पहले हाथ काटा फिर गर्दन, थाना पहुंच बताया कर दिया मर्डर
वाराणसी (ब्यूरो)। कालभैरव मंदिर के पास शनिवार दोपहर हुई वीभत्स घटना ने सबको झकझोर दिया। भांग की दुकान के सामने गली में रहने वाले रिटायर्ड हेड कांस्टेबल के सनकी बेटे ने रद्दी खरीदने के दौरान दस रुपये के विवाद में कबाड़ी का पहले हाथ काटा, फिर गर्दन। यही नहीं आरोपी ने चाकू से उसके पेट में भी कई वार किए। मर्डर करने के बाद आरोपी बीबीए छात्र खुद कोतवाली थाना पहुंचा और सरेंडर कर दिया। उसने पुलिसवालों को खुद घटना की जानकारी दी। यह सुन पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए। हालांकि पुलिस का कहना है कि घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
रद्दी देने के लिए बुलायासारनाथ थाना क्षेत्र के पुराना पुल के रहने वाले 38 वर्षीय दिनेश अग्रहरि साइकिल से घूम-घूमकर कबाड़ लेने का काम करता था। शनिवार दोपहर वह कालभैरव आया था। मंदिर रोड पर भांग की दुकान के सामने गली में पहुंचा। गली में वीरेंद्र मिश्रा का मकान है, जो फायर विभाग में हेड कांस्टेबल पद पर थे। जैसे ही कबाड़ बेचने वाला मकान के पास पहुंचा तो ऊपर खिड़की से वीरेंद्र के बेटे आशुतोष मिश्रा ने कबाड़ देने के लिए दिनेश को बुलाया। वह तुरंत मकान की दूसरी मंजिल पर मौजूद आशुतोषके पास पहुंच गया.
20 रुपये देने का दबाव
आशुतोष घर में रद्दी हो चुके अखबार को लेने के लिए कबाड़ी से बोला। कबाड़ी ने दस रुपये किलो लेने की बात कही, लेकिन आशुतोष 20 रुपये लेने के लिए दबाव बना रहा था। इस बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। मामला इतना बिगड़ गया कि गुस्साए अशुतोष ने घर में पड़े चाकू से कबाड़ी पर वार कर हत्या कर दी. मुहल्ले के लोगों ने दी सूचना सनसनीखेज वारदात के बाद मोहल्ले के लोगों ने दिनेश को तड़पते देख पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के थोड़ी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो जमीन पर दिनेश पड़ा था। उसके शरीर से खून निकल रहा था। लोगों की मदद से पुलिस दिनेश को लेकर कबीरचौरा अस्पताल पहुंची। इमरजेंसी में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया चाकू से गर्दन भी काट दिया थामौके पर पहुंची पुलिस के अनुसार कबाड़ी दिनेश अग्रहरि के शरीर पर चाकू से कई वार पाए गए। बायां हाथ भी बॉडी से अलग था। चाकू से गर्दन भी काट दिया गया था। दिनेश के बॉडी की स्थिति देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए थे। पुलिस के अनुसार प्रथमदृष्टया बीबीए छात्र आशुतोष की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। किसी बात को लेकर वह सनक गया होगा और इतनी बेरहमी से कबाड़ी वाले को मार डाला.
परिजनों ने किया हंगामा हत्या की सूचना मिलने के बाद दिनेश के परिजन भी कोतवाली थाने पहुंच गए। परिजनों ने आरोप था कि पुलिस जानबूझकर आरोपी को बचा रही है। कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों ने कोतवाली में जमकर हंगामा किया। पुलिस के आश्वासन के बाद परिजन वापस लौटे. वजह तलाशने में जुटी पुलिस हमले के बाद मुख्य आरोपी आशुतोष मिश्रा फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसने कारोबारी को चाकू क्यों मारा था? पुलिस पूछताछ में यह बात पता लगाने की कोशिश कर रही है. दस साल पहले हुई थी शादीपुलिस के अनुसार मृतक दिनेश अग्रहरि के पिता प्रेम अग्रहरि भी कबाड़ बेचने का काम करते हैं। 10 साल पहले 2013 में मुंंबई की रहने वाली ज्योति से दिनेश की शादी हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी नौ साल की बेटी लाडो है। दूसरी बेटी सात साल की मिष्टी और चार साल का बेटा लल्ला है। 5 बहन और 2 भाई की जिम्मेदारी भी उसके ऊपर थी। घटना की जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। माता-पिता का रो-रोकर बुला हाल है। पत्नी ज्योति मुंबई में है, जिसे सूचना दे दी गई है.
आशुतोष मिश्रा ने दिनेश अग्रहरि को कबाड़ खरीदने के लिए बुलाया था। दिनेश के पहुंचने पर उससे लेनदेन को लेकर कहासुनी हो गई। जिसके बाद उसने चाकू मार दिया। आरोपी आशुतोष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। फॉरेंसिंक टीम ने मौके से सैंपल ले लिए हैं. प्रतीक कुमार, एसीपी, कोतवाली