सौ-सौ झंडे तैयार करने के लिए राजकीय स्कूलों के बच्चों को दी गई जिम्मेदारी बच्चों को झंडा के लिए कहां से मिलेगा बजट इसका जवाब किसी के पास नहीं टीचर्स बच्चों को देंगे जी-20 के देशों की संस्कृति और भाषा की जानकारी मानव श्रृंखला बनाकर मेहमानों का शिक्षक और बच्चे करेंगे ग्रेंड वेलकम

वाराणसी (ब्यूरो)जी-20 की तैयारी में स्कूली बच्चों को कई देशों का झंडा बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है। हालांकि इसमें यूज होने वाले कपड़े के लिए पैसे कहां से आएंगे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। यही नहीं बच्चों को जी-20 के देशों की संस्कृति के बारे में जानने को कहा गया है। इन देशों की सस्ंकृति, सभ्यता और रहन-सहन क्या है, इन सभी के बारे में स्कूल के टीचर बच्चों को जानकारी देंगे। इसके लिए राजकीय स्कूलों के सभी टीचर्स को जिम्मेदारी दी गयी है।

बच्चे तैयार करेंगे झंडा

काशी में जी-20 सम्मेलन में आ रहे विदेशी मेहमानों के वेलकम के लिए शहर के राजकीय स्कूलों के बच्चों को झंडा तैयार करने को कहा गया है। सभी बच्चे अपने-अपने घर से झंडा तैयार कर लाएंगे। इसके बाद सभी झंडों को शहर में लगाया जाएगा.

एक स्कूल पर सौ झंडे की जिम्मेदारी

डीआईओएस की तरफ से एक-एक स्कूल को सौ-सौ झंडे तैयार करने को कहा गया है। झंडा तैयार करने के लिए स्कूल के टीचर्स को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। सभी स्कूल के टीचर्स बच्चों से झंडा तैयार करवाएंगे। झंडा तैयार होने के बाद स्कूल के टीचर्स को सौंप देंगे.

इन देशों के झंडे होंगे तैयार

अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, यूरोपीय संघ, फ्र ांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्र का, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन के झंडे तैयार किए जाने हैं.

घर से तैयार कर लाएंगे

चौकाने वाली बात यह है कि सभी राजकीय स्कूलों के प्रिसिंपल और टीचर्स को जी-20 देशों के झंडे तैयार की जिम्मेदारी दे दी गयी हैं लेकिन बच्चे झंडा कहां से लाएंगे इसके लिए कोई बजट नहीं दिया गया है। सभी को अपने घर से झंडा तैयार कर लाने का निर्देश दिया गया हैं। इसके पहले भी स्कूलों को झंडा तैयार करने को कहा गया था.

झंडे की कोई साइज नहीं

बच्चे अपने पास से पैसा खर्च कर जो झंडा तैयार करेंगे उसका कोई साइज नहीं हैं। जिस साइज का जो भी झंडा तैयार होगा, उसे रख लिया जाएगा। ऐसा इन्स्ट्रक्शन मिला है। आदेश मिलते ही राजकीय स्कूलों के टीचर्स टेंशन में आ गए हैं कि वह बच्चों से कैसे झंडा तैयार करवाए वह भी बिना पैसे के.

देंगे संस्कृति की जानकारी

जी-20 देशों की क्या हैं संस्कृति और सभ्यता यह भी बच्चों को जानने के लिए कहा गया हैं। इसके लिए राजकीय स्कूलों के टीचर्स को जी-20 देशों की संस्कृति क्या हैं, सभ्यता कैसी हैं इसके बारे में बच्चों को बताने को कहा गया हैं। इसके अलावा स्कूलों में क्विज प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता भी होंगे.

जी-20 के डेलीगेट्स के वेलकम के लिए सौ झंडे भारत के और सौ झंडे दूसरे देशों के तैयार करने को स्कूलों को कहा गया है। इसके लिए 31 स्कूलों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है। मेहमानों के वेलकम के लिए मानव श्रृंखला भी बनाई जाएगी.

जयराम सिंह, सह जिला विद्यालय निरीक्षक

Posted By: Inextlive