पेट्रोल पंप धर्मकांटा भी हेराफेरी करने से नहीं पीछे सब्जी मंडी में हर दूसरा सब्जी विक्रेता पत्थर के बाट से तौल कर रहा सब्जी

वाराणसी (ब्यूरो)हद हो गई है। आप सोच भी नहीं पाएंगे कि आपके शहर में कितनी तेजी से घटतौली का खेल चल रहा है। हर 15वां आदमी घटतौली का शिकार हो रहा है। यह मैं नहीं बल्कि बाट-माप विभाग की रिपोर्ट बता रहा है। 2022-23 में विभाग ने करीब 1120 मामले सिर्फ घटतौती के पकड़े हैं। इनमें मीटर से लेकर लीटर तक, पत्थर से लेकर इलेक्ट्रानिक मशीनों में हेराफेरी की गयी है.

पेट्रोल पंप भी नहीं सेफ

चौंकाने वाली बात यह है कि बाट-माप विभाग के अफसरों ने पेट्रोल पंप की जांच की तो इसमें भी घटतौली का खुलासा हुआ। विभाग ने इन पंपों से आ रहे तेल की जांच वहां पर रखे लीटर से की तो उसमें कम पाया गया। किसी पेट्रोल पंप पर 10 ग्राम तो किसी पर 20 से 30 ग्राम तेल कम दिया जा रहा था। इसकी सूचना विभाग ने वाराणसी मंडल के करीब 74 पंपों पर कार्रवाई की थी.

हर दूसरा सब्जी विक्रेता तौल कर रहा पत्थर से

बाट-माप विभाग के अफसरों की मानें तो सब्जी मंडियों में सबसे अधिक लोग घटतौली का शिकार हो रहे हंै। चंदुआ सट्टी, विशेश्वरगंज, सुंदरपुर, प्रह्लादघाट, पंचकोशी सब्जी मंडी समेत अन्य मंडियों में हर दूसरा सब्जी विक्रेता पत्थर के टुकड़े से ही सब्जियों का तौल करता है। इतने चालाक होते है कि लोहे का बाट तो रखते ही साथ ही आधा किलो और एक किलो का पत्थर का टुकड़ा भी रखते हैं। मौका मिलते ही पत्थर से तौल कर धीरे से टेनी मार देते हैं। ऐसा जांच में कई बार पकड़ा गया है.

धीरे से सील हटा देते हैं

घटतौली को रोकने के लिए बाट-माप विभाग सत्यापन के दौरान बाट के पिछले हिस्से में सील लगाकर देता है। यह सील सत्यापित करता है कि वजन सही है या नहीं, लेकिन दुकानदार धीरे से इस सील को हटा देते हैं। इसके चलते यह तय कर पाना मुश्किल हो जाता है कि यह सील सही है या गलत। इसमें सबसे अधिक सब्जी विक्रेता, किराना, मिट, मछली विक्रेता शामिल है.

यह है नियम

कम या अमानक तौल देने वाले विधिक माप विज्ञान अधिनियम 2009 के अंतर्गत दोषी माने जाते हैं। ऐसे दुकानदार पर मापतौल विभाग को जुर्माना लगाना पड़ता है। जुर्माना नहीं देने पर उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का प्रावधान है। विभाग ने 2022-2023 में करीब एक हजार से अधिक लोगों के खिलाफ एक्शन लेकर जुर्माना ठोका है.

2022-23 में पकड़े गए मामले

व्यवसाय का नाम- मामले

पेट्रोल/डीजल पंप- 74

एलपीजी -138

धर्मकांटा- 21

सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान- 180

अन्य- 615

अप्रैल माह में हुई कार्रवाई

व्यवसाय का नाम- मामले

पेट्रोल/डीजल पंप- 5

एलपीजी- 3

सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान- 6

गल्ला किराना विक्रेता- 40

अन्य- 38

सिस्टम हाईटेक होने के बाद भी दुकानदार घटतौली करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए हर महीने अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है.

अशोक कुमार, असिस्टेंट कंट्रोलर, बाट-माप विभाग

Posted By: Inextlive