पीएम को मिले गिफ्ट में यहां की पेंङ्क्षटग की सबसे बड़ी बोली एट द रेट 74.50 लाख संस्कृति मंत्रालय ने नीलामी के रुझानों की दी जानकारी कामधेनु राम दरबार की मूर्ति व स्वर्ण मंदिर माडल की भी लगी अधिक बोली लक्ष्मी नारायण-रुक्मिणी की मूर्ति को भी किया गया सबसे ज्यादा पसंद


वाराणसी (ब्यूरो)प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले गिफ्ट की नीलामी में पिछली बार की तरह इस बार भी बड़ी संख्या में खरीदार सामने आए हैं। उपहारों की इस आनलाइन नीलामी में सबसे अधिक कीमत बनारस के घाटों की एक विशालकाय पेंङ्क्षटग की लगाई गई है, जो 74.50 लाख तक पहुंच गई है, जबकि इसकी न्यूनतम कीमत 64.80 लाख रखी गई थी। जिन अन्य उपहारों की अब तक सबसे ज्यादा लोगों ने बोलियां लगाई हैं, उनमें लक्ष्मी नारायण के साथ रुक्मिणी की मूर्ति शामिल है। बता दें कि करीब 912 उपहारों की दो अक्टूबर से शुरू हुई इस नीलामी में अब तक करीब 16 हजार लोग हिस्सा ले चुके हैं। इसमें हिस्सा लेने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर, 2023 है। अंतिम दिनों में इसमें बड़ी संख्या में लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद की जा रही है।

नीलामी का पांचवां चक्र

केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी के उपहारों की ई-नीलामी की जानकारी दी। साथ ही बताया कि प्रधानमंत्री के उपहारों की नीलामी का यह पांचवां चक्र है। इस दौरान जिन कलाकृतियों की अब तक सबसे अधिक बोलियां लगाई गई हैं, उनमें लक्ष्मी नारायण के साथ रुक्मिणी की मूर्ति के साथ कामधेनू, राम दरबार और भगवान कृष्ण की मूर्ति एवं स्वर्ण मंदिर व यरुशलम का माडल शामिल हैं। प्रधानमंत्री के उपहारों की नीलामी से मिलने वाली राशि को गंगा सफाई के लिए चल रहे नमामि गंगे अभियान को दान कर दी जाती है.

पगड़ी भी होगी नीलाम

केंद्रीय मंत्री लेखी ने इस दौरान नीलामी के लिए रखे गए कई ऐसे उपहारों की ओर भी लोगों का ध्यान आकर्षित कराया जो देखने में भले ही सामान्य हैं, लेकिन दुर्लभ हैं। इनमें गोंड पेंङ्क्षटग व चंबा रूमाल आदि हैं। नीलामी के लिए जिन अन्य आकर्षक व कीमती उपहारों को रखा गया है, उनमें चंदन की लड़की से बनी वीणा शामिल है, जिसमें भगवान की मूर्ति को बेहद आकर्षक ढंग से उकेरा गया है। इसकी कीमत करीब 4.11 लाख है। प्रधानमंत्री को भेंट की गई पगड़ी भी नीलामी के लिए रखी गई है। इसकी कीमत करीब 70 हजार है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से भेंट की गई ढोकरा आर्ट की आदिवासी पुरुष व महिला की प्रतिमा भी शामिल है.

वुड के रुद्राक्ष की बेस प्राइज 10 लाख

पीएम नरेंद्र मोदी का करीब 43 बार संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आगमन हो चुका है। जब भी वह काशी आते हैं तो सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, शॉल, स्टॉल आदि भेंट किया जाता है, जिसमें सिल्क तनछुई अंगवस्त्र और सॉफ्ट स्टोन जाली क्राफ्ट के गोवर्धन पर्वन पर गायों का झुंड, मा दुर्गा की प्रतिमा, नंदी गाय, वुड का रुद्राक्ष आदि शामिल हैं। इसके समेत सभी आइटम नीलामी में रखे गए हैं, जिसमें वुड के रुद्राक्ष स्मृति चिन्ह की बेस प्राइज 10 लाख रुपये रखी गई है.

पीएम नरेंद्र मोदी के काशी आगमन पर विभिन्न तरह के हस्तनिर्मित अंगवस्त्र, जो कार्यक्रम की थीम पर आधारित होते हैं या जरदोरी क्राफ्ट में बना होता है। वह भेंट किए जाते हैं। इसमें प्रमुख रूप से कबीर का दोहा, भगवान बुद्ध का श्लोक, बापू का भजन वंदेमातरम आदि स्मृति चिन्ह। इसके अलावा जीआई क्राफ्ट भी होते हैं, जैसे गुलाबी मीनाकारी, मैटल रिपोजी क्राफ्ट, सॉफ्ट स्टोन जाली वर्क, लकड़ी की मूर्तियां, वुड व धातु के स्मृति चिन्ह, जो यहीं के शिल्पियों द्वारा बनाया जाता है। यह सारे स्मृति चिन्ह, जो सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से पीएम को विभिन्न कार्यक्रमों में भेंट दिया जाता है.

पद्श्री रजनीकांत

Posted By: Inextlive