मंडलीय हॉस्पिटल कबीर चौरा में कोई लेटे-लेटे कराह था तो कोई बैठे-बैठ हांफता आया नजर अल्ट्रासाउंड एक्स-रे से लेकर ब्लड जांच केन्द्र में मरीजों की लगी रही लंबी लाइन


वाराणसी (ब्यूरो)अजब हाल है मंडलीय अस्पताल के। जिधर देखिए उधर ही पेंशेट्स की ठसाठस भीड़ से ओपीडी का कोना-कोना पटा रहा। बीमारी इस तरह हावी है कि अस्पताल फैक्ट्री बन गये है। कोई लॉबी में लेटे-लेटे कराह था तो कोई ओपीडी में बैठे-बैठे हाफ रहा था। भीड़ इतनी रही की ओपीडी खत्म होने के बाद भी डाक्टरों के पास सांस लेने तक की फुर्सत नहीं रही। वजह चार डाक्टरों की वीवीआईपी डयूटी लग जाने से डाक्टर्स के ऊपर पेशेंटस का भार बढ़ गया था। डाक्टर्स के शॉर्टेज के चलते कई पेशेटस बिना दिखाए ही हाथ में पर्चा लिए खांसते-खांसते वापस चले गए।

ओपीडी में सैकड़ों की भीड़

डाक्टरों की डयूटी वीवीआईपी में लग जाने से एक-एक ओपीडी में सैकड़ों मरीजों की भीड़ रही। कोई खांस रहा था तो कोई कराह था। इन सबके बीच कोई हाथ में तो कोई पैर में पट्टी बांधे डाक्टर को दिखाने पहुंचा था। एक-एक डाक्टर के ऊपर आम दिनों की अपेक्षा दोगुना मरीजों को देखना पड़ा। भीड़ इतना अधिक रही की ओपीडी खत्म हो जाने के बाद भी डाक्टर देखते रहे.

डाक्टर साहब कहा गइलन

कई ओपीडी में डाक्टर साहब गायब रहे। इसके चलते कई मरीजों को फजीहत झेलनी पड़ी। हाथ में पर्चा लिए मरीज पूछते रहे कि ऐ भईया डाक्टर साहब कहां गइलन लेकिन कोई बताने वाला नहीं था। पास में बैठा व्यक्ति यही कह रहा था कि स्किन क डाक्टर साहब आज नाही आयल हउवन। कोई और डाक्टर के दिखा ला। इतना कहते ही मरीज कपारे पर हाथ रखकर बैठ गया। उसको उम्मीद थी कि डाक्टर साहब कहीं कए है जल्द ही आ जाएंगे.

जूनियर डाक्टर के भरोसे

कई ओपीडी में तो डाक्टर के न रहने पर जूनियरन डाक्टर ही मरीजों को देख रहे थे। लेकिन उनके ट्रीटमेंट से मरीज संतुष्ट नही थे.क्योंकि दूर से ही मरीज को देखने के बाद ही तुरंत पर्चा पर दवा लिखकर जाने को कह दे रहे थे। प्रॉपर तरीके से चेकअप न करने से कई मरीज बिना दिखाए ही चले जा रहे है। लेकिन इसका असर डाक्टरों पर नहीं पड़ा। क्योंकि मरीजों की भीड़ इतना अधिक था कि मरीजों को फटाफट निपटाने में लगे थे.

एक्सरे में ठसाठस भीड़

कबीरचौरा के मंडलीय अस्पताल के एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड विभाग में मरीजों की काफी भीड़ रही। एक्स-रे विभाग में तो सौ से अधिक मरीजों के पहुंचे थे। बीमारी के सीजन में मरीजों की संख्या बढ़ जाने से एक से दो दिनों तक वेट करना पड़ रहा है तब जाकर नंबर आ रहा है। यही हाल अल्ट्रासाउंड और ब्लड जांच में देखने को मिला। हर मरीज बीमारी को ठीक कराने के लिए पूरे बॉडी की जांच कराने में व्यस्त रहा.

दवा काउंटर पर लंबी लाइन

अस्पताल के दवा काउंटर पर भी मरीजों की भारी भीड़ रही। भीड़ को देखते हुए दवा का पूरा इंतजाम किया गया था ताकि मरीजों को कोई दिक्कत न हो। सभी मरीजों को पांच-पांच दिन की दवा दी जा रही थी। कई मरीज तो दस दिन का दवा मांग रहे थे लेकिन उनको वापस कर दिया जा रहा था। मरीज भी पर्चा लेकर वापस चले गए।

चार डाक्टरों की वीवीआईपी में डयूटी लग जाने से दिक्कत हुई है। ऐसे भी अस्पताल में डाक्टरों की काफी कमी है। इस समय काफी बीमारियां भी फैली हुई है फिर भी सभी मरीजों का प्रॉपर तरीके से इलाज किया जा रहा है ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो.

डाएसपी सिंह, सीएमएस, कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल

Posted By: Inextlive