भारतीय शिक्षा मंदिर में पांच दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ दीवारों पर त्रिशूल संस्कृत में लिखे श्लोक कर रहे प्रभावित

वाराणसी (ब्यूरो)आदि विश्वेस्वर काशी धर्मालय मुक्ति न्यास द्वारा ज्ञानवापी की सत्यता को चित्रों के माध्यम आम जन मानस तक पहुंचाने के लिए धर्म रक्षा प्रदर्शनी का आयोजन 1 अगस्त से 5 अगस्त 23 तक भारतीय शिक्षा मंदिर इंग्लिशिया लाइन में किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा प्रमुख समाजसेवी आर के चौधरी ने किया.

तहखाने से लेकर त्रिशुल तक

आर के चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनी ने दिखाए गए चित्रों का संयोजन स्पष्ट संदेश देता है कि अतीत में ज्ञानवापी में श्री आदि विश्वेश्वर का भव्य मंदिर था। प्रदर्शनी में 354 वर्ष पहले आदि विश्वेश्वर मंदिर का जो स्वरूप था उसका मॉडल को प्रदर्शित किया गया। इसमें बाबा का तहखाना से त्रिशुल, स्वास्तिक सभी दर्शाया गया है।

एक वर्ष में तैयार मॉडल

प्रदर्शनी के संयोजक तथा न्यास के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉक्टर राम प्रसाद सिंह ने बताया कि कारीगरों द्वारा 1 वर्ष की लगातार मेहनत से मंदिर का लकड़ी का प्रतिरूप तैयार किया गया। मंदिर का यह मॉडल वस्तुत: प्राचीन मंदिर जो 125 फीट लंबाई 125 फीट चौड़ाई तथा 150फीट ऊंचाई को हूबहू मापन तकनीकी के आधार पर बनाया गया है। ज्ञानवापी की दीवारों पर त्रिशूल, कमल का फूल संस्कृत में लिखे हुए श्लोक तथा देवी देवताओं की टूटी मूर्तियां आदि तमाम साक्ष्य को प्रदर्शनी में दिखाया गया है।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर अरविंद रस्तोगी, न्यास के अध्यक्ष राकेश अग्रवाल कार्यकारी अध्यक्ष संजीव त्रिपाठी महामंत्री अनुराग त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष ,सुनील अग्रवाल, ,अनुज डीडवानिया, प्रशांत अग्रवाल, Ÿअनुपम देवा, मनीष कटारिया, उमा शंकर श्रीवास्तव, अमित गुप्ता मौजूद थे.

Posted By: Inextlive