बिजली के पोल और कूड़ेदान से आजादी मांग रहे चौराहे
वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में आबादी और आवागमन के लिहाज से सड़कें तंग हैैं। रोजाना शहर में 20 से अधिक चौराहों पर ट्रैफिक स्मूथ करने के लिए यातायात विभाग के जवान पूरी तन्मयता से जुटे रहते हैैं। साथ ही इलेक्ट्रिक सिग्नल भी ट्रैफिक को रेगुलेट करते हैैं। फिर भी पब्लिक को स्मार्ट सिटी मेें स्मूथ ट्रैफिक का फील नहीं हो पा रहा है। तमाम चुनौतियों के बाद भी यातायात को सुचारु करने में जुटे ट्रैफिक विभाग के लिए सड़क व उसके किनारे बिजली के पोल और नगर निगम के कूड़ेदान रूकावट बन रहे हैैं। पांडेयपुर चौराहा, काली माता मंदिर, चंद्रा चौराहा, पांडेयपुर पुलिस चौकी और पुलिस लाइन चौराहे पर दर्जनों अव्यवस्थित बिजली के पोल व लापरवाही तरीके से रखे हुए कूड़ेदान से ट्रैफिक स्लो कर रहे हैैं। यातायात विभाग ने इन्हें दुरुस्त व व्यवस्थित करने की मांग की है। ताकि आवागमन में राहगीरों को रूकावट का सामना नहीं करना पड़े।
सीमित स्पेस पर अनलिमिडेट लोड
बनारस की बढ़ती आबादी और यहां आने वाले लाखों की तादात में सैलानी, व्यापारी, स्टूडेंट, पब्लिक, श्रद्धालुओं का दबाव अक्सर रोड पर बना रहता है। पूर्वांचल व समीप बिहार राज्य का व्यावसायिक हब होने की वजह रोजाना लाखों की तादात में दोपहिया और चारपहिया वाहन शहर में दाखिल होते हैं। मसलन, गाजीपुर, चंदौली से हजारों की तादात में वाहन चंद्रा चौराहे व पांडेयपुर से होते हुए शहर में प्रवेश करते हैैं। ऐसे में चंद्रा चौराहे व पांडेयपुर सड़क के किनारे बिजली के पोल और कूड़ेदान को शिफ्ट किए जाने की जरूरत है, ताकि इन रूट्स पर ट्रैफिक लोड बढऩे की जरूरत ही न आए.
स्मूथ सफर की दरकार सुबह, दोपहर और शाम को शहर के कमोबेश सभी रूट्स पर स्कूल, ऑफिस, व्यापारी समेत अन्य लोगों के आवागमन का प्रेशर अचानक से सड़कों पर पड़ता है। किसी वाहन के गलत लेन व रोड पर फंसने की वजह से लंबा जाम लग जाता है। इस जाम में दोपहिया वाहन चालकों को भी घंटों फंसना पड़ता है। यदि रोड साइड में बिजली के पोल, मंदिर, अतिक्रमण और कूड़ेदान बाधा नहीं बने तो बाइक-स्कूटी वालों का सफर स्मूथ बना रह सकता है। इस प्रयास का भी सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. हादसे और रूकावटशहर के उक्त रूटों पर कूड़ेदान व बिजली के पोल लगे होने की वजह से कई बार हादसे भी हो जाते हैैं। रोड साइड में कूड़ेदान होने से इनके ईर्द-गिर्द कुत्ते व छुट्टïा पशु भी सड़क पर आ जाते हैैं। कई बार देखा गया है कि चलते ट्रैफिक में स्थानीय लोग कूड़ा डालने के बीच सड़क से ही गुजरने लगते हैैं। इतना ही नहीं रात में सड़क पर पड़े कूड़ेदान व बिजली के पोल से वाहन चालक टकराकर हादसे का शिकार भी हो जाते हैैं.
इन रूट्स पर है अव्यवस्था -पांडेयपुर स्थित काली माता मंदिर चौराहे पर बिजली के पोल -चंद्रा चौराहे पर कूड़ेदान व बिजली के पोल -पांडेयपुर पुलिस चौकी के सामने मंदिर -पुलिस लाइन चौराहे पर कूड़ेदान व बिजली के पोल कई बार कूड़ेदान को ले जाने वाली गाड़ी व कर्मचारी लापरवाही में कूड़ेदान को डंप कर जाते हैैं। मैैं तत्काल इन स्थानों से कूड़ेदान को हटवाने के लिए प्रयास करता हूं. संदीप श्रीवास्तव, पीआरओ, एनएन बिजली के पोल शिफ्टिंग के लिए निर्धारित शुल्क व इस्टीमेट की भरपाई कर नगर निगम व पीडब्ल्यूडी पोल शिफ्ट कराया जा सकता है। बिजली विभाग अपना सहयोग प्रदान करेगा. दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता रोड साइड में बिजली के पोल व अव्यवस्थित कूड़ेदान को हटाने की तत्काल आवश्यकता है। इससे ट्रैफिक को स्मूथ करने में सहायता मिल सकती है. पंकज तिवारी, टीआई, ट्रैफिक