एक बूथ पर दो ईवीएम से हो जाएगा चुनाव
वाराणसी (ब्यूरो)। नगर निगम के चुनावी रण में इस बार मेयर पर 12 और 100 वार्डों में पार्षदी के लिए 690 प्रत्याशियों ने ताल ठोकी है, जबकि 2017 के चुनाव में मेयर पद के लिए सिर्फ छह लोगों ने दावेदारी की थी। हालांकि 90 वार्डों के लिए पार्षद प्रत्याशी की संख्या एक हजार से ज्यादा थी। इस बार अधिकतर वार्डांे में औसतन 5 प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में है। ऐसी स्थिति में मेयर व पार्षद के लिए हर बूथ पर एक-एक ईवीएम से मतदान सम्पन्न हो जाएगा। वाराणसी के पांच जोन में कुल 1325 बूथ पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। सभी बूथों पर मेयर और पार्षदी के लिए एक-एक ईवीएम की जरूरत होगी। ईवीएम की संख्या कम होने से मतगणना में सहूलियत होगी और रिजल्ट भी जल्दी आएगा।
कम आई वार्डों से दावेदारीपार्षद प्रत्याशियों की सूची को लेकर इस बार अंतिम समय तक सस्पेंस बना रहा। सपा ने नामांकन के बाद पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी की, जिसमें एक सीट को लेकर अभी तक पार्टी ने प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की। कांग्रेस की स्थिति भी कुछ ऐसी थी। 14 अप्रैल को 30 वार्डों की पहली तो 15 अप्रैल को कुछ वार्डों की कांग्रेस की दूसरी सूची आई, लेकिन बाकी की स्थिति नामांकन खत्म होने से कुछ देर पहले साफ हुई। हालांकि भाजपा ने नामांकन खत्म होने से एक दिन पहले सूची जारी कर दी थी। इसके चलते इस बार सभी वार्डों में पार्षद के लिए दावेदारी उम्मीद से काफी कम आयी है। 2017 के चुनाव में 90 वार्डों में एक हजार से अधिक प्रत्याशियों ने नामांकन किया था।
दिसंबर में ही खर्च कर दिया था पैसा दिसंबर 2022 में निकाय चुनाव को लेकर सारी तैयारी हो गई थी। वार्ड आरक्षण भी जारी कर दिया गया था। सिर्फ डेट आनी बाकी थी। इसके चलते लगभग सभी वार्डों में संभावित प्रत्याशियों ने जमकर पैसा खर्च किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी। इसके चलते चुनाव करीब चार महीने टल गया। अचानक चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद कई प्रत्याशियों ने पैसे के अभाव में चुनाव से दूरी बना ली। जानकारी के अनुसार करीब दो सौ से अधिक लोगों ने पैसा नहीं होने पर इस बार चुनाव नहीं लड़ा. 1325 ईवीएम से कराए जाएंगे चुनावनगर निगम चुनाव में 1325 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (ईवीएम) लगेंगी। हर बूथ पर एक ईवीएम होगी। इसकी जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को दी गई है। वहीं, गंगापुर नगर पंचायत का चुनाव बैलेट पेपर से कराया जाएगा। इस पंचायत में दस बूथ हैं। राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम में लगने वाली 6598 बैलेट यूनिट (बीयू) और 3402 कंट्रोल यूनिट (सीयू) को भेज दिया है। प्रशासन के मुताबिक, जांच के दौरान 35 बीयू और 7 सीयू में स्कैनिंग की समस्या पाई गई। 51 बीयू और 180 सीयू भी काम नहीं कर रहे हैं.
20,142 कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी अब तक प्रशासन ने 492 कार्यालयों से 20,142 अधिकारियोंं और कर्मचारियों का डाटा फीड किया है। इनमें पीठासीन अधिकारी, प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चतुर्थ मतदान अधिकारी शामिल हैं। इन सभी की ड्यूटी चुनाव के दौरान लगाई जाएगी.