मोबाइल-कंप्यूटर से कमजोर हो रहीं बच्चों व युवाओं की आंखें
वाराणसी (ब्यूरो)। वेस्टर्न और डिजीटल कल्चर को अपनाते हुए आम आदमी आजकल अपनी सेहत पर ध्यान नहीं रख रहा है। यही कारण है कि शहर के सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों तक विभिन्न प्रकार की बीमारियों के सैकड़ों मामले दिखने शुरू हो गए हैं। इतना ही नहीं इन परेशानियों और बीमारियों के बारे में लोगों को शुरुआती दौर में पता भी नहीं चल रहा है। उन्हें इसके बारे में तब जानकारी हो रही है, जब परेशानी आखिरी स्टेज में हो जाती है। ऐसे में इस दौरान लोगों के अंदर आंखों की समस्याओं की परेशानी के केसेज ज्यादा आने शुरू हो गए हैं। इतना ही नहीं शहर के प्रत्येक अस्पताल में आंखों के केसेज को आसानी से देखा जा सकता है.
स्क्रीन पर देर तक काम मेन कारणशहर के विशेषज्ञों ने राय व्यक्त की है कि आंखों की किसी भी प्रकार की परेशानी का मेन कारण लोगों का अपनी आंखों को ज्यादा देर तक स्क्रीन पर रखना हो गया है। इस बारे में डाक्टर्स का कहना है कि मोबाइल हो या कंप्यूटर दोनों में से किसी पर भी ज्यादा देर तक यदि आप अपनी आंखों को रखते हैं तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
गैप और आराम के साथ करें वर्कडाक्टर्स का कहना है कि जो भी लोग मोबाइल और कंम्प्यूटर पर ज्यादा देर तक वर्क करते हैं, वे लोग आराम के साथ वर्क करें। इनकी डिस्पले पर हाई कलर के कांस्ट्रेक्ट होते हें और इनसे निकलने वाले प्रकाश के वेग काफी तेज होते हैं जो सीधे तौर पर आंखों पर हानिकारक प्रभाव डालते हंै। ऐसे में लोगों को जब भी इन पर कार्य करना हो तो बार-बार अपनी आंखों को साफ पानी से धोते रहना चाहिए, जिससे कि वे आसानी से अपने कार्य को कर सकें.
रोजाना आ रहे सैकड़ों पेशेंट शहर के जिला अस्पताल से लेकर कबीरचौरा मंडलीय हास्पिटल तक सैकड़ों की संख्या में पेशेंट पहुंच रहे हैैं, जो किसी ना किसी प्रकार से अपनी आंख की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में डाक्टर्स के द्वारा उनकी आंखों की भलीभांति रूटीन चेकअप किया जा रहा है। इसके बाद उन्हें दवा दी जा रही है. इस तरीके की हो रही परेशानीआंखों की परेशानी से जूझ रहे और ओपीडी के दरवाजे तक आने वाले पेशेंट के बीच तीन प्रकार के मामले देखे जा रहे हैं, जिनमें लोगों की आंखो में आई इचिंग, आई इरेक्शन, आई इंफेक्शन हो रहा है। इस कारण लोगों की आंखों में खुजलाहट के साथ ही आंखों से बार-बार पानी गिरने की समस्या को देखा जा रहा है। ऐसे में डाक्टर्स भी उन्हें स्क्रीन से दूर हो जाने की सलाह हर वक्त देते हुए नजर आ रहे हैं.
पेशेंट के आंकड़े बीमारी-हास्पिटल-संख्या आई संबंधित-डीडीयू-100 आई संबंधित-मंडलीय-200 आंखों की परेशानियों से बचने के लिए इन स्क्रीन पर बैठकर सावधानी के साथ कार्य करना चाहिए। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुंरत डाक्टर्स से संपर्क करना चाहिए. संदीप चौधरी, सीएमओ