-ई-लाटरी में मात खाए पुराने शराब कारोबारी अब जुटे सेटिंग-गेटिंग में, नए शराब कारोबारियों से दुकान लेने की मची होड़

-शहर के क्रीम एरिया में दुकान पाने की है छटपटाहट, आबकारी विभाग के चंद कर्मचारी निभा रहे मुख्य भूमिका

दारू-बीयर की दुकानों के लिए ई-लाटरी खुली नहीं कि सेटिंग का पैमाना भी बनने लगा। नए सिस्टम में मात खाए धुरंधर शराब कारोबारियों ने पैंतरा बदल नए शराब कारोबारियों से सेटिंग-गेटिंग करना शुरू कर दिया है। ई-लाटरी के तहत शराब दुकानों का आवंटन हुए 24 घंटे भी नहीं बिता था कि एकमुश्त रकम लेकर दुकान छोड़ने का ऑफर भी मिलने लगा। इसमें और कोई नहीं बल्कि आबकारी विभाग के चंद इंस्पेक्टर ही मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। आबकारी विभाग में अंदरखाने से मिली खबर के मुताबिक अब यह चर्चा जोरों पर चल रही है कि शहर के क्रीम एरिया की कुछ दुकानों के लिए तीन से चार लाख रुपये एकमुश्त रकम की बोली पुराने शराब कारोबारी लगा रहे हैं। नए सिस्टम को शत प्रतिशत फॉलो करने के लिए भले ही आबकारी विभाग सीना ठोंक रहा है लेकिन यह सच है कि पुराने धुरंधर शराब कारोबारियों से पार नहीं पा रहा है।

स्टेशन, रोडवेज के लिए मारामारी

शहर में धुआंधार चलने वाली शराब-बीयर की दुकानों में इंग्लिशिया लाइन, रोडवेज बस स्टेशन के पास, कैंट रेलवे स्टेशन का एरिया व सिगरा, महमूरगंज, पांडेयपुर एरिया की दुकानें सबसे क्रीम मानी जाती हैं। इन एरिया में दुकान पाने के लिए सबसे अधिक आवेदन भी पड़े थे। मौजूदा समय में दुकान चला रहे पुराने शराब कारोबारियों ने करीबियों से भी आवेदन डलवाए थे कि किसी का भी दुकान फंस जाए तो व्यवस्था टाइट रहेगी। मगर, अफसोस कि दाल नहीं गल पायी। लेकिन अब नए शराब कारोबारियों को लुभाने में लग गए हैं। बता दें कि सांस्कृतिक संकुल में सोमवार को हुए ई-लाटरी में लगभग 80 परसेंट नए शराब कारोबारियों का उदय हुआ है। अधिकतर पुराने शराब कारोबारियों को निराशा ही हाथ लगी। ई-लाटरी के तहत देसी, अंग्रेजी, बीयर और मॉडल शॉप चलाने के लिए अधिकतर नए चेहरे को मौका मिला है।

हैसियत भी नहीं आई काम

कितने ऐसे शराब कारोबारी रहे जिन्होंने हैसियत इतनी बनवाई कि एक साथ दस दुकानें ले सकें। मगर, दो दुकानों से अधिक किसी को एलॉट नहीं हुआ। बहुत से शराब कारोबारियों के किस्मत में एक दुकान भी नहीं आई।

आवंटित दुकानें

249

देशी शराब

164

अंग्रेजी शराब

141

बीयर

08

माडल शॉप

पड़े आवेदन पर एक नजर

2,157

आवेदन देशी शराब के लिए पड़े थे

5,621

आवेदन अंग्रेजी शराब के लिए पड़े थे

2,459

आवेदन बीयर के लिए पडे़ थे

207

आवेदन मॉडल शॉप के लिए पड़े थे

इतने दुकानों पर नहीं पड़े आवेदन

55

देसी शराब दुकान के लिए नहीं पड़े

03

अंग्रेजी शराब दुकान के लिए नहीं पड़े

04

बीयर दुकान के लिए नहीं पड़े

01

मॉडल शॉप के लिए नहीं पड़े

ई-लाटरी के तहत जिन्हें दुकानें आंवटित हुई हैं, वहीं चलाएंगे। यदि उन्हें नहीं चलाना है तो वह विभाग में एप्लीकेशन देगा उसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।

करूणेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त आबकारी

Posted By: Inextlive