नगर निगम की ओर से जोन दफ्तरों में वाई-फाई के साथ कम्प्यूटर की भी सुविधा मिलेगी. एक बटन दबाने पर देख सकेंगे अपने घर का डिटेल. मकान पर कितना टैक्स बकाया है यह भी जान सकेंगे.

वाराणसी (ब्यूरो): नगर निगम अब पहले से और स्मार्ट होगा। मुख्य कार्यालय के बाद अब नगर निगम के पांच जोन भी स्मार्ट जोन बनाए जाएंगे। इसके लिए तैयारी जोरों पर चल रही है। स्मार्ट जोन बनने के बाद कोई भी जानकारी कहीं से भी आनलाइन प्लेटफार्म पर देख सकते हैं। मकान की जानकारी हो या फिर टैक्स की या फिर गलियों व मुहल्लों की सभी आपको आसानी से मिलेगी।

नगर निगम की कवायद

मेयर अशोक तिवारी ने बताया कि वार्डों का विस्तार होने के बाद नगर निगम के दो और जोन बनाए जाने हैं। इससे पहले पांच जोनल कार्यालयों को स्मार्ट बनाया जाएगा। इसके बाद जो जोन बनेंगे, उनमें भी सुविधाएं हाईटेक होंगी। स्मार्ट जोन में वाई-फाई से तेज इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। सभी स्टाफ को ट्रेंड कर कम्प्यूटर से भी लैस किया जाएगा।

डिजिटल इंडिया को मूर्त रूप

डिजिटल इंडिया को मूर्त रूप देने के लिए नगर निगम मुख्यालय समेत पांच जोन को हाईटेक बनाया जाएगा। प्रारंभ में सभी विभागों में कम्प्यूटर दिया जाएगा। इन कम्प्यूटर सभी डाटा फीड किए जाएंगे, ताकि ऑनलाइन सिसटम से आम लोगों को हर जानकारी मिले। जैसे खसरा-ख्खतौनी देखने के लिए आराजी संख्या डालते हैं। उसी की तर्ज पर नगर निगम की साइट पर अपने मकान, टैक्स के बोर में जान सकेंगे।

छह विभागों को मिले कम्प्यूटर

प्रारंभ में लोक शिकायत, लेखा, विधि, अधिष्ठान, परिवहन कार्यशाला, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, कंप्यूटर सेल को सुविधा दे दी गई है। इस कम्प्यूटर पर सभी तरह के डाटा को फीड किया जा रहा है। सभी डिपार्टमेंट आम पब्लिक को बेहतर सुविधाएं दे सकें, इसके लिए उन्हें कम्पयूटर दिया गया है। सभी विभागो को आधुनिक सूचना प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक प्रयोग कर कार्यों का त्वरित निस्तारण करते हुए आम जन को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के निर्देश भी दिए गए हंै।

वार्डो का हुआ विस्तार

मेयर अशोक तिवारी का कहना है कि नगर निगम का विस्तार होने के बाद करीब दस वार्ड बढ़ गए है। इन वार्डों के लोगों के मकान नंबर से लेकर हाउस टैक्स, जलकर समेत सभी की जानकारी विभाग को रखनी पड़ेगी। सभी मकान नंबर को ऑनलाइन किया जाएगा.

वार्डों का विस्तार होने के बाद पांच जोन को स्मार्ट बनाया जाएगा। नगर निगम के छह विभागों को हाईटेक कर दिया गया है, ताकि वह लोगों को बेहतर सुविधाएं दे सकें। तहसील की वेबसाइट पर आराजी संख्या डालने पर सारी जानकारी मिल जाती है, उसी तरह नगर निगम की साइट पर जो भी जानकारी चाहिए वह मिल जाएगी.

अशोक तिवारी, मेयर

Posted By: Inextlive