पश्चिम बंगाल से वाराणसी पहुंची नशीली दवाइयां
वाराणसी (ब्यूरो)। पश्चिम बंगाल से आईं नशीली दवाइयां जब्त की गईं हैं। हावड़ा से चलकर रविवार को वाराणसी पहुंची विभूति एक्सप्रेस में रेलवे पुलिस को करीब 11 लाख रुपए (मार्केट प्राइस) कीमत की नशे की दवाइयां हाथ लगी है। कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के जवानों ने इंजेक्शन के कुल 1 लाख 47000 वायल को जब्त करके ड्रग्स विभाग को सूचना दी। ड्रग्स विभाग ने दवाइयों की जांच कर जीआरपी अधिकारियों को आश्वस्त किया कि ये इंजेक्शन आम तौर पर पेन किलर की रूप में इस्तेमाल होते हैं। मगर, काफी लोग इस दवा का दुरुपयोग कर नशे के लिए भी प्रयोग करते हैं। इसके बाद जीआरपी ने सभी इंजेक्शन और दवाइयों को सीज कर दिया.
बिप्रेनोरफाइन है इंजेक्शन का नामरेलवे स्टेशन पर जब्त किए गए इंजेक्शन का नाम बिप्रेनोरफाइन है। इसे डॉक्टर दर्द के टाइम पर आराम देने के लिए लगाते हैं। ड्रग इंस्पेक्टर चंद्रेश द्विवेदी ने बताया कि स्टेशन पर आई विभूति एक्सप्रेस के पार्सल कोच से उतारे जा रहे 49 बॉक्स पर संदेह हुआ। इसे खोला गया तो इसमें 1 लाख 47000 इंजेक्शन के वायल बरामद हुए हैं। इस मामले में टिकट कलेक्टर से पूछताछ की गई। तो उसने हमें पार्सल बुक कराने वालों की लिस्ट उपलब्ध कराई। जिस फर्म ने ट्रेन में इंजेक्शन लोड कराया था वह वेस्ट बंगाल की निकली। वहीं, इसे वाराणसी के अंजनिया फर्म के पते पर भेजा जा रहा था.
ड्रग विभाग को सौंप दिया ड्रग जीआरपी कैंट के प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि अंजनिया फर्म के मालिक को पूछताछ के लिए रेलवे स्टेशन बुलाया गया। लेकिन, उन्होंने वाट्सएप पर सिर्फ कुछ दस्तावेज ही प्रस्तुत किए और आ पाने में असमर्थता जता दी। इसके बाद जीआरपी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी इंजेक्शन को सीज कर दिया। वहीं, आगे अन्य दस्तावेजों की जांच की बात कही है। हेमंत सिंह ने बताया कि इस पूरे मामले में विधिक कार्यवाही की जा रही है। हेमंत सिंह ने कहा कि हावड़ा से आने वाली हावड़ा -प्रयागराज विभूति एक्सप्रेस से इन दवाओं को मंगवाया गया था। जिन्हे ड्रग विभाग को सौंप दिया गया है। बाजार में इस दवा की कीमत करीब 11 लाख रुपए से भी अधिक बताई जा रही है.