सोलर पैनल से रोशन होंगे फुट ओवरब्रिज
वाराणसी (ब्यूरो)। वाराणसी में अब सोलर पैनल से फुट ओवरब्रिज रोशन होंगे। इसके लिए रेलवे प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली है। कैंट स्टेशन से शुरुआत की जा रही है। इससे रेलवे को हर महीने बिजली बिल के रूप में हजारों रुपए की बचत होगी। कैंट स्टेशन पर निर्माणाधीन फुट ओवरब्रिज (एफओबी) तीन नंबर पर 300 सोलर पैनल लगेंगे। इसके माध्यम से 100 किलोवाट बिजली उत्पादित की जाएगी। रेलवे प्रशासन द्वारा ही इस बिजली का उपयोग किया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने बिजली की खपत एवं खर्च बचाने के लिए फुट ओवरब्रिज पर सोलर पैनल लगाने का निर्णय लिया है। रेलवे की ओर से नोएडा से सोलर पैनल मंगवाए गए हैं। कैंट स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर छह नंबर के बीच सोलर पैनल लगाए जाएंगे.
आंतरिक सर्किट से पहुंचाई जाएगी बिजलीसोलर पैनल से उत्पादित बिजली के वितरण के लिए आंतरिक सर्किट बनाए गए हैं। इन सर्किट के माध्यम से अलग-अलग प्वाइंट तक बिजली पहुंचाई जानी है। फिलहाल पावर ग्रिड को बिजली देने की कोई योजना नहीं बनाई गई है। कैंट स्टेशन से पहले से ही सोलर पैनल लगे हुए हैं। इन सोलर पैनल से 1.65 मेगावाट बिजली उत्पादित की जानी है। वर्तमान में यार्ड रिमॉडलिंग का काम जारी है। इस वजह से .65 मेगावाट बिजली ही उत्पादित हो रही है। यार्ड रिमॉडलिंग का काम पूरा हो जाने के बाद सोलर पैनल पूरी क्षमता के साथ काम करेगा। फिर 1.65 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी.
अन्य प्लेटफॉर्म पर भी लगाए जाएंगे सोलर पैनल कैंट रेलवे स्टेशन के तीन नंबर फुट ओवरब्रिज पर 300 सोलर पैनल लगाए जाने हैं। इसके अलावा अन्य प्लेटफॉर्म पर भी निकटतम भविष्य में सोलर पैनल लगवाने की योजना है। ताकि स्टेशन परिसर का सभी काम सोलर पैनल से उत्पादित बिजली से ही हो जाए. कैंट स्टेशन से छावनी के रास्ते बन रहा एफओबी तीसरा नंबर फुट ओवरब्रिज का निर्माण कैंट स्टेशन से छावनी के रास्ते बनाया जा रहा है। जून तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। पूर्व का एक फुट ओवरब्रिज छावनी क्षेत्र से जुड़ा है। वहीं, दूसरा फुट ओवरब्रिज प्लेटफॉर्म नंबर एक से नौ तक है। तीसरे फुट ओवरब्रिज के चालू होने से यात्रियों को स्टेशन के दोनों एंट्री गेट से आवागमन बेहद सुगम हो जाएगा. कैंट रेलवे स्टेशन के तीन नंबर फुट ओवरब्रिज पर 300 सोलर पैनल लगाए जाने हैं। अन्य प्लेटफॉर्म पर भी निकटतम भविष्य में सोलर पैनल लगाने को लेकर तैयारियां चल रहीं हैं। सोलर पैनल से जितनी भी बिजली उत्पादित होगी, उससे स्टेशन परिसर को रोशन किया जाएगा.गौरव दीक्षित, डायरेक्टर, कैंट रेलवे स्टेशन