पेनॉल्टी का भय, 70 परसेंट टैक्सपेयर्स करने लगे रिटर्न
वाराणसी (ब्यूरो)। बनारसी रिटर्न फाइल करने में इतने पंचुअल हो जाएंगे आयकर डिपार्टमेंट ने भी नहीं सोचा था। पिछले पांच साल में रिटर्न फाइल करने का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है। आज सिनेरियो यह है कि 70 परसेंट से अधिक टैक्सपेयर्स पेनाल्टी के भय से समय से पहले ही रिटर्न फाइल करने लगे हैं। पहले यह आंकड़ा 40 परसेंट के करीब था। इसमें आयकर विभाग का भी रोल अहम है। विभाग की तरफ से रिटर्न फाइल करने के लिए मैसेज भेजा जाता है, इससे हर टैक्सपेयर्स एलर्ट हो जाते हंै।
31 जुलाई का प्रेशरइस समय सभी टैक्सपेयर्स के सिर पर 31 जुलाई का प्रेशर हैै। समय सीमा के अंदर रिटर्न फाइल करने के लिए एडवोकेट, सीए के दौड़ लगा रहे है। पेनाल्टी न देना पड़े इसके लिए हर जुगत भी लगा रहा है। सारे डाक्यूमेंट्स से लेकर कंपनी के टर्नओवर तक का दस्तावेज मुहैया करा रहे है। वही नौकरी पेशा भी इसमें पीछे नहीं.
मंथ एंड तक रिटर्न जरूरीफिलहाल सीए का कहना है कि 31 जुलाई तक वित्त वर्ष 2022-23 और एसेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए आईटीआर दाखिल की डेडलाइन करीब आ रही है। पेनाल्टी से बचना है तो सभी टैक्सपेयर्स अंतिम तिथि का इंतजार न करें रिटर्न फाइल कर दें। इससे टैक्सपेयर्स को ही सहूलियत मिलेगी। समय के पहले रिटर्न फाइल करने से त्रुटियां कम होगी। सर्वर पर लोड कम पड़ेगा.
सर्वर पर बढ़ जाता है लोड इन्कमट टैक्स के अफसरों का कहना है कि रिटर्न फाइल करने के लिए अंतिम समय का इंतजार न करें। समय से पहले ही रिटर्न फाइल कर देना चाहिए ताकि कही कोई त्रुटि हो तो उसे सुधारा जा सके। अभी भी कई ऐसे आयकर दाता है जो अंत समय में रिटर्न फाइल करते है। इससे सर्वर पर लोड बढ़ जाता है कमियों को दूर करने के लिए समय नहीं मिल पाता. 30 परसेट बढ़ा ग्राफ आयकर विभाग की मानें तो पांच साल पहले करीब 40 परसेंट टैक्सपेयर्स रिटर्न फाइल करते थे। इसमें भी भारी गड़बडिय़ां करते थे। पांच साल के अंदर करीब 30 परसेंट टैक्सपेयर्स बढ़े है। रिटर्न के प्रति यह जागरूक हो रहे साथ ही पेनाल्टी से भी बचने के लिए रिटर्न फाइल करने लगे है। आयकर का मैसेज करता है अलर्टटैक्सपेयर्स को समय से रिटर्न फाइल करने के लिए आयकर विभाग की तरफ से जो मैसेज आता है। यह मैसेज ने भी टैक्सपेयर्स को अलर्ट करते है कि समय से रिटर्न फाइल करें नहीं तो जुर्माना देना पड़ सकता है। इसलिए जुर्माने की राशि से बचने के लिए अधिकतर टैक्सपेयर्स समय का इंतजार नहीं करते, समय के पहले रिटर्न फाइल कर देते है.
पहले की अपेक्षा टैक्सपेयर्स काफी जागरूक हुए हैं। समय से पहले ही रिटर्न फाइल करने लगे हैं। इससे त्रुटियों की संभावना कम होती हंै. शशिकांत यादव, एसीआईटी टैक्सपेयर्स अंतिम तिथि का इंतजार न करें। इससे सर्वर पर लोड बढ़ जाता है। अब तो ज्यादातर टैक्सपेयर्स रिटर्न को लेकर खुद इन्क्वायरी करने लगे हैं. कमलेश अग्रवाल, सीए