आयोग करायेगा अफसरों की मुखबिरी
-चुनाव आयोग ड्यूटी में लगे अफसरों पर निगरानी के लिए गाडि़यों में लगवाएगा GPS
-दिल्ली की प्राइवेट एजेंसी करेगी काम, तीन दर्जन से ज्यादा गाडि़यों को किया जायेगा इस सिस्टम से कनेक्ट क्ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्गफ्ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ चुनावों के दौरान ड्यूटी में लगे अफसरों पर निगरानी करने के लिए वैसे तो हर बार बड़े अफसर लगते हैं लेकिन इस बार इन अफसरों की मुखबिरी सीधे चुनाव आयोग करेगा ताकि काम प्रभावित न हो। दरअसल चुनावी प्रक्रिया के दौरान कई दिनों तक दौड़ने-भागने के चलते अफसर अक्सर निर्धारित ड्यूटी पॉइंट से इधर-उधर रहते हैं लेकिन फोन पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराये रहते हैं। इसलिए इन पर निगरानी बनाये रखने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार जीपीएस का सहारा लिया है। जिसके बल पर आयोग ड्यूटी पर लगे अफसरों को वॉच करेगा। नहीं दे पाएंगे गच्चाचुनाव कार्यालय के मुताबिक इस बार आयोग के निर्देश पर अफसरों जिनमें मजिस्ट्रेट लेवल से लेकर कई और पोस्ट के ऑफिसर्स को चुनावी ड्यूटी में लगाया जाना है। इनको सरकारी गाडि़यां मुहैया कराये जाने के बाद देहात से लेकर शहर तक के बूथों की जिम्मेदारी तो सौंप दी जाती है लेकिन देहात के बूथों पर तैनात अफसर अक्सर यहां न पहुंचकर शहर में ही इधर-उधर बने रहते हैं। इसलिए आयोग ने इस बार इन पर निगरानी के लिए दिल्ली की एक प्राइवेट कम्पनी से बात की है। इसके तहत ये प्राइवेट कम्पनी यहां करीब तीन दर्जन गाडि़यों में जीपीएस लगाएगी। इस सिस्टम के लगने के बाद इन गाडि़यों को सीधे आयोग के दफ्तर से वॉच किया जाएगा। इनकी मूवमेंट से लेकर फील्ड में रहने का वक्त भी नोट होगा और कोई गड़बड़ी हुई नहीं कि कार्रवाई पक्की है।