साइकिल ने दिलाई फैट से आजादी
वाराणसी (ब्यूरो)। हो जाइए तैयार आ रहा है बाइकथॉन सीजन-15, जिसका बेसब्री से है हर उम्र के लोगों को इंतजार। बाइकथॉन का नाम आते ही यूथ, लेडीज या बुजुर्ग सभी का मन गदगद हो जाता है। साइक्लिंग से न सिर्फ मन को चुस्त रखता है बल्कि बॉडी भी दुरुस्त रहता है। यही वजह है कि हर उम्र के लोग आज भी साइक्लिंग के लिए समय निकालते हैं, क्योंकि साइकिल चलाने से कई लोगों का फैट कम हो गया और शरीर में कई प्रकार की बीमारियां थी, वह भी दूर हो गईं.
आने लगते हैं फोनसाइक्लिंग पहले भी लोग करते थे और आज भी इसके लिए समय निकालते हैं, क्योंकि डाक्टर बीमार व्यक्ति हो या फिर स्वस्थ, सभी को साइक्लिंग के लिए एडवाइज करते हैं। खासकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट का बाइकथॉन नजदीक आता है तो इसमें शामिल होने के लिए लोगों के फोन आने लगते हैं। फोन पर पूछते हैं कि कब का डेट फाइनल हुआ है। डेट अगर फाइनल हो गया है तो मुझे बुलाना मत भूलिएगा। लोअर टीशर्ट पहनकर सुबह आकर सभी के साथ साइक्लिंग करना काफी अच्छा लगता है। बच्चे हों या बड़े सभी एक ड्रेस में एक साथ साइक्लिंग करते हैं तो यह सिनेरियो देखने लायक रहता है। यह जोश और जज्बा सिर्फ आईनेक्स्ट के बाइकथॉन में ही देखने को मिलता है। साइक्लिंग से न सिर्फ बॉडी फीट रहता है बल्कि शरीर का हर एक एक्सरसाइज भी हो जाता है। यह सिर्फ डाक्टर ही नहीं कहते बल्कि आम हो या खास वर्ग सभी जानते हंै.
एक महीने में कम हो गया मोटापा डाक्टर भी मानते हैं कि साइक्लिंग से बेस्ट कोई एक्सरसाइज नहीं है। इसे प्रतिदिन सुबह उद्यमी, डाक्टर हो या फिर खास पर्सन साइक्लिंग करना नहीं भूलते हंै। क्योंकि साइक्लिंग से पेट की चर्बी कम हो गयी और शरीर में कई प्रकार की बीमारियां थी वह भी दूर हो गयी। तोंद निकला रहता था वह भी कम हो गया, यह कहना है अनिल शाह का। आज भी समय निकालकर साइकिल चलाते हैं। प्रतिदिन डीएवी कॉलेज में दो से तीन चक्कर लगाते हैं। क्योंकि तीन साल पहले साइकिल चलाना छोड़ दिए थे तो पेट की चर्बी काफी बढ़ गयी थी। फिर से साइक्लिंग शुरू की तो पेट की चर्बी काफी कम हो गई है। ऐसे तो वर्ष 1982 में पहली बार जब साइकिल खरीदा तो हर काम साइकिल से ही करते थे। उस समय शरीर काफी स्वस्थ था. सत्यनारायण सेठ, प्रदेश अध्यक्ष, उप्र स्वर्णकार संघसाइकिल चलाने से शरीर को काफी फायदा है। पहली बात तो तोंद कम हो गई। फोरव्हीलर चलाते-चलाते काफी पेट निकल गया था। डाक्टर हमेशा एडवाइज करते हैैं कि साइक्लिंग करिए पेट की चर्बी कम हो जाएगी। डाक्टर के एडवाइज पर साइकिल चलाना शुरू किया तो शरीर फीट हो गया और पेट भी कम हो गया। मन भी चुस्त रहता है। पहले आलस बना रहता था.
विजय कपूर, प्रभारी, उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल साइकिल चलाने से हड्डी मजबूत होती है। कोलेस्ट्राल कम होता है, शरीर की चर्बी भी कम होती है। साइक्लिंग ऐसा एक्सरसाइज है जिससे बॉडी के सभी प्रकार के एक्सरसाइज हो जाते हंै। सभी को प्रतिदिन साइक्लिंग करना चाहिए। इससे मोटापा काफी कम होता है। अगर इंसान प्रतिदिन साइकिल चलाए तो शरीर में कोई रोग ही न हो। डा। शकील अहमद, हड्डी रोग विशेषज्ञ साइक्लिंग करने से बॉडी से टॉक्सिन निकलता है। इससे शरीर चुस्त व दुरस्त रहता है। अगर आम आदमी प्रतिदिन साइकिल चलाए तो मोटापा कभी न आए लेकिन आज के परिवेश में बहुत कम ही लोग साइक्लिंग करते हैं। इसलिए शरीर में बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। सुबह प्रतिदिन लोगों को कम से कम एक घंटा साइक्लिंग करनी चाहिए. आदित्य अग्रवाल, डॉयरेक्टर, करौली डायग्नोस्टिक