्रामीण इलाकों के बाजार तक जाएंगी बसेंइलेक्ट्रिक बसों का किराया नहीं बढ़ेगा। जो किराया अभी है, वही आगे लागू रहेगा। रूट की संख्या जरूर बढ़ेगी। इसका निर्धारण किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक बसें खासकर चिरईगांव, बच्छांव, पिंडरा, मुनारी, फूलपुर, बडग़ांव समेत ग्रामीण इलाकों के प्रमुख बाजारों तक चलाई जाएंगी। इन इलाकों से हर दिन बड़ी संख्या में लोगों का कचहरी, दशाश्वमेध, बीएचयू, सिगरा समेत अन्य जगहों पर आना-जाना होता है, लेकिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट न होने से लोगों को निजी वाहनों से आना पड़ता है, जिससे शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यात्रियों के दबाव व उनकी मांग को भी ध्यान में रखा जाएगा.
लखनऊ के लिए चलेंगी पांच बसें सोनभद्र से लखनऊ के बीच पांच नई साधारण बसें चलाई जाएंगी। लखनऊ से पांच बसें वाराणसी पहुंच गईं हैं। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि पांच नई बसों का संचालन सोनभद्र से वाराणसी होते हुए लखनऊ तक किया जाएगा. जरूरत को देखते हुए शासन से 130 इलेक्ट्रिक बसों की डिमांड की गई हैं। दो महीने के अंदर ही बसें मिल जाएंगी। एक प्रशिक्षण शिविर में बसों के संचालन व भीड़ प्रबंधन की बारीकियां बताई गई हैं। जिसे वाराणसी परिक्षेत्र में भी लागू किया जाएगा। इसका फायदा इलेक्ट्रिक बसों के संचालन में मिलेगा. गौरव वर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक